प्रदेश के पूर्व मंत्री करण सिंह दलाल ने कहा कि करीब 42 साल पूर्व स्थापित किए गए बल्लभगढ़ स्थित वीटा मिल्क प्लांट को साजिश के तहत शिफ्ट किए जाने की योजना बनाई जा रही है। ताकि अन्य निजी दुग्ध कंपनियों को लाभ पहुंचाया जा सके।
करण सिंह दलाल ने शनिवार को मुकेश कॉलोनी स्थित कांग्रेसी नेता गिरीश भारद्वाज के कार्यालय पर वीटा प्लांट मुद्दे पर आयोजित पत्रकार सम्मेलन में बीजेपी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि इस प्लांट के शिफ्ट होने से करीब 400 से अधिक कर्मचारियों के अलावा 18 हजार पशु पालक बेरोजगार हो जाएंगे। इस प्लांट में पशुपालक प्रतिदिन 1 लाख 25 हजार लीटर से अधिक दूध सप्लाई करते हैं। जिसका लाभ फरीदाबाद, पलवल व नूंह के बेरोजगार युवाओं को मिल रहा है। युवाओं ने पशुपालन कर दूध का रोजगार अपनाया हुआ है। प्लांट के चले जाने पर यहां पर मिलावटी दूध का कारोबार फल फूलने होने लगेगा। जिसका असर यहां के निवासियों के स्वास्थ्य पर पडे़गा। पूर्व मंत्री ने कहा कि आने वाले 15 दिन में प्लांट से जुडे़ पशुपालक, कर्मचारियों, विपक्ष के नेता व अन्य सामाजिक संस्थाओं के लोगों से बात कर एक ज्ञापन तैयार किया जाएगा। जिसे प्रदेश के राज्यपाल को सौंपा जाएगा। इसके अलावा उस ज्ञापन की एक-एक प्रति जनप्रतिनिधियों को भी सौंपेंगे। ताकि वह भी लोगों के विरोध की आवाज को सरकार तक पहुंचा सकें। इसके बाद भी अगर इसको शिफ्ट करने की योजना को कैंसिल नहीं किया गया तो धरना प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा कि प्लांट के शिफ्ट होने के मुद्दे को विधानसभा सत्र में उठाया जाता, मगर उन्हें इस बारे में देरी से पता चला। पूर्व मंत्री चौधरी करण सिंह दलाल ने सभी सत्ता पक्ष व विपक्ष के नेताओं का भी आह्वान किया कि उन सभी को दलगत राजनीति से ऊपर उठकर इस मुद्दे पर आगे आना चाहिए क्योंकि यह किसी एक पार्टी समुदाय या जाति की समस्या नहीं है बल्कि यह हर किसी की बड़ी समस्या है क्योंकि इससे केवल बेरोजगारी फ़ैलेगी। उन्होंने सत्ता पक्ष के नेताओं का आह्वान किया कि वह इस मामले पर किसी प्रकार की कोई राजनीति नहीं करना चाहते इसलिए उनका यह अनुरोध है कि वह स्थानीय लोगों की भावनाओं को समझें और बीटा प्लांट को यहां से स्थानांतरित करने की प्रक्रिया को बंद करें।
पूर्व मंत्री ने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार इस प्रकार की सोच केवल इस क्षेत्र के राजनेताओं की ढुलमुल नीति के कारण बनाती है वरना यदि यही फैसला किसी और जगह का होता तो सरकार सोचती भी नहीं क्योंकि वहां पर जनप्रतिनिधि काफी मजबूत सोच रखते हैं उन्होंने कहा कि वह नई बीटा प्लांट का विरोध नहीं करते सरकार चाहे तो एक और प्लांट बाबल या कहीं भी लगा सकती है लेकिन इसके लिए बल्लभगढ़ के प्लांट को समाप्त किया जाए यह जरूरी नहीं है प्रदेश के तेजतर्रार कांग्रेसी नेता ने आशंका व्यक्त की कि सरकार द्वारा बल्लभगढ़ के बीटा प्लांट को बंद कर दूसरी जगह पर इस तरह का प्लांट लगाने की योजना के पीछे बड़े आर्थिक घोटाले की बू आती है क्योंकि नए प्लांट के नाम पर सरकार करोड़ों का लोन लेना चाहती है उन्होंने कहा कि यदि सरकार बल्लभगढ़ में अस्पताल व खेल स्टेडियम भी बनाना चाहती है, तो उसके लिए भी समुचित जमीन है। वहां पर इनका निर्माण किया जा सकता है साथ ही बल्लभगढ़ उपमंडल में गांवों में जमीन की कोई कमी नहीं है, जहां पर भी नया प्लांट लगाया जा सकता है। उन्होंने आश्चर्य व्यक्त किया कि बढ़ती हुई जनसंख्या वह दूध की मांग को देखते हुए सरकार को बल्लभगढ़ के वीटा मिल्क प्लांट की क्षमता बढ़ानी चाहिए थी और सरकार उल्टा इस प्लांट को बंद करने की तैयारी कर रही है जिसकी जितनी निंदा की जाए उतना कम है।
इस अवसर पर कांग्रेसी नेता गिरीश भारद्वाज, पूर्व पार्षद जगन डागर,
महिला कांग्रेस अध्यक्ष सोनू चौधरी, वेदपाल दायमा, राजू दरिवल, राजेंद्र चौहान, हबीब प्रधान, धर्मेन्द्र
लम्बा, सूरज सेंगर, गंजना, चरण, अधिवक्ता रवि प्रकाश,
अधिवक्ता चन्द्र भूषण, चौधरी रंधीर, मनीष अरोड़ा, भूपेश बंसल,
मास्टर गंगा विष्णु सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
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