फरीदाबाद 20 दिसंबर आंगनवाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स को सरकारी कर्मचारी का दर्जा देने, जब तक सरकारी कर्मचारी नहीं बनाया जाता तब तक वर्कर को 24हजार रूपए हेल्पर को 16 हजार रुपए का न्यूनतम वेतन देने एवं वर्ष 2018 में की गई घोषणाओं को लागू करते हुए महंगाई भत्ते की तमाम किस्त मानदेय में जोड़ कर दिए जाने और महंगाई भत्ते का बकाया का भुगतान करने के अलावा प्रधानमंत्री द्वारा वर्ष 2018 में की गई वर्कर्स और हेल्पर्स के वेतन में 15 सौ रुपए और 750 रुपए की बढ़ोतरी को एरियर समेत भुगतान करने सहित अन्य मांगों को लेकर आंगनवाड़ी वर्कर और हेल्पर्स की हड़ताल आज फरीदाबाद में 13 वे दिन भी बदस्तूर जारी रही। हड़ताली आंगनवाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स ने प्रदेश के मुख्यमंत्री का पुतला दहन किया। सरकार की टालमटोल की नीतियों से नाराज वर्कर्स और सहायिकाओं ने सेक्टर-12 लघु सचिवालय के पार्क से पुतले के साथ रैली निकालकर उपायुक्त कार्यालय के सामने पुतला फूंका। इस प्रदर्शन का नेतृत्व प्रधान देवेंद्र री शर्मा कर रही थी। जबकि संचालन जिला सचिव मालवती ने किया। प्रदर्शनकारियों ने जमकर सरकार विरोधी नारे लगाए। इस मौके पर सीटू के जिला प्रधान निरंतर पाराशर, जिला उपाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह डंगवाल, सर्व कर्मचारी संघ की प्रधान जिला प्रधान अशोक कुमार, फरीदाबाद के ब्लॉक प्रधान करतार सिंह विशेष रूप से उपस्थित रहे। प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए वीरेंद्र सिंह डंगवाल ने बताया कि आंगनवाड़ी वर्कर और हेल्पर की संयुक्त तालमेल कमेटी ने 22 नवंबर को सरकार और विभाग की निर्देशिका को मांगों के समाधान के बारे आंदोलन और हड़ताल का नोटिस भेजा था। इसके लिए 26 नवंबर को उन्होंने राज्य के सभी जिला उपायुक्तों के माध्यम से हजारों वर्कर्स ने आंदोलन का मांग पत्र और नोटिस सरकार कोन फिर भेजा। लेकिन अभी तक भी विभाग और सरकार की तरफ से मांगों पर वार्ता करने के लिए कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाया जा सका हैं। स
रकार की इस टालमटोल की नीति से वर्कर्स और हेल्पर्स में भारी गुस्सा व्याप्त है। उन्होंने बताया कि आंगनवाड़ी वर्कर यूनियन की मांगों में आंगनबाड़ी वर्कर्स को 5 लाख और हेल्पर्स को तीन लाख रुपए का रिटायरमेंट का लाभ देने, रिटायरमेंट होने पर पेंशन लागू करने, आंगनवाड़ी वर्कर से सुपरवाइजर के रूप में 50% की पदोन्नति को बिना किसी शर्त के लागू करने के अलावा आंगनवाड़ी केंद्रों का बढ़ा हुआ किराया ग्रामीण क्षेत्र दो हजार छोटे कस्बों और शहरों में तीन हजार बड़े शहरों में 5हजार को लागू करना किराया कम देने पर संबंधित अधिकारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई अमल में लाए जाने और आंगनवाड़ी वर्कर पर हेल्पर को विभागीय ट्रेनिंग या मीटिंग में बुलाने पर टीए और डीए का भुगतान करने तथा 18 किलोमीटर की सीमा को खत्म करने के अलावा आंगनवाड़ी वर्कर हेल्पर को दुर्घटना होने पर इलाज का पूरा खर्च देने और मृत्यु होने पर अन्य विभाग अन्य विभागों की तर्ज पर तीन लाख रुपए का मुआवजा और आश्रित को नौकरी देने के अलावा वर्कर हेल्पर की वर्दी की राशि बढ़ाने और साल में कम से कम ₹2000 की राशि की वर्दी देने, नई शिक्षा नीति को वापस लेने, प्लेवे स्कूल के नाम पर आईसीडीएस का निजीकरण नहीं करने, आईसीडीएस में किसी भी एनजीओ या प्राइवेट संस्था को शामिल करने की अनुमति पर रोक लगाने के अलावा आईसीडीएस में खाली पड़े हेल्पर वर्कर सुपरवाइजर सीडीपीओ आदि के तमाम पदों को भरने के अलावा काम का संचालन ठीक प्रकार से करने बारे और राज्य के सभी वर्कर हेल्पर को ईएसआई एवं पीएफ के तहत कवर करने के अलावा वर्कर हेल्पर को मेडिकल अवकाश प्रदान करने मिनी आंगनवाड़ी केंद्र में हेल्पर की भर्ती करने आंगनवाड़ी वर्कर्स के लिए गर्मी और सर्दी का अवकाश लागू करने इत्यादि हैं। अशोक कुमार जिला प्रधान सर्व कर्मचारी संघ ने हड़ताल का पूर्ण सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जब तक आंगनवाड़ी वर्करों की मांगों का समाधान नहीं होता तब तक सर्व कर्मचारी संघ इन के आंदोलन को पूर्व से समर्थन करता रहेगा। ब्लॉक प्रधान करतार सिंह ने भी हड़ताली कर्मचारियों को हर तरह से सहायता देने और आंदोलन में शामिल रहने का भरोसा दिलाया। आज के इस प्रदर्शन को गीता, मालवती, सीमा, विधु प्रभा ने भी संबोधित किया।
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