प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा कृषि कानूनों को रद्द करने के ऐलान पर संयुक्त किसान मोर्चा से जुड़े किसान नेता योगेन्द्र यादव ने कहा कि श्री गुरु नानक देव जी ने कहा था कि ईमानदारी और मेहनत से कमाकर खाओ। आज उनके प्रकाश पर्व पर ईमानदारी और संघर्ष की राह पर चले लाखों-करोड़ों किसानों की जीत हुई है। यह जीत किसी एक मोर्चे या नेता से ज्यादा एक साल तक सर्दी-गर्मी की परवाह किए बगैर मोर्चे पर पहरेदारी करने वाले किसानों की हुई है। यह जीत उन 700 से ज्यादा किसानों को श्रद्धांजलि है, जिन्होंने इस आंदोलन में अपने प्राण त्याग दिए। किसानों ने बता दिया कि उन्हें इतिहास के कूड़े में नहीं डाला जा सकता।
योगेन्द्र यादव ने कहा कि जीत अभी अधूरी है, क्योंकि आंदोलन 3 नए कृषि कानूनों को रद्द कराने के साथ ही न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी पर कानून बनाने को लेकर शुरू हुआ था। MSP गारंटी की मांग खुद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2011 में उठाई थी, जब वह गुजरात के मुख्यमंत्री थे। एमएसपी को कानूनी गारंटी मिले, यहीं हम चाहते हैं।
योगेन्द्र यादव ने कहा कि मुसीबत तो टल गई, लेकिन देश का किसान पूछता है कि मुझे हासिल क्या हुआ। इसलिए संघर्ष जारी रहेगा। संघर्ष का स्वरूप क्या होगा, इसका फैसला संयुक्त किसान मोर्चा संयुक्त रूप से ही लेगा। अहंकार गया नहीं। चालाकी और तिकड़म अभी खत्म नहीं हुई। इसलिए मैं कहता हूं, संघर्ष जारी रखना है।
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