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फरीदाबाद पुलिस ने स्कूलों में छात्र-छात्राओं व शिक्षकों को साईबर अपराध के बारे में किया जागरूक

Posted by : pramod goyal on : Wednesday 6 October 2021 0 comments
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 फरीदाबाद पुलिस की ओर से गृह मंत्रालय, भारत सरकार व पुलिस महानिदेशक, हरियाणा पुलिस के निर्देश के सम्मान में हर माह के प्रथम बुधवार को साईबर सुरक्षा के प्रति आमजनों को जागरूक करते हुए प्रेरित करने का संकल्प लिया गया है।


इसी के उपलक्ष में आज साइबर अपराध थाना प्रभारी इंस्पेक्टर बसंत, साइबर एक्सपर्ट बाबूराम, पुलिस प्रवक्ता ने राजकीय कन्या उच्च माध्यमिक विद्यालय ओल्ड फरीदाबाद पहुंच कर वहां पर मौजूद अध्यापकों एवं विद्यार्थियों को साइबर अपराध के बारे में बताया गया और इससे कैसे बचा जाए इस बारे में जानकारी दी गई। 

इस दौरान प्रधानाचार्य श्री महेंद्र, गणित के अध्यापक श्री पवन गुप्ता, भौतिक विज्ञान के अध्यापक संदीप चौहान, अंग्रेजी की प्रवक्ता मनुस्मृति और सेवानिवृत्त श्री नरेश जी मौजूद रहे।

प्रायः देखने में आता है कि हर आयु वर्ग के लोग इंटरनेट का उपयोग करते समय अपने हित की साईबर सुरक्षा में चूक जाते हैं। जिसके कारण साईबर अपराध किसी-न-किसी रूप में उपयोगकर्त्ता को अपना शिकार बना लेता है। जिसके तहत पुलिस स्कूल, कॉलेज, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, निजी संस्था, कंपनियों में जाकर साइबर अपराध के संबंध में जानकारी दे रही है। उन्होंने बताया कि स्कूलों से ही जीवन की शिक्षा शुरू होती है, इसलिए स्कूलों में जाकर साईबर सुरक्षा की जानकारी देना आवश्यक है।

साइबर अपराध थाना प्रभारी इंस्पेक्टर बसंत ने बताया कि विद्यार्थियों को निम्नलिखित साइबर अपराधों के बारे में जागरूक किया गया है।

ओएलएक्स पर सामान खरीदने व बेचने के लिए विज्ञापन किया जाता है व लोगों से धोखाधड़ी की जाती है। नौकरी दिलाने के लिए ऑन-लाईन रजिस्ट्रेशन व प्रोसेसिंग चार्ज के नाम पर पैसे मांगे जाते हैं।  साईबर ठगों द्वारा रिश्तेदार या परिचित व्यक्ति बनकर सोशल मीडिया कॉल व मैसेज द्वारा विपत्ति बताकर ऑनलाईन पैसे भेजने को कहा जाता है। ऑन-लाईन लोन देने या दिलवाने के नाम पर लोगों से पैसे ठगे जाते हैं। ई-केवाईसी अपडेट करने के नाम पर ठगों द्वारा निजी जानकारी हासिल कर ली जाती है और ठगी की जाती है। ईन्श्योरेन्स पॉलिसी बेचने के नाम पर व सरेन्डर कराने के नाम पर भी पैसे की ठगी की जाती है। क्रेडिट कार्ड पर रिवार्ड प्वाईन्ट देने के नाम पर साईबर ठग लोगों से संपर्क कर उनके खाते से पैसे उड़ा लेते हैं। बैंक कर्मचारी बनकर खाताधारकों का केवाईसी अप-टू-डेट करने के लिए फोन पर बैंक खाते से जुड़ी गोपनीय जानकारी उपलब्ध कराने के लिए ठग ऑनलाईन संपर्क करते हैं।

सिम कार्ड अपडेट करने के नाम पर, आधार कार्ड को बैंक खाते से जोड़ने के नाम पर, क्रिप्टोकरेंसी  बेचने के नाम पर, डि-मैट अकाउंट पर ट्रेडिंग करने के नाम पर, हवाई टिकट देकर विदेश भेजने के नाम पर, कौन बनेगा करोड़पति में अवसर प्राप्त होने  के नाम पर, फेसबुक पर फर्जी एकाउन्ट बनाकर उसके दोस्तो वा रिश्तेदारों से पैसे मांगने बारे, फेसबुक पर लडकी के नाम से अनुरोध भेजकर जाल में फंसाकर पैसे मांगने बारे, डेबिट कार्ड  क्लोन बनाकर ठगी, मोबाईल टावर लगवाने के नाम पर, जरूरत की वस्तुओ को फर्जी साईट बनाकर बेचने के नाम पर, मैजिक पेन का इस्तेमाल कर चेक से धोखाधड़ी, सोशल मीडिया पर फॉलोअर्स  बढ़ाने के नाम पर, मेल आई.डी हैक करके उसका डाटा चोरी करके ब्लैकमेल करने बारे, सोशल मीडिया पर महिलाओं की तस्वीर लगाकर फर्जी आई.डी बनाकर ब्लैकमेल वा तंग करने बारे, शादी डॉट कॉम, जीवनसाथी डॉट कॉम  जैसी साईटो का प्रयोग करके लडकियों वा महिलाओं को शादी का झांसा देकर पैसे ठगने बारे, विदेश से पार्सल आने पर कस्टम डयुटी के नाम पर साईबर ठगी द्वारा लोगों को अपना शिकार बनाया जाता है।

*साईबर फ्रार्ड से बचने के लिए पुलिस द्वारा दिए गए सुझाव*

ओएलएक्स एप्प पर सामान खरीदने वा बेचने समय सामान मिलने पर ही कीमत का भुगतान करे तथा लिंक व क्यू आर कोड  को सावधानी से स्कैन करें।

जॉब दिलाने के नाम पर होने वाली ठगी के सम्बन्ध में जांच-पड़ताल के बाद ही अपने कागजात दें व ऑन-लाईन पैसे ना भेजें। 
 
रिश्तेदार या परिचित बनकर होने वाली ठगी के सम्बन्ध मे पहले अपने उस रिश्तेदार को उसके खुद के फोन नम्बर पर सम्पर्क करके पुछताछ करें।

ऑन-लाईन लोन के नाम पर होने वाली ठगी से बचने के लिए नजदीकी शाखा मे जाकर पुछताछ करें तथा चाईनिज साईटों के प्रयोग से बचें, आप का डाटा चोरी हो सकता है।

लोन दिलाने के नाम पर होने वाली ठगी से बचने के लिए नजदीकी शाखा मे जाकर पुछताछ करें।

इन्श्योरेन्स पॉलिसी के नाम पर होने वाली ठगी से बचने के लिए नजदीकी इन्श्योरेन्स कंपनी के  कार्यालय मे जाकर पुछताछ करें।

क्रेडिट कार्ड पर रिवार्ड प्वाइंट के नाम पर होने वाली ठगी से बचने  के लिए नजदीकी शाखा मे जाकर पुछताछ कस्टमर केयर के फोन नम्बर पर सम्पर्क करें, जो आपके कार्ड पर लिखा हुआ है।

बैंक कर्मचारी बनकर केवाईसी  के नाम होने वाली ठगी से बचने के लिए ध्यान रहे की बैंक कभी ग्राहक को इस प्रकार से फोन नही करता है।

सिम कार्ड को अपडेट करने के नाम पर होने वाली ठगी से बचने के लिए ध्यान रहे कि टेलिकॉम कम्पनी कभी ग्राहक को इस प्रकार मैसेज या फोन नही करती है। फिर नजदीकी टेलिकाम सर्विस प्रोवाइडर कंपनी के सेन्टर पर जाकर पुछताछ करें।

इन्श्योरेन्स पॉलिसी सरेन्डर कराने के नाम पर होने वाली ठगी से बचने के लिए नजदीकी इन्श्योरेन्स कार्यालय में जाकर पुछताछ करें।

आधार कार्ड को बैंक खाते से जोड़ने के नाम पर होने वाली ठगी से बचने के लिए ध्यान रहे कि बैंक कभी भी ग्राहक को इस प्रकार से फोन नही करता है तथा अपने बैंक जाकर पुछताछ करें।
 
क्रिप्टोकरेंसी  बेचने के नाम पर होने वाली ठगी से बचने के लिए ध्यान रहे कि ये वैध करेन्सी नही है।

डि-मैट अकाउंट पर ट्रेडिंग करने के नाम पर होने वाली ठगी से बचने के लिए बैंक के फंड मैनेजरों से सलाह बैंक मे जाकर ही लें तथा ऑफिशियल प्लेटफॉर्म  का ही उपयोग करें।

हवाई-टिकट देकर विदेश भेजने के नाम पर होने वाली ठगी से बचने के लिए ऑफिशियल प्लेटफॉर्म का ही उपयोग करें।

रियालिटी शो जैसे कि केबीसी के नाम पर होने वाली ठगी से बचने के लिए ध्यान रहे कि कौन बनेगा करोडपति कभी भी किसी के पास इस प्रकार के कोई मैसेज वा फोन नही करता है।

फेसबुक पर फर्जी एकाउन्ट होने वाली ठगी से बचने के लिए अपना फेसबुक एकाउन्ट को प्राईवेट रखें व समय-समय पर पासवर्ड बदलें।

फेसबुक पर लडकी के नाम से मित्र अनुरोध भेजकर जाल में फंसाकर पैसे मांगने से होने वाली ठगी से बचने के लिए अन्जान लोगो से सावधानीपुर्वक ही दोस्ती करें।

डेबिट कार्ड का क्लोन बनाकर होने वाली ठगी से बचने के लिए डेबिट कार्ड पासवर्ड किसी के साथ शेयर ना करें तथा ATM  मशीन पर किसी की सहायता ना लें।

मेल आई.डी हैक करके उसका डाटा चोरी करके ब्लैकमेल करने से होने वाली ठगी से बचने के लिए अपनी मेल आई.डी का पासवर्ड मजबुत बनायें।

सोशल मीडिया पर महिलाओ के फोटो इस्तेमाल करके फर्जी आई.डी बनाकर ब्लैकमेल वा तंग करने से होने वाली ठगी से बचने के लिए अपना सोशल मिडीया एकाउन्ट लॉक (प्राईवेट) रखें। किसी अन्जान व्यक्ति को अपना पासवर्ड ना बतायें। किसी अज्ञात लिंक पर क्लिक ना करें।

आधिकारिक साईट पर ही शॉपिंग करें। गुगल पर कस्टमर केयर का मोबाईल नम्बर होता है, उन पर सम्पर्क ना करें। बल्कि टोल-फ्री नम्बरो का ही प्रयोग करें। फौजी बनकर ओएलएक्स पर सामान खरीदने वा बेचने वाले लोगों से सावधान रहें। गुगल प्ले स्टोर से कोई भी एप्लीकेशन डाउनलोड करते समय उनके द्वारा मांगी गई परमिशन को ध्यानपूर्वक पढ़कर ही एक्सेस दें।

पुलिस प्रवक्ता सुबे सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस लगातार शहर वासियों को साइबर अपराधों के प्रति जागरूक कर रही है ताकि शहरवासी इन अपराधियों के जाल में ना आए। किसी प्रकार का साईबर अपराध होने पर साईबर क्राइम यूनिट, हरियाणा के नंबर 155260 पर एवं साईबर अपराध थाना, फरीदाबाद में जाकर तुरंत सूचना दें। इसके अलावा साईबर अपराध की शिकायत के लिए ऑनलाईन वेबसाइट www.cybercrime.gov.in पर शिकायत करें।

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