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NSUI की हुई जीत, उच्चतर शिक्षा विभाग ने दाखिला प्रक्रिया में किया बदलाव

Posted by : pramod goyal on : Thursday 16 September 2021 0 comments
pramod goyal
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 फरीदाबाद। एनएसयूआई फरीदाबाद के प्रयासों के चलते प्रदेशभर के करीब 2 लाख छात्र-छात्राओं को फायदा हुआ हैं क्योंकि उच्चतर शिक्षा विभाग ने एनएसयूआई की मांग पर ऑनलाइन दाखिला प्रक्रिया में बड़े बदलाव किए हैं। ज्ञात हो कि बीते 16 अगस्त 2021 को एनएसयूआई हरियाणा के पूर्व प्रदेश महासचिव कृष्ण अत्री के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने ऑनलाइन दाखिला प्रक्रिया में छात्रों को आने वाली समस्याओं के समाधान हेतु नेहरू कॉलेज के प्राचार्य एम० के० गुप्ता को शिक्षा मंत्री हरियाणा सरकार, डीएचई निदेशक और एमडीयू के वाईस चांसलर के नाम 4 सूत्रीय मांगपत्र सौंपकर समस्याओं के समाधान की अपील की थीं जिसके चलते हुए उच्चतर शिक्षा विभाग ने सभी मांगों को मानते हुए दाखिला प्रक्रिया में बदलाव किया हैं।


एनएसयूआई हरियाणा के पूर्व प्रदेश महासचिव कृष्ण अत्री ने  बताया कि छात्रों को बीते वर्षों में दाखिला प्रक्रिया में खामियों के कारण काफी समस्याओं का सामना करना पड़ा था इसलिए एनएसयूआई छात्र संगठन ने उच्चतर शिक्षा विभाग और सरकार से निम्नलिखित मांग की थीं:-
1) किसी छात्र ने 5 कॉलेजों के लिए आवेदन किया हैं और वह योग्य हैं तो उसका नाम प्रत्येक कॉलेज की मैरिट लिस्ट में आना चाहिए क्योंकि पिछले वर्षों में ऐसा नही हुआ था, एक कॉलेज की मैरिट लिस्ट में नाम आने के बाद अन्य किसी कॉलेज की मैरिट लिस्ट में उस छात्र का नाम नही आता था।

2) अगर किसी छात्र ने 5 कोर्स में आवेदन किया हैं और वह छात्र सभी कोर्स की मैरिट लिस्ट में आने के योग्य हैं तो उसका नाम सभी मैरिट लिस्ट में आना चाहिए ताकि छात्र अपने मनपंसद कोर्स में दाखिला ले सके क्योंकि पिछले वर्षों में देखा गया था अगर किसी छात्र का एक कोर्स की मैरिट लिस्ट में नाम आ जाता था तो अन्य कोर्स की मैरिट लिस्ट में नही आता था। 

3) दाखिले से संबंधित सभी कागजातों की सॉफ्ट कॉपी उच्चतर शिक्षा विभाग की तरफ से एमडीयू को दी जाए या फिर दाखिले के समय पर ही कागजातों की एक प्रति छात्रों से रेजिस्ट्रेशन के लिए दाखिला कमेटी द्वारा ले ली जाए ताकि आगे चलकर छात्रों को सामने N.E और CR जैसी समस्या ना आये और ना ही भारी जुर्माना भरना पड़े। 

4) आवदेन करने के लिए परिवार पहचान पत्र को अनिवार्य किया हैं जोकि बहुत से छात्रों का नही बन पाया हैं इसलिए परिवार पहचान पत्र के बिना ही आवेदन करने की अनुमति दी जाए ताकि छात्रों को कोई परेशानी ना हो।

कृष्ण अत्री ने बताया कि एनएसयूआई ने छात्रहितों में जो 4 मांगे सरकार और विभाग के सामने रखी थीं वो 4 मांगे मान ली गई हैं। अब अगर छात्र ने 5 कॉलेज के अलग-अलग 5 कोर्स के लिए आवेदन किया हैं और वह छात्र सभी कोर्स की मैरिट लिस्ट में आने योग्य हैं तो उसका नाम सभी कॉलेजों की सभी कोर्स की मैरिट लिस्ट में नाम आ रहा हैं। उन्होंने बताया कि एनएसयूआई के प्रयासों के चलते पूरे प्रदेशभर के छात्रों का अपने मनपसंद कोर्स तथा कॉलेज में दाखिला लेने का सपना पूरा हुआ हैं जिसके चलते छात्रों में खुशी की लहर हैं।

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