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सैकड़ों मजदूरों और कर्मचारियों ने भारत बचाओ दिवस पर पर केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया

Posted by : pramod goyal on : Monday 9 August 2021 0 comments
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 फरीदाबाद 9अगस्त आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में हो रही लगातार वृद्धि पर रोक लगाने, तीनों काले कृषि कानूनों को वापस लेने,चार लेबर कोड्स रद्द करने,बिजली बिल 2020 को वापस लेने एवम् डीजल,पेट्रोल, रसोई गैस, और सरसों के तेल में हो रही लगातार बढ़ोतरी पर रोक लगाने की मांग को लेकर आज सोमवार को जॉइंट ट्रेड यूनियन काउंसिल जिला कमेटी फरीदाबाद के बैनर तले सैकड़ों मजदूरों और कर्मचारियों ने भारत बचाओ दिवस के अवसर पर पर सेक्टर 12 में  केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार सभी विभागों के मजदूरों और कर्मचारियों ने भारी बारिश होने के बावजूद भी सेक्टर 12 के ओपन एयर थिएटर में आज प्रात एकत्रित होना शुरु कर दिया। यहां पर एक विशाल सभा का आयोजन किया गया।इसकी अध्यक्षता ज्वाइंट ट्रेड यूनियन काउंसिल के सदस्य एटक के बेचू गिरी,इंटक के चेयरमैन हुक्म चंद ,सीटू के प्रधान निरंतर पराशर,आईसीटीयू के कॉमरेड जवाहर लाल ने मिलकर की जबकि संचालन जिला कन्वेनर लाल बाबू शर्मा ने किया।इस सभा को एटक के जिला अध्यक्ष आर एन सिंह ने सबोधित करते हुए कहा कि केंद्र और  राज्य की सरकार लगातार जनविरोधी  नीतियों को तेजी से लागू कर रही है। मजदूरों के लिए बनाए गए  44 श्रम कानूनों को तब्दील करके चार लेबर कोड्स में बदल दिया गया है। यह संशोधन मालिकों के हक में किए गए हैं। केंद्रीय ट्रेड यूनियन इस का जोरदार विरोध करते हैं। सभा को संबोधित करते हुए सीटू के जिला उपाध्यक्ष विरेंद्र सिंह डंगवाल ने बताया कि केंद्र की सरकार ने कोराना काल में आपदा को अवसर में बदलते हुए सभी जन सेवाओं के विभागों जैसे हवाई जहाज, बैंकों, बीमा, एलआईसी, इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम, हिंदुस्तान पैट्रोलियम, और रोडवेज, बिजली, पानी, सड़क, सिंचाई सहित शिक्षा विभाग का निजीकरण करना शुरू कर दिया। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार और राज्य सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत नहीं कर रही है।  अस्पतालों में  कोरोना की वैक्सीन  नहीं मिल रही है। आम लोगों को टीका लगाने के लिए घंटों लाइन में खड़ा रहना पड़ता है। महंगाई लगातार बढ़ रही है। खाद्य पदार्थों की कीमतों पर नियंत्रण नहीं कि


या जा रहा है जीवन रक्षक दवाइयों की कीमतें  बढ़ रही।डंगवाल ने फरीदाबाद प्रशासन पर  खोरी गांव में तोड़फोड़ करके पिछले 35 सालों से अपना प्लॉट खरीद कर मकान बना  के रहने वाले  लोगों को बेघर करने का आरोप भी लगाया।उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लागू करने में जिला प्रशासन दोहरे मापदंड अपना रहा है। एक तरफ अरावली हिल्स में बड़े-बड़े के फार्म हाउस, बारात घर और शिक्षण संस्थान  बने हुए हैं। उन्हें नहीं तोड़ा जा रहा है। जबकि गरीब लोगों के घरों को तत्काल जमींदोज कर दिया गया है। जिन लोगों के घरों को तोड़ा गया उनके लिए किसी भी प्रकार की मुफ्त में भोजन और आवास की व्यवस्था जिला प्रशासन द्वारा नहीं की गई है। लोग अपने छोटे बच्चों के साथ खुले आसमान के नीचे जीवन बसर करने के लिए मजबूर हो गए हैं। उनके लिए कोई तंबू और तिरपाल तक नहीं लगाया गया है। सभा को एचएमएस के प्रधान आर डी यादव और इंट क के कुंदन लाल ने भी संबोधित किया अपने संबोधन में उन्होंने बताया कि कारखानों में मजदूरों के साथ मैनेजमेंट अन्याय करते हैं। मजदूरों से काम ज्यादा लिया जाता है। और जी ने लायक वेतन मालिक नहीं देते हैं। श्रम विभाग मजदूरों का पक्ष नहीं सुनता है। जबकि मालिक अपनी बातों को श्रम विभाग से मनवा लेता है।सभा को आशा वर्कर यूनियन की जिला सचिव सुधा पाल और आगनबाडी वर्कर और हेल्पर यूनियन की जिला सचिव मालवती ने भी संबोधित किया। सभा के तुरंत बाद जुलूस की शक्ल में सैकड़ों मत दो उपायुक्त कार्यालय के समक्ष नारे लगाते हुए पहुंचे। यहां पर पहुंचकर प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम 15 सूत्री मांगों ज्ञापन तहसीलदार बड़खल श्री यशविंदर सिंह को सौंपा गया। यहां पर सभा को सर्व कर्मचारी संघ के जिला सचिव बलवीर बालगुहेर,ने संबोधित किया। उन्होंने बिजली  कर्मचारियों की कल की देशव्यापी हड़ताल को पूर्ण समर्थन का ऐलान किया। प्रदर्शनकारी को संबोधित करते हुए अपने समापन भाषण में बेचू गिरी ने बताया कि यदि सरकार ने उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने वाले कानूनों पर रोक नहीं लगाई किसानो की मांगों को लागू नहीं किया और देश में सरकारी विभागों में नियमित भर्ती और श्रम कानूनों में किए गए संशोधनों को वापस नहीं लिया तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा। उन्होंने बताया कि फैक्ट्रियों में 12   घंटे  काम लिया जाता है। मजदूरों की संख्या अधिक थी। अब कम कर दी गई है। मजदूर बधुआ मजदूर की तरह जिंदगी जी रहे हैं। इनको ईएसआई का लाभ तक नहीं मिलता है। प्रोविडेंट फंड नहीं काटा जा रहा है। अगर फैक्ट्रियों में दुर्घटनाएं होती हैं। तो किसी भी प्रकार का मुआवजा मालिक उनको देने को तैयार नहीं होता है। आज की न्यूज़ कार्रवाई को मिथिलेश कुमार, देवेंद्र री शर्मा, विजय झा, हेमलता, वीनस के प्रधान श्याम बाबू , धर्मवीर वैष्णव, खुर्शीद अहमद ने भी संबोधित किया।

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