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पंचायती पंप ऑपरेटरों का फूटा गुस्सा, सड़क पर उतर कर किया प्रदर्शन

Posted by : pramod goyal on : Friday 23 July 2021 0 comments
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 फरीदाबाद 23 जुलाई पंचायती पंप ऑपरेटरों का फूटा गुस्सा। सड़क पर उतर कर किया प्रदर्शन। आज शुक्रवार को हरियाणा गवर्नमेंट पीडब्ल्यूडी मैकेनिकल वर्कर्स यूनियन ने पंचायती ट्यूबल ऑपरेटर के रुके हुए मानदेय के भुगतान की मांग को लेकर आज उपायुक्त कार्यालय के समक्ष जोरदार प्रदर्शन किया। और इस प्रदर्शन के माध्यम से उपायुक्त कार्यालय के अधीक्षक श्री मोहनलाल को मांगों का ज्ञापन सौंपा गया। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आज सुबह विभिन्न गांव में जल वितरण के कार्यों पर लगे हुए  ट्यूब वैल ओपर्टेर  राजस्थान भवन के सामने सेक्टर 12 में एकत्रित होने शुरू हो गए थे। यहां से नारे लगाते हुए डीसी कार्यालय के समक्ष पहुंचे। प्रदर्शनकारी रोका हुआ वेतन का भुगतान करो कच्चे कर्मचारियों को पक्का करो के नारे लगा रहे थे। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता जिले के वरिष्ठ उपप्रधान श्री कुंवर पाल दयालपुर ने की जबकि संचालन जिला सचिव गांधी सेहरावत ने किया। इस मौके पर यूनियन के पूर्व प्रांतीय प्रधान वीरेंद्र सिंह डंगवाल विशेष रूप से उपस्थित रहे। अपने संबोधन में उन्होंने पंचायत एंड विकास विभाग के अधिकारियों पर ट्यूबवेल ऑपरेटर के साथ भेदभाव करने का आरोप लगाया। उन्होंने बताया कि विभाग के अधिकारी इन कर्मचारियों का शोषण कर रहे हैं।   डंगवाल ने बताया कि महानिदेशक विकास एंड पंचायत विभाग हरियाणा, चंडीगढ़ ने अपने पत्र क्रमांक  31017 दिनांक 26 मार्च 2021 को ग्रामीण ट्यूबल ऑपरेटर के मानदेय के भुगतान हेतु दिशा निर्देश जारी किए थे। इन आदेशों में उन्होंने प्रमुख अभियंता जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग हरियाणा पंचकूला और समस्त कार्यकारी अभियंता जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग  हरियाणा को आदेश दिए थे। कि सरकार ने 23 .7 . 2019  को ग्रामीण ट्यूबवेल


ऑपरेटर को लगाने और उनका वेतन देने और मेंटेनेंस संबंधी समस्त कार्यों को पंचायत विभाग में ट्रांसफर कर दिया है। इसलिए 23-7-2019 के बाद आपके द्वारा लगाए गए किसी भी ग्रामीण ट्यूबवेल ऑपरेटर को मान्यता नहीं दी जाएगी। इसके अलावा यह  आदेश भी जारी किए गए  कि ग्रामीण ट्यूबवेल ऑपरेटर के  मानदेय की राशि जो 4629 रुपया है। उसका वितरण भी रोक दिया जाए। क्योंकि इसका भुगतान पंचायत एवं विकास अधिकारी अपने स्तर पर  करेंगे। इन आदेशों के जारी होने के  बाद भी अभी तक  भी ग्रामीण ट्यूबवेल ऑपरेटर को वेतन की अदायगी नहीं की गई है। जबकि 22 अगस्त 2018 को मुख्यमंत्री के साथ हुई बैठक में ग्रामीण इलाकों में पानी की सप्लाई करने वाले ऑपरेटरों के वेतन में 4629 रुपए की जगह 10747 रुपए की बढ़ोतरी कर दी गई थी। लेकिन विभाग के अधिकारियों ने 29 महीने का समय व्यतीत होने के बावजूद भी इस बढ़ी हुई राशि का भुगतान नहीं किया। इतना ही नहीं पंचायत विभाग के अधिकारियों ने इन कर्मचारियों को जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के द्वारा जो  4629  रुपए का मानदेय  दिया जाता था। उस पर भी रोक लगा दी। लेकिन जुलाई 2019 से बढ़े हुए वेतन 10447 रुपए  का भुगतान अभी तक नहीं किया है। इस वेतन की प्राप्ति के लिए ग्रामीण ट्यूबवेल ऑपरेटर को दर-दर की ठोकरें खानी पड़ रही हैं।जबकि जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी यह स्पष्ट बता देते हैं। कि उनके पास अब ग्रामीण ट्यूब वैलो की मेंटेनेंस का कार्य नहीं  रहा। सरकार ने इस कार्य का जिम्मा पंचायत विभाग के खंड विकास एवं पंचायत विभाग  को सौंप दिया है। विभाग ने सारा रिकॉर्ड भी उनको हस्तांतरित कर दिया है। इसलिए वेतन की अदायगी भी पंचायत विभाग के द्वारा ही होनी चाहिए। लेकिन फरीदाबाद में तीनों ब्लॉकों के खंड विकास एवं पंचायत अधिकारियों ने अभी तक 283 ग्रामीण ट्यूबवेल ऑपरेटरों के वेतन का भुगतान नहीं किया है। जबकि डायरेक्टर पंचायत विकास विभाग हरियाणा चंडीगढ़ ने इनके वेतन के लिए बजट बीडीपीओ को ट्रांसफर कर दिया है। यूनियन ने चेतावनी दी है। कि यदि लाभार्थियों का वेतन समय पर वितरित नहीं किया गया तो यूनियन आंदोलन को तेज करने पर मजबूर होगी। क्योंकि इसी बीच सरकार ने 24 गांव को नगर निगम में समायोजित कर दिया है। इसलिए इन 24 गांव में वाटर सप्लाई का कार्य कर रहे पंप ऑपरेटर के वेतन का भुगतान नगर निगम के अधिकारियों के द्वारा किया जाना है। इस पर भी अभी तक कार्रवाई रुकी हुई है। आज के प्रदर्शन को यूनियन के जिला सचिव गांधी सहरावत पब्लिक हेल्थ के कोषाध्यक्ष राजकुमार, उपप्रधान मोहनलाल गौतम, जिला कोषाध्यक्ष पूर्ण सिंह दहिया,कवींद्र, संजय, सुभाष, विभीषण, आदि ने भी संबोधित किया।

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