फरीदाबाद, 16 जून। म्युनिस्पिल कारपोरेषन ईम्पलाईज फैडरेषन के संस्थापक महासचिव, नगरपालिका कर्मचारी संघ, हरियाणा के पूर्व महासचिव और फरीदाबाद नगर निगम के सेवानिवृत अधिकारी रतन लाल रोहिल्ला ने कहा है कि निगम के सेवानिवृत कर्मचारियों व फैमिली पैंषनरों को मासिक पैंषन का समय पर भुगतान न करके नगर निगम प्रषासन इन वरिष्ठ नागरिकों को परेषान कर रहा है। उन्होंने कहा है कि पैंषन का समय पर भुगतान न करके निगम प्रषासन माननीय पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के आदेषों की भी अवहेलना कर रहा है। इसके इलावा पैंषनरों के काफी सारे मैडिकल रिम्बर्समेंट बिल सहित अन्य मामले निगम की लेखा शाखा एवं स्थापना शाखा में लम्बित पड़े हुए हैं और ये वरिष्ठ नागरिक अपने इन मामलों के लिए आए दिन निगम मुख्यालय में धक्के खाने को मजबूर हैं। उन्होंने निगमायुक्त डा. गरिमा मितल से अनुरोध किया है
कि वे इस गंभीर मसले पर तुरंत ध्यान देकर पैंषनरों को राहत प्रदान करें। रोहिल्ला ने धमकी भी दी है कि यदि निगम प्रषासन ने इन वरिष्ठ लोगों की बात को अनसुना किया तो निगम के पैंषनर न केवल आंदोलन करने को मजबूर होंगे बल्कि माननीय उच्च न्यायालय के निर्णय की अवहेलना करने के कारण न्यायालय में अवमानना याचिका भी दायर करेंगे।
श्री रोहिल्ला ने कहा आज यहां जारी एक प्रैस विज्ञप्ति में बताया है कि निगम में कुल 2160 पैंषनर/फैमिली पैंषनर हैं, जिनकी मासिक कुल पैंषन 3 करोड़ 69 लाख रूपये बनती है। इन पैंषनरों में अधिकतर पैंषनर छोटे एवं गरीब सेवानिवृत कर्मचारी हैं और देष के दूर-दराज राज्यों, शहरों एवं गांवों में रहते हैं और ये लोग केवल इन्हें मिलने वाली पैंषन पर ही आश्रित हैं। काफी सारे पैंषनर काफी वयोवृद्ध के साथ-साथ अत्यधिक दरिद्र स्थिति में हैं, जिनकी पैंषन का भुगतान नियमानुसार हर महीने की एक तारिख को किया ही जाना चाहिये और यदि एक तारिख को अवकाष हो तो इससे एक दिन पहले पैंषन इन लोगों के बैंक खाते मे जमा कर दी जानी चाहिये, लेकिन निगम प्रषासन ऐसा नहीं कर रहा है।
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