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ग्रामीण सफाई कर्मचारियों को अभी तक नहीं मिले जीवन रक्षक जरूरी उपकरण

Posted by : pramod goyal on : Sunday, 29 March 2020 0 comments
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फरीदाबाद 29 मार्च ग्रामीण सफाई कर्मचारियों को कोरोना वायरस जैसी महामारी से बचाव के लिए मास्क, दस्ताने और सैनिटाइजर प्रदान करने की आवश्यकता है।  लॉक डाउन घोषित होने के 5 दिनों के बाद भी हरियाणा प्रदेश में कार्यरत ग्रामीण सफाई कर्मचारियों को जीवन रक्षक जरूरी उपकरण प्रदान नहीं किए जा रहे हैं। इतना ही नहीं इन गरीब कर्मचारियों को खाने पीने का जरूरी सामान भी नहीं मिल रहा है। यह जानकारी ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन के राज्य प्रधान देवी राम एवं सेंटर आफ इंडियन ट्रेड यूनियन के जिला उपाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह डंगवाल ने यहां से जारी ए
क बयान में दी। उन्होंने बताया कि निर्देशक पंचायत एवं विकास विभाग हरियाणा चंडीगढ़ ने प्रत्येक ग्राम पंचायत के सरपंच को कोरोना वायरस जैसी बीमारी से निपटने के लिए 15 हजार रूपए की मंजूरी प्रदान की है।  इसमें से प्रत्येक ग्राम पंचायत के सरपंच को गांव में कार्यरत ग्रामीण सफाई कर्मचारियों के लिए मास्क, दस्ताने, और सैनिटाइजर का सामान खरीद कर देने के आदेश दिए गए थे। लेकिन प्रदेश के अधिकांश सरपंचों ने ग्रामीण सफाई कर्मचारियों को उपरोक्त सामान खरीद कर  नहीं  दिया है।जैसे कि फरीदाबाद जिले के अंतर्गत  कुल 116 पंचायतें हैं। जिसमें से 46 बल्लभगढ़ में, 35 फरीदाबाद ब्लॉक में और 35 तिगांव ब्लॉक के अंतर्गत आती हैं। इसमें से केवल 20 और 25 ग्राम पंचायतों थोड़ी सी राशि के ही  सैनिटाइजर, मास्क और दस्ताने खरीद कर दिए हैं। जबकि बाकी पंचायतों ने अभी तक कोई सामान ग्रामीण सफाई कर्मचारियों को खरीदकर नहीं दिया है। जिसकी वजह से उन्हें इस भयंकर बीमारी से पीड़ित होने की संभावना बढ़ रही हैं।इस बीमारी पर काबू पाने में स्वास्थ्य विभाग के साथ साथ ग्रामीण सफाई कर्मचारी भी जुटे हुए हैं। इसलिए जिस तरह से स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को जीवन रक्षक उपकरण दिए गए हैं। उसी तर्ज पर ग्रामीण सफाई कर्मचारियों को भी आवश्यक सामग्री प्रदान की जानी चाहिए। इस लिए राज्य सरकार को सभी सरपंचों को पूरी  15 हजार की राशि की सामग्री खरीद कर देने के फिर से  आदेश देने चाहिए। क्यों कि ये कर्मचारी प्रत्येक गांव मे दवाई के छिड़काव और साफ सफाई के काम को कर रहे हैं।इस लिए इन्हें यह सामान अवश्य प्रदान किया जाना चाहिए। इसके साथ साथ राज्य प्रधान देवी राम ने बताया कि यह अजीब विडंबना ही है कि जहां अन्य विभागों के कर्मचारियों को हर माह में नियमित वेतन मिलता है। वही दूसरी तरफ ग्रामीण सफाई कर्मचारियों को तीन- तीन महीने तक वेतन नहीं मिलता है। उन्होंने बताया कि जनवरी और फरवरी में बजट आने के बावजूद भी कई जिलों और ब्लॉकों में सफाई कर्मचारियों को वेतन का भुगतान नहीं किया गया है। वेतन नहीं मिलने के कारण कर्मचारियों के सामने रोजमर्रा की जरूरतें पूरा करने का गंभीर संकट पैदा होता जा रहा है। एक तरफ हरियाणा सरकार ने कर्मचारियों को आर्थिक राहत देने की घोषणा की है। लेकिन ग्रामीण सफाई कर्मचारियों को राशन और अन्य जरूरी सामान से बंचित रखा जाता है। डंगवाल ने समाज के अन्य तबकों के साथ-साथ ग्रामीण सफाई कर्मचारियों को भी निशुल्क खाद्य सामग्री उपलब्ध  कराने की मांग की है । उन्होंने बताया कि ग्रामीण सफाई कर्मचारियों की आर्थिक स्थिति काफी कमजोर है और उन्हें अपना ज्यादा समय गांव में सफाई व्यवस्था को सुधारने में लगाना पड़ता है।

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