HEADLINES


More

4 एसडीओ व एक अकाउंटेंट को बर्खास्त करने, 7 एसडीओ को रिवर्ट करने, गुरुग्राम सर्कल की 5 सब डिवीजनों की फ्रैंचाइजी करने के मामले ने तूल पकड़ा

Posted by : pramod goyal on : Wednesday, 18 December 2019 0 comments
pramod goyal
Saved under : , ,
//# Adsense Code Here #//
फरीदाबाद, । बिजली निगम प्रबंधकों द्वारा 4 एसडीओ व एक अकाउंटेंट को बर्खास्त करने, 7 एसडीओ को रिवर्ट करने, गुरुग्राम सर्कल की 5 सब डिवीजनों की फ्रैंचाइजी करने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा से संबंधित आल हरियाणा पावर कार्पोरेशनज वर्कर यूनियन बिजली निगम प्रबंधकों की इस तानाशाही रवैयें और निगमों में
आउटसोर्सिंग निजीकरण की नीतियों को तेजी से लागू करने के खिलाफ बुधवार को डीएचबिवीएन केे हिसार मुख्यालय पर राज्य स्तरीय प्रदर्शन करेगी। इस प्रदर्शन मे जिले की चारों यूनिटों से सैकड़ों की संख्या में कर्मचारी शामिल होंगे। यह निर्णय मंगलवार को सर्कल सचिव अशोक कुमार की अध्यक्षता में जिला कार्यालय में संपन्न हुई कार्यकारिणी की मीटिंग में लिया गया। अतिरिक्त सर्कल सचिव राम चरण द्वारा संचालित इस मीटिंग में सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष लांबा, यूनियन के उप प्रधान सतपाल नरवत व केंद्रीय कमेटी के सदस्य शब्बीर अहमद गन्नई व मनोज जाखड़ आदि उपस्थित थे। मीटिंग में सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के आह्वान पर 20 दिसंबर को जिला मुख्यालय पर होने वाले प्रदर्शन और 8 जनवरी की राष्ट्रव्यापी आम हड़ताल में भी बढ चढ कर शामिल होने का निर्णय लिया गया।

सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष व आल हरियाणा पावर कारपोरेशनज वर्कर यूनियन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुभाष लांबा ने बताया कि कर्मचारियों एवं अधिकारियों के तमाम विरोध के बावजूद गुरुग्राम सर्कल की 5 सब डिवीजनों को निजी हाथों में सौपा जा रहा है। जबकि तीन साल पहले 7 सब डिवीजनों में किया गया यह प्रयोग पुरी तरह विफल हो चुका है। गांवों के फीडरो को भी निजी हाथों में सौपा जा रहा है। उन्होंने कहा कि विभागीय एग्जाम पास न करने का बहाना बनाकर प्रबंधकों ने चार एसडीओ को बर्खास्त और 7 पदोन्नति हुए एसडीओ को रिवर्ट कर दिया गया है। इसी प्रकार एक अकाउंटेंट को भी बर्खास्त कर दिया है। जबकि भर्ती के लिए जारी किए गए विज्ञापन में विभागीय एग्जाम पास करने की कोई शर्त नहीं लगाई गई थी। उन्होंने बताया कि बिजली निगमों में आउटसोर्सिंग, निजीकरण एवं ठेका प्रथा की नीतियों को बड़ी तेजी से लागू किया जा रहा है। कार्य एवं शक्तियों का विकेंद्रीकरण करने की बजाय केन्द्रीयकरण किया जा रहा है। जिससे उपभोक्ताओं की परेशानियों में बढ़ोतरी हो रही है। सिंगल टेंडर में कार्यों को प्राईवेट एजेंसी को दिया जा रहा है। उन्होंने बताया जिन कर्मचारियों एवं अधिकारियों की दिन रात की मेहनत के कारण लाईन लासिंज व बकाया बिलों की राशि कम हुई है आज उनको डराया व धमकाया जा रहा है। जिसके कारण उनमें भय का माहौल बना हुआ है।मीटिंग में  यूनिटों के नेता कर्म सिंह, भूप सिंह कौशिक, गिरीश कुमार, कृष्ण कुमार, करतार सिंह, सुरेन्द्र शर्मा, कुलबीर राठी, सुभोध, टेक चंद, जुगल किशोर, राहुल, प्रकाश, मदन लाल उपस्थित थे।  के मामले ने तूल पकड़ा 

No comments :

Leave a Reply