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फरीदाबाद, 30 अगस्त - दिल्ली मेट्रो की आवाज के रूप में पहचान बन चुके
जाने माने उद्घोषक तथा दूरदर्शन के लोकप्रिय न्यूज रीडर रहे शम्मी नारंग
आज वाईएमसीए विश्वविद्यालय, फरीदाबाद में इंजीनियरिंग के विद्यार्थियों
रूबरू हुए तथा विद्यार्थियांे को करियर में सफलता के लिए संवाद कौशल को
लेकर जरूरी टिप्स दिये।
कुलपति प्रो. दिनेश कुमार की उपस्थिति में शम्मी नारंग ने
विद्यार्थियों के साथ अपने काॅलेज के दिनों के किस्सों को भी साझा किया। इस
अवसर पर शम्मी नारंग के साथ उनकी पत्नी डाॅली नारंग जोकि म्युजिक कम्पोजर
है, भी उपस्थित थीं। वाईएमसीए इंजीनिरिंग काॅलेज में 1978 बैच का हिस्सा
रहे शम्मी नारंग ने विद्यार्थियों को बताया कि किस तरह उन्होंने इंजीनियर
होते हुए अपने अंदर छुपी प्रतिभा को आगे बढ़ने का अवसर दिया और इसे एक करियर
बनाया।
उल्लेखनीय है कि नारंग ने बॉलीवुड की कई फिल्मों के लिए भी काम किया
है, जिनमें उत्तेजना, मकबूल, नो वन किल्ड जेसिका, सरबजीत और सुल्तान शामिल
हैं। इसके अलावा, उन्होंने कई अंग्रेजी फिल्मों के हिंदी डब के लिए भी अपनी
आवाज दी है।
शम्मी ने बताया कि काॅलेज के दिनों में वे पढ़ाई में अच्छे नहीं थे।
चालीस विद्यार्थियों के बैच में उनका नम्बर शायद 40वां था लेकिन इसके
बावजूद प्लेसमेंट में उनका चयन सबसे अच्छे पैकेज में हुआ, जिसका कारण उनका
संवाद कौशल है। उन्होंने बताया कि जरूरी नहीं कि हमारे पास अच्छा ज्ञान है
तभी हम अच्छे वक्ता बन सकते है, अपितु यह है कि आप अपने संदेश की कितनी
स्पष्टता एवं प्रभावशाली ढंग से संक्षिप्त शब्दों में दूसरों तक पहुंचा
सकते है और आप किस प्रकार के शब्दों का चयन करते है।
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