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फरीदाबाद, 8 अगस्त। वेतन न मिलने से गुस्साए नगर निगम फरीदाबाद के हजारों सफाई कर्मचारियों ने आज नगर निगम के वित्त नियंत्रक के कार्यालय का घेराव कर वेतन की मांग की। गुस्साए प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व नगर निगम सफाई कर्मचारी यूनियन के प्रधान बलवीर सिंह बालगुहेर ने किया।प्रदर्शनकारी कर्मचारियों को सम्बोधित करते हुए प्रधान बलवीर सिंह बालगुहेर ने कहा कि नगर निगम के अधिकारी कोर्ट के आदेशों का हवाला देते हुए गरीब सफाई कर्मचारियों का वेतन देने में आना-कानी कर रहे है। जबकि सभी अधिकारी अपना-अपना वेतन व ठेकेदारों का भुगतान कर रहे है। त्यौहार सिर पर है लेकिन गरीब सफाई कर्मचारियों का वेतन न दे उन्हें त्यौहार मनाने से वंचित किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि यह गरीब सफाई कर्मचारी पिछले 20 दिनों से अपनी न्यायोचित मांगों को लेकर नगर निगम के गेट पर प्रदर्शन कर रहे है। नगर निगम में दलितों का प्रतिनिधित्व कर रही मेयर सुमन बाला भी सफाई कर्मचारियों के हित में अधिकारियों पर कोई दबाव नहीं बन रही है।
श्री बालगुहेर ने कहा कि एक अप्रैल 2018 से 6 अप्रैल तक यूनियन ने आन्दोलन किया था और छह अप्रैल को यूनियन के साथ निगमायुक्त की वार्ता हुई, जिससे सभी मुद्दों पर सहमति बनी, जिसमें मुख्य रूप से पार्ट-1 के कर्मचारियों की ठेकेदारी प्रथा समाप्त करके इन कर्मचारियों को रिक्त पदों को भरते हुए इन कर्मचारियों को प्राथमिकता देगें। लेकिन इतने महीने बीत जाने के बाद भी इन कर्मचारियों को पार्ट-2 पॉलिसी में नहीं रखा जा रहा है साथ ही कर्मचारियों को यात्रा भत्ता(एलटीसी), छह माह का एरियर का भुगतान अभी तक नहीं किया गया। अगर जल्द इन कर्मचारियों की इन समस्याओं का समाधान नहीं किया गया तो नगर निगम के सफाई कर्मचारी दोबारा टूल डाऊन हड़ताल जैसा कदम उठाने से भी पिछले नहीं हटेगें।
अन्य के अलावा नानकचंद खैरालिया, गुरचरण खाण्डिया, प्रेमपाल, श्रीनंद ढकोलिया, सोमपाल झिझोटिया, रघुबीर चौटाला, दान सिंह, बल्लू प्रधान, सुखबीर मौर्या, महेन्द्र कुण्डिया, जितेन्द्र छाबड़ा, राजबीर चिण्डालिया, जयसिंह, राजपाल किठवाड़ी, रामसिंह टांक, देशराज डाबर, जगदीश बालगुहेर, विरेन्द्र भंडारी, सूरज कीर, रविन्द्र टांक, बदलू महाराज, रणजीत चिण्डालिया, नानक चौधरी, महिला नेता बृजवती, माया, कमला, शकुन्तला, कमलेश, कुसुम, सुनीता, इन्द्रा, संतोष, सलोचना आदि ने सम्बोधित किया।
उन्होंने कहा कि यह गरीब सफाई कर्मचारी पिछले 20 दिनों से अपनी न्यायोचित मांगों को लेकर नगर निगम के गेट पर प्रदर्शन कर रहे है। नगर निगम में दलितों का प्रतिनिधित्व कर रही मेयर सुमन बाला भी सफाई कर्मचारियों के हित में अधिकारियों पर कोई दबाव नहीं बन रही है।
श्री बालगुहेर ने कहा कि एक अप्रैल 2018 से 6 अप्रैल तक यूनियन ने आन्दोलन किया था और छह अप्रैल को यूनियन के साथ निगमायुक्त की वार्ता हुई, जिससे सभी मुद्दों पर सहमति बनी, जिसमें मुख्य रूप से पार्ट-1 के कर्मचारियों की ठेकेदारी प्रथा समाप्त करके इन कर्मचारियों को रिक्त पदों को भरते हुए इन कर्मचारियों को प्राथमिकता देगें। लेकिन इतने महीने बीत जाने के बाद भी इन कर्मचारियों को पार्ट-2 पॉलिसी में नहीं रखा जा रहा है साथ ही कर्मचारियों को यात्रा भत्ता(एलटीसी), छह माह का एरियर का भुगतान अभी तक नहीं किया गया। अगर जल्द इन कर्मचारियों की इन समस्याओं का समाधान नहीं किया गया तो नगर निगम के सफाई कर्मचारी दोबारा टूल डाऊन हड़ताल जैसा कदम उठाने से भी पिछले नहीं हटेगें।
अन्य के अलावा नानकचंद खैरालिया, गुरचरण खाण्डिया, प्रेमपाल, श्रीनंद ढकोलिया, सोमपाल झिझोटिया, रघुबीर चौटाला, दान सिंह, बल्लू प्रधान, सुखबीर मौर्या, महेन्द्र कुण्डिया, जितेन्द्र छाबड़ा, राजबीर चिण्डालिया, जयसिंह, राजपाल किठवाड़ी, रामसिंह टांक, देशराज डाबर, जगदीश बालगुहेर, विरेन्द्र भंडारी, सूरज कीर, रविन्द्र टांक, बदलू महाराज, रणजीत चिण्डालिया, नानक चौधरी, महिला नेता बृजवती, माया, कमला, शकुन्तला, कमलेश, कुसुम, सुनीता, इन्द्रा, संतोष, सलोचना आदि ने सम्बोधित किया।
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