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17 करोड की सीवर लाईन डिस्पोजल का उद्घाटन करने के बाद ग्रेडर
फरीदाबाद का गंदा पानी नहर और खुली जगहों पर फेंका जा रहा है, सरकार की
मोटी रकम खर्च करने वाले खुद पर्यावरण मंत्री विपुल गोयल ने सीवर लाईन
डिस्पोजल का उद्घाटन किया था, उसके बाद एनजीटी के आदेशों की धज्जियां
पर्यावरण मंत्री के सामने ही उडाई जा रही हैं। मंत्री साहब ने आधे अधूरे
प्रोजेक्ट का उद्घाटन करके वाहवाही तो लूट ली मगर भूल गये कि इसके
दुष्परिणाम भी हो सकते हैं।
ग्रेटर फरीदाबाद की सडकों के बीचों बीच पाईप डालकर जुगाड करने के बाद गंदे पानी को खुले में फैंका जा रहा है, जो कि खुले आम एनजीटी के आदेशों की धज्जियां उडाने वाला दश्य है,, और ये सब खुद हरियाणा के पर्यावरण मंत्री विपुल गोयल के सामने हो रहा है, क्योंकि मंत्री साहब ने हाल ही में ग्रेटर फरीदाबाद के गंदे पानी की निकासी के लिये 17 करोड की लागत से सीवर लाईन डिस्पोजल का उद्घाटन किया, मगर उन्होंने आधे अधूरे प्रोजेक्ट का ही उद्घाटन करने के बाद जनता की वाहवाही लूट ली और उनके समर्थकों ने उनका अभार व्यक्त करने के लिये बडे बडे होडिंग बोर्ड भी लगा दिये। मगर जब जनता को इस बारे में पता लगा तो वह मंत्री साहब पर भडक उठे और कहा कि पर्यावरण मंत्री को एनजीटी के आदेशों की धज्जियां उडाना शोभा नहीं देता, सरकार के 17 करोड खर्च करने के बाद भी गंदे पानी को खुले में फेंका जा रहा है ये कैसा प्रोजेक्ट है और आधे अधूरे प्रोजेक्ट का ये कैसा उद्घाटन है।
ग्रेटर फरीदाबाद की सडकों के बीचों बीच पाईप डालकर जुगाड करने के बाद गंदे पानी को खुले में फैंका जा रहा है, जो कि खुले आम एनजीटी के आदेशों की धज्जियां उडाने वाला दश्य है,, और ये सब खुद हरियाणा के पर्यावरण मंत्री विपुल गोयल के सामने हो रहा है, क्योंकि मंत्री साहब ने हाल ही में ग्रेटर फरीदाबाद के गंदे पानी की निकासी के लिये 17 करोड की लागत से सीवर लाईन डिस्पोजल का उद्घाटन किया, मगर उन्होंने आधे अधूरे प्रोजेक्ट का ही उद्घाटन करने के बाद जनता की वाहवाही लूट ली और उनके समर्थकों ने उनका अभार व्यक्त करने के लिये बडे बडे होडिंग बोर्ड भी लगा दिये। मगर जब जनता को इस बारे में पता लगा तो वह मंत्री साहब पर भडक उठे और कहा कि पर्यावरण मंत्री को एनजीटी के आदेशों की धज्जियां उडाना शोभा नहीं देता, सरकार के 17 करोड खर्च करने के बाद भी गंदे पानी को खुले में फेंका जा रहा है ये कैसा प्रोजेक्ट है और आधे अधूरे प्रोजेक्ट का ये कैसा उद्घाटन है।
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