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सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिल्ली के जंतर - मंतर पर प्रदर्शन करने के प्रतिबंध को हटाने की खुशी में फरीदाबाद कोर्ट में वकीलों ने लड्डू बांटकर खुशियां मनाई। न्यायिक सुधार संघर्ष समिति के अध्यक्ष और पूर्व बार एसोसिएशन के प्रधान एल एन पराशर ने कहा कि लोकतंत्र में अपनी बात रखने का हक सबको है इसलिये वह उच्चतम न्यायालय के फैंसले का स्वागत करते हैं।
बता दें कि राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) ने प्रदूषण का हवाला देते हुए पिछले साल जंतर-मंतर पर किसी भी प्रकार के प्रदर्शन और लाउडस्पी
करों के इस्तेमाल को प्रतिबंधित कर दिया था। एनजीटी के इस कदम के खिलाफ कई संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया था और इस आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील की थी। उच्चतम न्यायालय ने कहा है कि जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करने या धरना देने पर पूर्ण प्रतिबंध नहीं लग सकता है। इसलिये पीठ ने केन्द्र को निर्देश दिया कि वह ऐसे प्रदर्शनों की अनुमति देने के लिए दिशा-निर्देश तय करें।
फरीदाबाद कोर्ट में सुप्रीम कोर्ट के इस फैंसले का भव्य स्वागत किया है और न्यायिक सुधार संघर्ष समिति के अध्यक्ष और पूर्व बार एसोसिएशन के प्रधान एल एन पराशर ने वकीलों में लड्डू बांटकर खुशियां मनाई। पराशर ने कहा कि लोकतंत्र में अपनी बात रखने का हक सबको है इसलिये वह उच्चतम न्यायालय के फैंसले का स्वागत करते हैं। इतना ही नहीं सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार उन्होंने 27 जुलाई को जंतर मंतर पर अदालत में सुधार की मांग को लेकर प्रदर्शन करने की अनुमति डीसीपी दिल्ली से ले ली है अब 27 जुलाई को सैंकडों वकील 12 बजे से 2 तक जंतर मंतर पर कोर्ट में सुधार के लिये प्रदर्शन करेंगे।
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