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अखिल भारतीय वीर गुर्जर महासभा का प्रतिनिधि मंडल भारत सरकार के संस्कृति और पर्यटन मंत्री डॉ॰ महेश शर्मा से मिला । इस प्रतिनिधि मंडल में राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुराग गुर्जर, राष्ट्रीय महामंत्री गौरव तंवर कारना, तेजा गुर्जर , देवेंद्र कसाना, श्याम सिंह भाटी, धीरज तंवर , अनिल कसाना, अतुल भाटी,सतेंद्र तोंगड़, डॉ॰ अजय भाटी थे । राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुराग गुर्जर ने संस्कृति मंत्री डॉ॰ महेश शर्मा को बताया की बटेश्वर मंदिर श्रृंखला, मुरैना, मध्य प्रदेश में 200 मंदिरो का निर्माण 8 वी शताब्दी में गुर्जर प्रतिहार राजवंश के सम्राट मिहिर भोज के द्वारा करवाया गया था । भूकंप और
विदेशी आक्रांताओ के आक्रमणों के कारण इन मंदिरों की स्थिति बेहद खराब हो गई थी। वर्ष 2004 से 2008 के बीच भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) के पूर्व क्षेत्रीय निदेशक केके मोहम्मद जी के प्रयासों से और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के तत्कालीन प्रमुख केएस सुदर्शन जी की मदद से 80 मंदिरों के संरक्षण कार्य पूर्ण हुआ था । बाकि बचे हुए 120 मंदिरो का जीर्णोद्वार कराने हेतु मार्च 2018 में देशव्यापी हस्ताक्षर अभियान चलाया गया था । जिसमे देश के नागरिको ने लाखो की संख्या में हस्ताक्षर करके प्रधान मंत्री कार्यालय भेजे थे। उसके पश्चात प्रधान मंत्री कार्यालय से पुरातत्व विभाग को निर्देश दिए गए की इन 120 मंदिरो का जीर्णोद्वार करवाया जाये । भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) ने हमे पत्र भेजकर 3 मई 2018 को बताया की जल्दी ही मंदिरो का कार्य शुरू होगा परन्तु अबतक कोई भी काम शुरू नहीं हुआ है । अब आप इसमें हस्तक्षेप करके कार्य शुरू करवाइये । मंत्री डॉ॰ महेश शर्मा ने प्रतिनिधि मंडल को आश्वासन दिया की आप मुझे एक हफ्ते का समय दीजिये में इसकी पूरी जानकारी प्राप्त कर के आपको दोबारा मिलने का समय देता हु और भारत की सबसे बड़ी मंदिरो की श्रंखला के जीर्णोद्वार के लिए भारत सरकार के संस्कृति और पर्यटन मंत्रालय से सम्पूर्ण राशि प्रदान करवाएंगे ।
विदेशी आक्रांताओ के आक्रमणों के कारण इन मंदिरों की स्थिति बेहद खराब हो गई थी। वर्ष 2004 से 2008 के बीच भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) के पूर्व क्षेत्रीय निदेशक केके मोहम्मद जी के प्रयासों से और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के तत्कालीन प्रमुख केएस सुदर्शन जी की मदद से 80 मंदिरों के संरक्षण कार्य पूर्ण हुआ था । बाकि बचे हुए 120 मंदिरो का जीर्णोद्वार कराने हेतु मार्च 2018 में देशव्यापी हस्ताक्षर अभियान चलाया गया था । जिसमे देश के नागरिको ने लाखो की संख्या में हस्ताक्षर करके प्रधान मंत्री कार्यालय भेजे थे। उसके पश्चात प्रधान मंत्री कार्यालय से पुरातत्व विभाग को निर्देश दिए गए की इन 120 मंदिरो का जीर्णोद्वार करवाया जाये । भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) ने हमे पत्र भेजकर 3 मई 2018 को बताया की जल्दी ही मंदिरो का कार्य शुरू होगा परन्तु अबतक कोई भी काम शुरू नहीं हुआ है । अब आप इसमें हस्तक्षेप करके कार्य शुरू करवाइये । मंत्री डॉ॰ महेश शर्मा ने प्रतिनिधि मंडल को आश्वासन दिया की आप मुझे एक हफ्ते का समय दीजिये में इसकी पूरी जानकारी प्राप्त कर के आपको दोबारा मिलने का समय देता हु और भारत की सबसे बड़ी मंदिरो की श्रंखला के जीर्णोद्वार के लिए भारत सरकार के संस्कृति और पर्यटन मंत्रालय से सम्पूर्ण राशि प्रदान करवाएंगे ।
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