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मिड डे मील वर्कर की मांगों व समस्याओं के समाधान के संदर्भ में सात सूत्री मांगों का ज्ञापन सौंपा

Posted by : pramod goyal on : Wednesday 9 June 2021 0 comments
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 फरीदाबाद 9 जून मिड डे मील वर्कर्स यूनियन हरियाणा संबंधित सीटू  जिला कमेटी फरीदाबाद ने आज बुधवार को मिड डे मील वर्कर  की मांगों व समस्याओं के समाधान के संदर्भ में निर्देशक, प्राथमिक शिक्षा, हरियाणा, पंचकूला, के नाम उप शिक्षा अधिकारी फरीदाबाद को सात सूत्री मांगों का ज्ञापन सौंपा। यह जानकारी यूनियन की जिला प्रधान कमलेश ने दी। इस अवसर पर सीटू के जिला उपाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह डंगवाल और हरियाणा गवर्नमेंट पीडब्ल्यूडी मैकेनिकल वर्कर्स यूनियन के जिला कोषाध्यक्ष पूर्ण दहिया,


आशा देवी, पूनम, और सरोज भी उपस्थित रहे। ज्ञापन सौंपने से पहले मांग पत्र में दर्ज समस्याओ पर प्रकाश डालते हुए वीरेंद्र सिंह डंगवाल ने बताया कि वर्करों को पिछले 5 महीने से मानदेय का भुगतान नहीं किया है। सरकार वर्करों के साथ भेदभाव कर रही है एक तरफ जहां शिक्षा विभाग के कर्मचारियों को वर्ष के 12 महीने वेतन दिया जाता है। वही मिड डे मील वर्कर्स को केवल 10 महीने का मानदेय ही मिलता है। उन्होंने इन कर्मचारियों को भी वर्ष के 12 महीने वेतन देने की मांग की। उन्होंने बताया कि बकाया वर्दी भत्ता जारी नहीं किया गया है। इस राशि में बढ़ोतरी होनी चाहिए। सरकार के द्वारा साल भर में दो ड्रेस के लिए केवल 600 रुपए दिए जाते हैं। इस महंगाई में 600 रुपए में एक भी ड्रेस नहीं बनती है। इसलिए दो ड्रेस के लिए एक वर्ष में कम से कम  1200 रुपए मिलने चाहिए। उन्होंने कहा कि मिड डे मील वर्कर की 60 साल की आयु में सेवानिवृत्त करने के बजाए इनको 65 साल तक की उम्र तक काम करने की अनुमति मिलनी चाहिए। जैसा की आगनबाडी आईसीडीएस परियोजना में कार्यरत आंगनवाड़ी वर्कर्स एवं हेल्पर की सेवानिवृत्ति की उम्र 65 साल है। हेल्पर्स का भी बच्चों के लिए राशन बनाने का काम है। और मिड डे मील कुक का भी बच्चों के लिए राशन बनाने का काम है। इसलिए मिड डे मील कुक की रिटायरमेंट की उम्र 65 साल होनी चाहिए। इसके साथ साथ दो लाख रुपए की राशि का रिटायरमेंट लाभ भी मिलना चाहिए।उन्होंने कहा कि किसी भी वर्कर को काम से नहीं हटाया जाए। और हटाए गए सभी वर्करों को काम पर दोबारा से लगाया जाए। और स्वयं सहायता समूह की बाध्यता खत्म की जाए। इसके साथ-साथ मिड डे मील वर्कर के मानदेय में तुरंत बढ़ोतरी की जाए।इनको हरियाणा सरकार की न्यूनतम वेतन के बराबर किया जाए। उन्होंने सभी मिड डे मील वर्कर को रेगुलर कर्मचारी बनाने तथा इनका न्यूनतम वेतन 24000 रुपए करने और ईएसआई पीएफ की सुविधा सहित सभी सामाजिक सुरक्षा लाभ देने की मांग की। उन्होंने बताया कि मिड डे मील वर्कर  को भी प्राथमिकता के आधार पर कोरोना वैक्सीन फ्री में दी जाए। इस अवसर पर पूरन दहिया, आशा देवी, पूनम, सरोज, कमलेश, उपस्थित रहे।


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