फरीदाबाद 7अप्रैल ज्वाइंट ट्रेड यूनियन काउंसिल फरीदाबाद के बैनर तले विभिन्न यूनियनों के सैकड़ों कार्यकर्ताओ ने आज सात अप्रैल बुधवार को कमिश्नर नगर निगम के कार्यालय के सम्मुख जोरदार धरना प्रदर्शन किया।तथा जमकर सरकार विरोधी नारे लगाए। प्रदर्शनकारी अग्रिम खपत के नाम बिजली उपभोक्ताओं से अतिरिक्त चार्ज के रूप में पांच हजार रुपए की वसूली को लेना बंद करो। खोरी तथा जमाई कॉलोनी में तोड़फोड़ की कार्रवाई पर रोक लगाओ के नारे लगा रहे थे। ज्वाइंट ट्रेड यूनियन की ओर से मुख्यमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन कमिश्नर कार्यालय में किसी अधिकारी के उपस्थित नहीं होने की वजह से उपायुक्त कार्यालय सेक्टर 12 में जाकर दिया गया। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आज प्रातः एटक,सीटू,इंटक, एचएमएस, आईसीटीआईयू, एवं बैंकों के कार्यकर्ता नगर निगम के सम्मुख एकत्रित होने शुरू हो गए थे। प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व एटक के मिथलेश कुमार,सीटू के विजय झा, एचएमएस डी एन मिश्रा,इंटक के हुकम चंद बेनीवाल, आईसीटी यू के कामरेड जवाहरलाल ने संयुक्त रूप से किया। जबकि कार्रवाई का संचालन कन्वीनर लालबाबू शर्मा ने कर रहे थे। उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए एटक के जिला प्रधान आरएन सिंह ने दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम पर उपभोक्ताओं के साथ अन्याय करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मीटर कनेक्शन के साथ ही बिजली विभाग ने सिक्योरिटी के नाम पर अतिरिक्त जमा राशि पहले ही ले रखी है। अब फिर से उपभोक्ताओं से यह राशि वसूली जा रही है। इसको बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। विरोध सभा को संबोधित करते हुए सीटू के जिला उपाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह डंगवाल ने जिला प्रशासन पर गांव खोरी और जवाई कॉलोनी में तोड़फोड़ करने की कड़े शब्दों में भर्त्सना की उन्होंने कहा कि नगर निगम के फरीदाबाद के अधिकारी अरावली पर्वत मालाओं में अवैध रूप से बन रहे फार्म हाउसों एवम् बड़े-बड़े लोगो के मकानों को तोड़ने के लिए कार्यवाही नहीं करता है। क्योंकि यह मकान बड़े रसूखदारों और ऊंची राजनीतिक पहुंच रखने वालों के हैं। इसलिए निगम प्रशासन इन्हें तोड़ पाने की स्थिति में नहीं रहता है। इसके बजाय गरीब लोगों के मकानों को बिना किसी नोटिस के तोड़ दिया जाता है। जबकि सर्वोच्च न्यायालय और एनजीटी का फैसला सभी प
र एक समान लागू होना चाहिए। लेकिन निगम के अधिकारी तोड़फोड़ करने में दोहरे मानदंड अपना रहे हैं। अमीरों के मकान चाहे वह अरावली हिल्स में वन क्षेत्र में ही क्यों नहीं बने हैं। उन्हें नहीं तोड़ा जाता है।इस दोहरी नीति का ज्वाइंट ट्रेड यूनियन काउंसिल फरीदाबाद कड़ा विरोध करती है। उन्होंने प्रशासन से पीड़ित लोगों को पुनर्वास की मांग की। और उन्हें मुआवजा देने का सरकार से अनुरोध किया है। उन्होंने किसान आंदोलन का भी समर्थन करते हुए देश की सरकार से किसानों के खिलाफ बनाए गए तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग की। उन्होंने कहा सरकार को न्यूनतम गारंटी कानून को लिखित में अमलीजामा पहना ना चाहिए। आज के प्रदर्शन को इंटक के हुकमचंद बेनीवाल ने भी संबोधित किया। उन्होंने भी इस कार्रवाई की निंदा की। प्रदर्शनकारियों को एच एम एस के राजपाल डांगी ने संबोधित किया उन्होंने कहा कि निगम के अधिकारी सौतेला व्यवहार कर रहे हैं। हार्डवेयर चौक से प्याली चौक तक की सड़क नहीं बनाई जा रही है। प्रदर्शनकारियों को आईसीटी यूके कामरेड जवाहरलाल ने भी संबोधित किया। उन्होंने कहा कि पहले लोगो की करो ना काल से कमर टूटी हुई है। बहुत सारे लोगों का लॉकडाउन में रोजगार चले गया। तनख्वाह नहीं मिली हैं। सरकार आम लोगों को आर्थिक ।नुकसान पहुंचा रही है। उन्होंने कहा कि नगर निगम के अधिकारी जब कॉलोनिया में प्रॉपर्टी डीलर प्लाट काटते तब नगर निगम और नगर योजना कार का कार्यालय किसी प्रकार का हस्तक्षेप नहीं करता है। जब लोग वहां पर पर रहना शुरू कर देते हैं। तब प्रशासन हरकत में आ कर बिना सूचना के पुलिस बल के सहारे तोड़फोड़ की कार्रवाई करता है। इस कार्रवाई में भी भेदभाव किया जाता है। प्रदर्शनकारियों को वामपंथी पार्टियों के नेताओं ने भी संबोधित किया। इस मौके पर सीपीएम के जिला सचिव कामरेड शिवप्रसाद ने भी प्रशासन के अधिकारियों से इस तरह की कार्रवाई को बंद करने की मांग की। प्रदर्शनकारियों को सीपीआई के मिथिलेश कुमार ने भी संबोधित किया अंत में सभा का समापन सीटू के उपप्रधान विजय झा ने किया। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि इन मांगों पर ऊपर से कोई कार्यवाही नहीं होती है। तो जॉइंट ट्रेड यूनियन काउंसिल आंदोलन को तेज करने पर मजबूर होगी। प्रदर्शनकारियों को बैजू सिंह, डीन एन मिश्रा, ने भी संबोधित किया। लिया।
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