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सार्वजनिक क्षेत्रों की संपत्तियों को निजी हाथों में सौंपने के खिलाफ बल्लभगढ़ रेलवे स्टेशन के सामने जोरदार प्रदर्शन किया

Posted by : pramod goyal on : Monday 15 March 2021 0 comments
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 फरीदाबाद 15 मार्च ज्वाइंट ट्रेड यूनियन काउंसिल फरीदाबाद के तत्वाधान में आज सैकड़ों मजदूरों और कर्मचारियों ने केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर भारतीय रेल का निजी करण बंद करने और सार्वजनिक क्षेत्रों की संपत्तियों को निजी हाथों में सौंपने के खिलाफ बल्लभगढ़ रेलवे स्टेशन के सामने जोरदार प्रदर्शन किया। इसकी अध्यक्षता एटक के जिला प्रधान आरएन सिंह, सीटू के जिला प्रधान निरंतर पराशर, सर्व कर्मचारी संघ के जिला प्रधान अशोक कुमार, इंटक़ के जिला प्रधान हुकुमचंद बेनीवाल, आईसीयू टीके कामरेड जवाहरलाल बैंक बैंक एंप्लाइज फेडरेशन के अध्यक्ष कृपाराम शर्मा ने संयुक्त रूप से की। जबकि कार्रवाई का संचालन सीटू के जिला उपाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह डंगवाल ने किया। अपने संबोधन में उन्होंने देश की सरकार से जन सेवाओं के विभागों का निजी करण बंद करने की मांग पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयों जनता को सुविधाएं प्रदान करने के लिए बनाई गई थी। इनका गठन का मकसद मुनाफा कमाने का नहीं था। लेकिन भारत की सरकार ने अब इन इकाइयों को मजबूती प्रदान करने के लिए इन पर निवेश करने के बजाय इनका ही विनिवेश करना शुरू कर दिया है। इस मौके पर सभा को संबोधित करते हुए एटक के जिला प्रधान आरएन सिंह ने भारत सरकार पर भारतीय रेल को अदानी अंबानी के हवाले करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि इस सरकार ने अपने कार्यकाल में किसी भी विभाग का निर्माण नहीं किया है। जबकि पिछले 70 सालों में जिन विभागों का निर्माण पूर्ववर्ती सरकारों के कार्यकाल में हुआ हुआ है। उनका निजी करण करके देश के पूंजी पतियों के हवाले किया जा रहा है। देश का गरीब मजदूर किसान इस निजी करण का मुंह तोड़ जवाब देंगे। सभा को संबोधित करते हुए सीटू के नेता शिव प्रसाद ने बताया कि आज देश का बैंक का एम्पलाइज 2 दिन की हड़ताल पर है। सरकारी बैंकों से देश के गरीबों निर्धनों को लोन और कम ब्याज दरें पर ऋण मिलते हैं। देश का गरीब मजदूर किसान अपनी छोटी बचतो को राष्ट्रीय बैंकों में खाता खोलकर जमा करते हैं। यदि बैंक प्राइवेट हो जाएंगे तो गरीबों का जमा किया गया पैसा हड़प लिया जाएगा। इसलिए बैंकों का निजीकरण किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। सभा को आईसीटी यूके जवाहरलाल और इंटक के हुकम चंद बेनीवाल ने संबोधित करते हुए बताया कि इस सरकार ने श्रम कानूनों में संशोधन करके इनको कारपोरेट सेक्टरों के


मन मुताबिक बना दिया गया है। अब मजदूरों को यूनियन बनाने का अधिकार नहीं मिलेगा। इसके साथ साथ हड़ताल धरने प्रदर्शन करने का अधिकार सरकार ने समाप्त कर दिए हैं। 44 श्रम कानून बदलकर चार लेबर कोड बना दिए गए हैं। मजदूरों को न्यूनतम मजदूरी का अधिकार भी नहीं मिलेगा और काम के घंटे भी आठ से बढ़ाकर 12 कर दिए गए हैं। सभा को सम्बोधित करते हुए सीटू पलवल के प्रधान श्रीपाल भाटी ने भी आंदोलन का समर्थन करते हुए सरकार से पर किसानों की मांगों का अनदेखी करने का आरोप लगाया। सभा को संबोधित करते हुए बैंक एम्पलाइज के प्रधान कृपाराम शर्मा ने कहा कि देश की सरकार राष्ट्रीय कृत बैंकों को निजी बैंक में तब्दील करना चाहती है। देश के लाखों बैंक कर्मचारी आज और कल 2 दिन की राष्ट्रव्यापी हड़ताल कर रहे हैं। यदि सरकार ने बैंकों के निजीकरण पर रोक नहीं लगाई तो यह हड़ताल अनिश्चितकालीन में तब्दील हो सकती है। बैंकों के निजीकरण से  रोजगार के अवसर समाप्त हो जाएंगे गरीबों को सस्ते में लोन और बच्चों की पढ़ाई के लिए मिलने वाला ऋण नहीं मिलेगा क्योंकि प्राइवेट बैंक मुनाफा कमाने के लिए बाजार में लाए जा रहे हैं। इनका मकसद जनहित नहीं है। जबकि सरकारी बैंक देश की जनता के हितों की रक्षा के लिए काम करते हैं। प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए एटक के महासचिव बेचू गिरी ने कहा कि निजी करण से भारी नुकसान होंगे इससे बेरोजगारी बढ़ेगी सार्वजनिक क्षेत्र का दायरा घटेगा। निजी क्षेत्र अधिक लाभ कमाने के लिए बाजार में लाए जा रहे हैं इससे महंगाई बेलगाम हो जाएगी लगातार पेट्रोल डीजल गैस की कीमतें बढ़ रही हैं इसका असर सीधे तौर पर गरीबों पर पड़ रहा है गैस का सिलेंडर की कीमत लगातार बढ़ती जा रही है जबकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें कम है फिर भी देश और प्रदेश की सरकार है अतिरिक्त एक्साइज ड्यूटी लगाकर इन कीमतों को बढ़ा रही हैं तेल की कीमतें बढ़ने से माल की ढुलाई पर अधिक धनराशि खर्च होती है। जिसका बोझ आम जनता को सहन करना पड़ता है। विरोध कारवाही का समापन करते हुए अध्यक्ष मंडल के अशोक कुमार ने बताया कि इस सरकार ने कर्मचारियों और पेंशनरों को मिलने वाले अतिरिक्त महंगाई भत्ते की किस्तों पर भी रोक लगा रखी है। जबकि  महंगाई लगातार बढ़ रही लेकिन कर्मचारियों का रोका गया  डी ए सरकार नहीं दे रही है। इस विरोध सभा को  राम आसरे यादव, राजबेल देसवाल, रविंदर नागर, सर्व कर्मचारी संघ बल्लभगढ़ के प्रधान रमेश तेवतिया, सीटू के कामेश्वर ठाकुर, महेश द्विवेदी, आशा वर्कर यूनियन की जिला सेक्रेटरी सुधा पाल, सुशीला चौधरी, मिड डे मील वर्कर की कमलेश चौधरी, एटक के मिथिलेश कुमार, नगर निगम के कर्मचारी नेता राकेश चंडालिया, रामचरण पुष्कर, आदि ने भी संबोधित किया।

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