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देशव्यापी हड़ताल को सफल बनाने का प्रस्ताव पास किया गया

Posted by : pramod goyal on : Sunday 8 November 2020 0 comments
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 फरीदाबाद 8 नवंबर ज्वाइंट ट्रेड यूनियन काउंसिल फरीदाबाद की कन्वेंशन संपन्न हुई। प्याली चौक के नजदीक नगर निगम सामुदायिक केंद्र में आयोजित की गई कन्वेंशन की अध्यक्षता  एटक के तरसेम सिंह सीटू के जिला प्रधान निरंतर पराशर, हिंद मजदूर सभा के नेता डीएन मिश्रा, आई एनटीयूसी के हुकम चंद बेनीवाल, आई सी टी यू के तरफ से कामरेड जवाहरलाल ने संयुक्त रूप से की। यह जानकारी सीटू के जिला उपाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह डगवाल ने यहां से जारी एक बयान


में दी। उन्होंने बताया कि कन्वेंशन में आगामी26 नवंबर  को होने वाली देशव्यापी हड़ताल को सफल बनाने का प्रस्ताव पास किया गया। उन्होंने कहा कि इस हड़ताल को सफल बनाने के लिए सभी यूनियनों ने पूरी ताकत झोंक दी है।इस कन्वेंशन में  सभी स्वतंत्र यूनियनों के प्रतिनिधियों के अलावा बैंक बीमा बीएसएनल के प्रति निधियों ने भी भाग लिया।  सभा को सम्बोधित करते हुए एटक के महासचिव बेचू गिरी ने सरकार पर सार्वजनिक क्षेत्रों के निजी करण करने का आरोप लगाया। उन्होंने बताया कि  44 श्रम कानूनों को चार वेज कोड में रूपांतरित कर दिया गया है। अब मजदूरों को मिलने वाली सुविधाओं में मालिक कटौती करने के लिए स्वतंत्र होंगे। उन्हें श्रम विभाग की तरफ से किसी भी प्रकार की कठिनाई नहीं होगी। मजदूर को न्यूनतम मजदूरी मिल रही है या नहीं इस पर भी शर्म विभाग कोई कार्रवाई नहीं कर पाएगा। श्रम कानूनों में हुए संशोधनों पर सीटू के नेता केपी सिंह, इंटर की तरफ से धर्म सिंह मुला, आई एनटीयूसी की तरफ से कामरेड जवाहरलाल और हिंद मजदूर सभा की तरफ से एसडी त्यागी ने अपने विचार व्यक्त किए। सभी वक्ताओं ने केंद्र एवं राज्य सरकारों पर श्रमिक विरोधी कानूनों को तत्काल लागू करने का आरोप। उन्होंने कहा कि सरकार कोरोना काल को आपदा को अवसर में बदलने के नाम पर रेल, कोयला, भारत पैट्रोलियम, हिंदुस्तान पैट्रोलियम, बीएसएनल, इंडियन ऑयल, बैंक, एलआईसी, एयर इंडिया, परिवहन विभाग, बिजली पानी, शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़कों, औद्योगिक शिक्षण संस्थाओं का लगातार निजीकरण कर रही है सरकारी विभागों में स्वीकृत पदों को समाप्त करके ठेका प्रथा को तेजी से लागू किया जा रहा है। प्राइवेट उद्योग धंधों में श्रम कानूनों का घोर उल्लंघन हो रहा है। करोना कॉल में पूर्ण लॉकडाउन के बाद मजदूरों को बड़े पैमाने से नौकरी से निकाल दिया गया है उन्हें वेतन तक नहीं दिया गया। काम के घंटे 8 से बढ़ाकर 12 कर दिए हैं। कारखानों के मालिक मजदूरों को नौकरी से निकालने के बाद उनका हिसाब करने के लिए भी तैयार नहीं है। आज की बैठक की कार्रवाई का संचालन  लालबाबू शर्मा ने किया। उन्होंने कहा कि हड़ताल की सफलता के लिए 16 नवंबर से फरीदाबाद में जन जागरण अभियान आरंभ कर दिया जाएगा।


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