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कानून के दायरे में रहकर काम करना ही पुलिस का सुरक्षा कवच है- पुलिस आयुक्त

Posted by : pramod goyal on : Wednesday 21 October 2020 0 comments
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 फरीदाबाद:  पुलिस आयुक्त, फरीदाबाद श्री ओ॰पी॰सिंह ने, पुलिस उपायुक्त, क्राइम श्री मुकेश कुमार, पुलिस उपायुक्त, मुख्यालय डॉ॰ अर्पित जैन, सहायक पुलिस उपायुक्त, क्राइम श्री अनिल कुमार तथा सभी क्राइम ब्रांच प्रभारियों तथा सैंट्रल जोन के अधिकारियों और थाना व चैकी प्रभारियों की संगोष्ठी के दौरान पिछले सप्ताह किए गए कार्यों का ब्यौरा लेते हुए कहा कि क्राइम ब्रांच के सभी अधिकारी और कर्मचारी अपनी जान की परवाह किए बिना पूरी निष्ठा, मेहनत और इमानदारी से काम कर रहे हैं।

 
इसी प्रकार सैंट्रल जोन में भी पुलिस उत्कृष्ट सेवा निष्पादन कर रही है। फिर भी कंभी शिकायतकर्ता को, कभी आरोपी, कंभी जनता को तो कभी न्यायालय को पुलिस की कार्यवाही को लेकर शिकायत होती है। यानि हर समय पुलिस के लिए तरह-तरह की चुनौतियाँ सामने खडी रहती है। ऐसे में कानून के दायरे में रहकर कार्य करना ही पुलिस का सुरक्षा कवच है, जिसे उस समय प्रयोग किया जा सकता जब पुलिस द्वारा की गई कार्यवाही पर सवाल

उठाया जाता है कि ये काम किस नियम के तहत कर दिया गया। 

      हालाँकि जनता को अपनी सुरक्षा के प्रति खुद जिम्मेदार बनाने के लिए पुलिस द्वारा जागरूक किए जाने के बाद लोग अपने-अपने ऐरिया में सुरक्षा गार्ड़ रख रहे हैं तथा सी॰सी॰टी॰वी॰ कैमरे आदि लगवाकर सुरक्षा सुनिश्चित कर रहे हैं, जिससे वाहन चोरी, घरों में होने वाली चोरी और ठगी आदि की वारदातों में बहुत कमी आई है, लेकिन अपराधी भी आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने के लिए नित्यप्रति नए-नए तरिके ईजाद कर रहे हैं। 

जैसे चोरी की गई गाड़ी का इंजन नंबर घिस कर हटा दिया जाता है और दूसरी किसी खराब गाड़ी के इंजन का नंबर डाई से अंकित करके उसे खराब गाड़ी में डाल दिया जाता है, जिससे कि वह पकड़ में ना आए। इसी प्रकार ऑन लाइन बैंक और डाटा फ्रोड के प्रति भी लोगों को और अधिक सावधान और जागरूक होने की जरूरत है क्योंकि साइबर क्राइम में भी अपराधी लोगों को अलग-अलग तरीकों से अपना शिकार बना रहे हैं। सभी अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि अपने-अपने ऐरिया में जागरूकता फैलाने के लिए सार्वजनिक सभाओं का आयोजन किया जाए और समाचार पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित करवाया जाए ताकि उसे लोग पढ़ कर भी जागरूक हो सकें। 

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