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रोहतक।
सेंट्रल जीएसटी आयुक्तालय के अधिकारियों ने वित्तीय वर्ष 2019-20 में जींद, कुंडली, सोनीपत, सिरसा, रोहतक, राई, बहादुरगढ़ और हिसार में 213 करोड़ 25 लाख रुपए के फर्जी बिल जारी करने के खेल में शामिल 25 फर्मों को चिह्नित करते हुए राडार पर लिया है। रोहतक आयुक्तालय की टीम के अधिकारी अब इन फर्मों का जमीनी स्तर पर जांच प्रक्रिया में जुटे हुए हैं।
अधिकांश फर्म के सर्वे में कागजों पर ही कारोबार दिखाकर इनपुट टैक्स क्रेडिट क्लेम करने का प्रयास किया है, जो जीएसटी एक्ट का उल्लंघन है। उच्चाधिकारी ने कारोबारियों से अपील की कि फर्जी बिल का संदेह होने पर एंटी एवेजन ब्रांच में आकर बिलों का वेरिफेकेशन करा लें। सेंट्रल जीएसटी आयुक्तालय रोहतक के उच्चाधिकारी ने बताया कि फर्जी बिल दिखाकर सरकार से इनपुट टैक्स क्रेडिट क्लेम करना अपराध की श्रेणी में आता है।
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