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फरीदाबाद। हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद की महत्वाकांक्षी परियोजना बाल सलाह, परामर्श एवं कल्याण केंद्रों के अंतर्गत आज बाल कल्याण अधिकारी रोहतक एवं परियोजना राज्य नोडल अधिकारी, अनिल मलिक द्वारा लोधी राजपूत कल्याण समिति, फरीदाबाद के फेसबुक पेज के माध्यम से समिति के साथ जुड़े समाजसेवियों को वेबीनार के माध्यम से संबोधित किया
। श्री मलिक ने सम्बोधित करते हुए कहा कि सामाजिक सशक्तिकरण के लिए जन कल्याणकारी सोच बहुत जरूरी है। सकारात्मक व आशावादी सोच छोटे-छोटे कार्यो में बहुत बड़ा फर्क पैदा कर देती है। दृढ़ इच्छाशक्ति, मददगार रवैया, निष्कपट, निस्वार्थ, सहयोगी और सहानुभूति का मनोभाव जिस व्यक्ति विशेष में है वह सामाजिक कल्याण कार्यों में बेहतरीन भूमिका अदा कर सकता है। वर्तमान में कॉविड-19 का दौर असहज व चुनौती भरा है। हमें डटे रहकर हर चुनौती का मुकाबला करना है। उत्पन्न परिस्थिति को समझना है, बेहतर समाधान ढूंढना है। समय प्रबंधन, विवेक चिंतन, संबंधों में सुधार, स्वयं की देखभाल करनी होगी जिससे हम जीवन की बड़ी से बड़ी चुनौतियों का सामना कर सकते हैं। कोरोना के इस दौर में लॉकडाउन अवधि के दौरान सामाजिक संस्थाओं ने बेहतरीन कार्य किए हैं। सच्चे मन से उनके साहस, सामथ्र्य की प्रशंसा व प्रोत्साहन करने से उनकी रूचि सामाजिक कार्यों के प्रति बढ़ेगी ।
बाल कल्याण अधिकारी अनिल मलिक ने कहा कि कोरोना महामारी वैश्विक स्तर पर लोगों को संक्रमित कर रही है। बहुत लंबे समय तक लॉकडाउन अवधि की वजह से लोगों के मन में घबराहट, बेचैनी, अनिद्रा, व्याधि, चिंता, तनाव, द्वंद, अवसाद की स्थिति उत्पन्न होने लगी है।
मनोवैज्ञानिक ऊर्जा शक्ति बनाकर रखेंगे तो निश्चित तौर पर जीत होगी आपकी आशा और उम्मीद की, बेहतर सकारात्मक प्रयास की, सार्थक सहयोग और समर्थन की और जीत होगी आपकी हर उस कोशिश की जिसमें आपकी दृढ़ संकल्प शक्ति जुड़ी है।
बाल कल्याण अधिकारी अनिल मलिक ने कहा कि फरीदाबाद की लोधी राजपूत जन कल्याण समिति के संस्थापक लाखन सिंह लोधी ने लॉकडाऊन के समय में जरूरतमंदों को नि:शुल्क राशन वितरण किया गया, परन्तु समिति ने राशन लेते हुए किसी भी व्यक्ति का फोटो नहीं लिया, नहीं सोशल मीडिया पर डाला। यह एक सराहनीय कदम है। साथी ही इस कार्य को समिति के पदाधिकारियों ने स्वयं मिलकर किया।
। श्री मलिक ने सम्बोधित करते हुए कहा कि सामाजिक सशक्तिकरण के लिए जन कल्याणकारी सोच बहुत जरूरी है। सकारात्मक व आशावादी सोच छोटे-छोटे कार्यो में बहुत बड़ा फर्क पैदा कर देती है। दृढ़ इच्छाशक्ति, मददगार रवैया, निष्कपट, निस्वार्थ, सहयोगी और सहानुभूति का मनोभाव जिस व्यक्ति विशेष में है वह सामाजिक कल्याण कार्यों में बेहतरीन भूमिका अदा कर सकता है। वर्तमान में कॉविड-19 का दौर असहज व चुनौती भरा है। हमें डटे रहकर हर चुनौती का मुकाबला करना है। उत्पन्न परिस्थिति को समझना है, बेहतर समाधान ढूंढना है। समय प्रबंधन, विवेक चिंतन, संबंधों में सुधार, स्वयं की देखभाल करनी होगी जिससे हम जीवन की बड़ी से बड़ी चुनौतियों का सामना कर सकते हैं। कोरोना के इस दौर में लॉकडाउन अवधि के दौरान सामाजिक संस्थाओं ने बेहतरीन कार्य किए हैं। सच्चे मन से उनके साहस, सामथ्र्य की प्रशंसा व प्रोत्साहन करने से उनकी रूचि सामाजिक कार्यों के प्रति बढ़ेगी ।
बाल कल्याण अधिकारी अनिल मलिक ने कहा कि कोरोना महामारी वैश्विक स्तर पर लोगों को संक्रमित कर रही है। बहुत लंबे समय तक लॉकडाउन अवधि की वजह से लोगों के मन में घबराहट, बेचैनी, अनिद्रा, व्याधि, चिंता, तनाव, द्वंद, अवसाद की स्थिति उत्पन्न होने लगी है।
मनोवैज्ञानिक ऊर्जा शक्ति बनाकर रखेंगे तो निश्चित तौर पर जीत होगी आपकी आशा और उम्मीद की, बेहतर सकारात्मक प्रयास की, सार्थक सहयोग और समर्थन की और जीत होगी आपकी हर उस कोशिश की जिसमें आपकी दृढ़ संकल्प शक्ति जुड़ी है।
बाल कल्याण अधिकारी अनिल मलिक ने कहा कि फरीदाबाद की लोधी राजपूत जन कल्याण समिति के संस्थापक लाखन सिंह लोधी ने लॉकडाऊन के समय में जरूरतमंदों को नि:शुल्क राशन वितरण किया गया, परन्तु समिति ने राशन लेते हुए किसी भी व्यक्ति का फोटो नहीं लिया, नहीं सोशल मीडिया पर डाला। यह एक सराहनीय कदम है। साथी ही इस कार्य को समिति के पदाधिकारियों ने स्वयं मिलकर किया।
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