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गोंच्छी मे डिपो होल्डर खा रहा दलितों का हक,अंगूठा लगवाने के बाद भी BPL परिवारों को नहीं दे रहा पूरा राशन

Posted by : pramod goyal on : Monday 29 June 2020 0 comments
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फरीदाबाद।
देश मे फैली कोरोना महामारी के बीच हुए लॉक डाउन ने पूरे देश को आर्थिक संकट के मुँह में धकेल दिया है । कम्पनियां बन्द होने की वजह से लोगों के सामने रोजी रोटी का संकट पैदा हो गया लोग शहरों से अपने गाँवों की और रुख कर लौट गए और यह सिलसिला आज भी जारी है। अपने गाँवों की ओर लौट रहे लोगों की सामाजसेवी संस्थाओं ने खाने पीने और रुपयों से खूब मदद की तो इसी कड़ी में देश के प्रधानमंत्री ने लोगों को मुफ्त राशन देने की घोषणा की ताकि आर्थिक संकट से जूझ रहे लोगों को कुछ राहत दी जा सके । लेकिन डिपो होल्डर है कि दूसरों के हक को बेधड़क खा रहे है यहाँ तक कि डीपो होल्डर दलित और BPL परिवारों को भी नहीं बक्स रहे है । ताजा मामला देखने को मिला फरीदाबाद के गाँव गोंच्छी मे जहाँ गोपाल नाम का डिपो होल्डर न केवल दलित और BPL परिवारों का हक लूट कर खा रहा है बल्कि वह देश के प्रधानमंत्री के आदेशों को ठेंगा दिखा रहा है। इस लूट से परेशान लोगों के सब्र का बांध आखिर टूट गया और डिपो होल्डर के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए उसपर अंगूठा लगवा कर भी पूरा राशन न देने का आरोप लगाया।जब इस मामले में डिपो होल्डर गोपाल से बात की गई तो उसने कैमरे पर आकर कुछ भी कहने से साफ इंकार कर दिया। जिसके बाद इसकी शिकायत मीडिया द्वारा जिला खाद्य आपूर्ति विभाग के अधिकारी से की तो उन्होंने वही राटा रटाया जवाब दिया और केवल जाँच के बाद कारवाही करने का आश्वासन दिया । लेकिन अक्सर देखा गया है कि जाँच के बाद आश्वासन का नतीजा केवल ढाक के तीन पात ही निकलता है अब देखना यह होगा कि दलित और BPL परिवारों के हक को खाकर देश के प्रधान मंत्री के आदेश को ठेंगा दिखाने वाले डिपो होल्डर के खिलाफ क्या कार्यवाही की जाती है ।
तस्वीरों में दिखाई दे रही है भीड़ एनआईटी फरीदाबाद के गांव गोंच्छी की है। बता दें कि यह सभी दलित परिवार हैं जिनके पास ज्यादातर बीपीएल कार्ड है। इनका आरोप है कि लॉकडाउन के बाद से इनके डिपो होल्डर ने इन्हें कभी पूरा राशन नहीं दिया और इनसे अंगूठा लगवा कर वह इनका राशन भी उतार लेता है जिसका वह लोग जब विरोध करते हैं तो वह उन्हें धमकाकर भगा देता है जिसकी शिकायत अब उन्होंने उच्च अधिकारियों से की है लेकिन अभी तक डिपो होल्डर गोपाल के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं हुई है वह अपनी मनमर्जी से लोगों को राशन देता है ।उन्होंने आरोप लगाया कि लॉकडाउन में उसने एक दो बारा बार राशन दिया लेकिन कभी पूरा राशन नहीं दिया और इससे पहले वे हर एक कार्ड से पांच -पांच किलो राशन कम देता आ रहा है।आइये सुनाते है क्या कहना है इन पीड़ित लोगों का। वही जब इस मामले में जिला खाद्य आपूर्ति विभाग के अधिकारी केके गोयल से बात की गई तो उन्होंने जांच के बाद उचित कार्रवाई का आश्वासन देते हैं कहां की ऐसी शिकायतें मिलने के बाद पहले जांच की जाती है जिसमें में वह दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी ।अब देखना यह होगा कि क्या जिला खाद्य आपूर्ति विभाग के अधिकारी डिपो होल्डर की लूट का खुलासा होने पर क्या कार्रवाई करते हैं क्या दलित और बीपीएल परिवारों को उनका हक कभी मिल पाएगा या यूँ ही ऊंचे रसूख के डिपो होल्डर अपनी मनमानी कर देश के प्रधानमंत्री के आदेशों को ठेंगा दिखाते रहेंगे।

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