//# Adsense Code Here #//
फरीदाबाद 13 मई - श्रम कानूनों में किए गए संशोधनों को रद्द करने, न्यूनतम वेतन ₹26000 लागू करने और सार्वजनिक क्षेत्रों के नीजीकरण पर रोक लगाने सहित अन्य मा्गों को लागू करने के लिए आगामी 20 मई को होने वाली राष्ट्रीय व्यापी हड़ताल को सफल बनाने के लिए सीटू जिला कमेटी फरीदाबाद ने जनसंपर्क अभियान तेज किया। आज सीटू से संबंधित यूनियनों ने सेक्टर 24 -25 वाईएमसीए, सैक्टर 6 औद्योगिक एरिया में फैक्ट्री वर्करों के बीच हैंड बिल और पोस्टर वितरित किए गए। सीटू के जिला सचिव वीरेंद्र सिंह डंगवाल और जिला उपाध्यक्ष शिव प्रसाद ने बताया कि भाजपा ने 5 साल पहले कॉरपोरेट्स- पूंजीपतियों के हित में मजदूर विरोधी चार श्रम सहिताओं को पास कर दिया
। जिसको अब सरकार लागू करना चाहती है। इन नए कानूनों के लागू होने के बाद देश के कुल औद्योगिक मजदूरों का 74% हिस्सा न्यूनतम श्रम अधिकारों से बाहर हो जाएगा। देश के 70 फ़ीसदी उद्योगों में मालिकों को मजदूरों को कभी भी फैक्ट्री संस्थाओं से बाहर करने का रास्ता खुल जाएगा। इतना ही नहीं फिक्स टर्म रोजगार की व्यवस्था कर पहले से स्थाई रोजगार में लगे श्रमिकों को भी अस्थाई करने का रास्ता तैयार किया जा रहा है। इनके लागू होने से काम के घंटे 8 से बढ़कर 12 हो जाएंगे। फिक्स्ड टर्म के जरिए उद्योगों एवं सरकारी संस्थानों में पक्की भर्ती बंद हो जाएगी। नौकरी जाने की डर से फिक्स्ड टर्म पर काम करने वाले मजदूर कर्मचारी यूनियन से जुड़ने में कतरायेंगे और उनका शोषण और बढ़ेगा। समान काम के लिए समान वेतन की मांग अपने आप समाप्त होजाएगी। परियोजना कर्मचारियों एवं कच्चे कर्मचारियों के लिए न्यूनतम वेतन, पक्की नौकरी, सामाजिक सुरक्षा की मांग भी नहीं कर पायेंगे। ओवर टाइम और छुट्टी के पैसे को अब वेतन से बाहर कर दिया गया है। इतना ही नहीं फैक्ट्रीयों में ठेका मजदूरों और कैजुअल वर्करों का भारी शोषण हो रहा है। केंद्र की सरकार सार्वजनिक क्षेत्रों को लगातार निजी हाथों में सौंप रही है। रोजगार विहीन विकास हो रहा है। खाली पदों को सीधी भर्ती द्वारा नहीं भरा जा रहा है। पढ़े-लिखे नौजवान लोग रोजगार की तलाश में दर -दर की ठोकरें खा रहे हैं। देश और प्रदेश की मजदूर किसान, कर्मचारी ,विरोधी नीतियों के खिलाफ और लगातार बढ़ रही महंगाई को लेकर 20 मई को पूरे देश में हड़ताल होगी।
No comments :