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फरीदाबाद,10 अप्रैल। इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स (इंडिया) फरीदाबाद लोकल सेंटर ने मानव रचना इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च एंड स्टडीज ( एमआरआईआईआरएस ) के सहयोग से “एक हरित भविष्य का निर्माण: स्थिरता के लिए आधुनिक निर्माण पद्धतियाँ” विषय पर दो दिवसीय अखिल भारतीय संगोष्ठी का सफल आयोजन 8-9 अप्रैल 2025 को एमआ
रआईआईआरएस में किया गया।
इस संगोष्ठी में विशेषज्ञों, शिक्षाविदों और पेशेवरों ने भाग लिया और स्थायी निर्माण प्रथाओं, नवीनतम तकनीकों और पर्यावरण-अनुकूल बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देने वाले नवाचारों पर विचार-विमर्श किया। इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स (आईइआई ) फरीदाबाद लोकल सेंटर के चेयरमैन, इं. इंदरदीप सिंह ओबेरॉय एवं मानद सचिव प्रो. (डॉ.) प्रदीप कुमार डिमरी ने समन्वय की महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और संगोष्ठी को सफलतापूर्वक संपन्न किया।
उद्घाटन सत्र में प्रतिष्ठित गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया। डॉ. पी.एन.ओझा, संयुक्त निदेशक एवं प्रमुख-सीडीआर, राष्ट्रीय सीमेंट एवं भवन निर्माण सामग्री परिषद, फरीदाबाद, इस अवसर पर मुख्य अतिथि एवं मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे। कार्यक्रम के दौरान 60 शोध पत्र प्रस्तुत किए गए, जिनमें स्थायी निर्माण पद्धतियों, उन्नत निर्माण सामग्री और पर्यावरणीय प्रभाव को कम करने की रण नीतियों पर गहन चर्चा हुई।
संगोष्ठी का समापन को वेलेडिक्ट्री सत्र के साथ हुआ, जिसमें प्रमुख सिफारिशों को अंतिम रूप दिया गया। आईइआई चेयरमैन इं. इंदरदीप सिंह ओबेरॉय और मानद सचिव प्रो. (डॉ.) प्रदीप कुमार डिमरी ने समापन भाषण दिया और स्थायी निर्माण और अकादमिक एवं उद्योग के बीच सहयोग की महत्ता को रेखांकित किया। यह आयोजन उद्योग के नेताओं, शोधकर्ताओं और नीति निर्माताओं के लिए ज्ञान विनिमय और सहयोग का एक महत्वपूर्ण मंच बना, जिससे एक अधिक स्थायी और पर्यावरणीय रूप से जिम्मेदार भविष्य की दिशा में सार्थक चर्चा हुई।
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