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जे.सी. बोस विश्वविद्यालय में फिल्म एवं थिएटर अभिनय पर कार्यशाला का आयोजन

Posted by : pramod goyal on : Wednesday, 9 April 2025 0 comments
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 फरीदाबाद, 9 अप्रैल - जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद के कम्युनिकेशन एंड मीडिया टेक्नोलॉजी विभाग द्वारा फिल्म और थिएटर अभिनय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन महार्षि नारद स्टूडियो में किया गया। यह कार्यशाला विद्यार्थियों और नवोदित कलाकारों के लिए एक प्रेरणादायक अनुभव रही।

कार्यशाला का संचालन मुकेश भाटी ने कि

या, जो दो दशक से अभिनय क्षेत्र में सक्रिय हैं। मुकेश भाटी एक्टिंग स्कूल, फरीदाबाद के निदेशक हैं और नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (एनएसडी ) के पूर्व अभिनेता रह चुके हैं। उन्होंने अभिनय की बारीकियों, चरित्र निर्माण, संवाद अदायगी, मंच प्रस्तुति और कैमरे के सामने अभिनय की तकनीकों पर विस्तृत रूप से चर्चा की।

कार्यशाला की शुरुआत विश्वविद्यालय के प्राध्यापकों और विद्यार्थियों द्वारा स्वागत भाषण से हुई। श्री भाटी ने अपने प्रेरणादायक भाषण में एक अभिनेता के जीवन में अनुशासन, संवेदनशीलता और निरंतर अभ्यास की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने संगीत, नाटक और अभिनय के सम्पूर्ण ग्रंथ के रूप में भारतमुनि के नाट्य शास्त्र  का अभिनय के लिए नौ रस का उल्लेख करते हुए विस्तारपूर्वक बताया कि कैसे ये नौ रस अभिनय प्रशिक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। मुकेश भाटी ने विद्यार्थियों को फिल्म एवं थिएटर में अभिनय के मूल मंत्र बहुत ही सरल तरीके से समझाए। छोटे-छोटे टास्क देकर मीडिया विद्यार्थियों से अभिनय का अभ्यास भी कराया। उन्होंने चयनित विद्यार्थियों को लघु एवं काल्पनिक घटनाओं पर आधारित छात्रों को कार्यशाला में अभिनय कौशल प्रस्तुत करने का अवसर भी मिला, जिसे श्री भाटी ने व्यक्तिगत मार्गदर्शन के साथ सुधारा।
कुलपति प्रो. एस.के. तोमर और डीन प्रो. अनुराधा शर्मा ने कार्यशाला आयोजन के लिए अपने संदेश में कहा कि ऐसे आयोजनों से प्रख्यात शख्सियत के अनुभव से विद्यार्थियों को विषय संबंधित व्यापक एवं प्रभावशाली जानकारी प्राप्त होती है। संचार एवं मीडिया तकनीकी विभागाध्यक्ष प्रो.पवन सिंह ने कार्यशाला के सफल आयोजन के लिए बधाई देते हुए उत्साहवर्धन किया। कार्यशाला के समन्वयक सहायक प्रोफेसर डॉ. राहुल आर्य ने धन्यवाद व्यक्त किया। इस तरह की रचनात्मक और व्यावहारिक कार्यशालाएं विश्वविद्यालय के छात्रों को सशक्त बनाती हैं और उन्हें अभिनय तथा मीडिया उद्योग में भविष्य की दिशा प्रदान करती हैं।

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