फरीदाबाद। उत्तर भारतियों पर आए दिन हो रहे हमले को लेकर भिन्न भिन्न सामाजिक संगठनों से जुड़े फरीदाबाद सेक्टर 12 के जाने माने समाजसेवी, राजनितिक विश्लेषक डॉ मोहन तिवारी ने कहा कि मंगलवार को अंधेरी वेस्ट के वर्सोवा इलाके में स्थित डी-मार्ट स्टोर में एक बार फिर से हमला हुआ है। उन्होंने कहा की मुंबई में स्थित एक सुपरमार्केट D मार्ट स्टोर में मराठी न बोलने पर राज ठाकरे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के कार्यकर्ताओं ने वहां के एक कर्मचारी को थप्पड़ जड़ दिया है।
समाजसेवी डॉ मोहन तिवारी ने कहा की हमारे देश का संविधान किसी भी नागरिक को देश में कहीं भी बसने और रोजगार करने का अधिकार प्रदान करता है, लेकिन राज ठाकरे और उनके कार्यकर्ता जैसे लोग संविधान की भी परवाह नहीं करते है तथा उनकी मंशा सदैव यही रहती है कि मराठी मानुष की बात कर किस तरह से मराठियों में उत्तर भारतीय संस्कृति से विद्वेष की प्रवृत्ति पैदा की जाए। श्री तिवारी ने कहा कि इन दिनों राज ठाकरे की पार्टी मनसे के कार्यकर्ताओं ने अब फिर से गुंडागर्दी करके भैय्या हटाओ नाम से नारा देने जैसा लगता है की पर-प्रांतीयों को हटाने की कैसे मुहिम शुरू की जाय।
डॉ मोहन तिवारी ने कहा की महाराष्ट्र में अपनी राजनैतिक रोटियां सेंकने की कोशिश में जुटे राज ठाकरे मुंह के बल गिरने के बाद भी आखिर ऐसी राजनीति से बाज क्यों नहीं आ रहे है। देश की आर्थिक राजधानी मुंबई मराठी भाषा के नाम पर मारपीट कोई नई बात नहीं है। इसी तरह की घटना मंगलवार को अंधेरी वेस्ट के वर्सोवा इलाके में स्थित डी-मार्ट स्टोर में एक बार फिर हुई है जहा एक सुपरमार्केट डी मार्ट स्टोर में मराठी न बोलने पर राज ठाकरे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के कार्यकर्ताओं ने वहां के एक कर्मचारी को थप्पड़ जड़ दिया साथ ही चेतावनी दी कि दोबारा से ऐसी हरकत मत करना वरना अंजाम बहुत बुरा होगा।
श्री तिवारी ने कहा की सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में स्टोर कर्मचारी को एक ग्राहक से यह कहते हुए सुना जा सकता है, 'मैं मराठी में नहीं बोलूंगा. मैं केवल हिंदी में बात करूंगा, जो करना है कर लो,' यह टिप्पणी मनसे कार्यकर्ता को अच्छा नहीं लगा और मनसे के लोकल नेताओं को पता चलने के बाद पार्टी के कार्यकर्ता नाराज हो गए। इस घटना की सूचना मिलने के बाद मनसे वर्सोवा इकाई के अध्यक्ष संदेश देसाई के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं का एक समूह कुछ देर बाद स्टोर में पहुंच गया। मनसे कार्यकर्ता ने कर्मचारी से माफी मांगने को कहा, इस बार भी कर्मचारी ने ऐसा न करने इनकार कर दिया, इसके बाद मनसे कार्यकर्ताओं ने कर्मचारी को थप्पड़ जड़ दिया। समाजसेवी डॉ मोहन तिवारी ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से मुंबई में मराठी भाषा को लेकर नए सिरे से विवाद चल रहा है। इस पर सरकार को गंभीरता पूर्वक विचार करनी चाहिए और इस पर कानून बना कर एक समाज में अच्छा संदेश देना चाहिए ताकि इस तरह की घटना की पुनरावृति न हो । श्री तिवारी ने कहा की शीघ्र ही प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिख कर ऐसी घटनाओं पर विचार करने और ठोस कदम उठाने की मांग करेंगे।
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