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फरीदाबाद,16 मार्च।
बिजली कर्मचारियों के प्रमुख संगठन इलेक्ट्रिसिटी एम्पलाइज फेडरेशन ऑफ इंडिया (ईईएफआई) के 10वां राष्ट्रीय सम्मेलन 10-12 मार्च को त्रिवेंद्रम
में आयोजित किया गया। जिसका उद्घाटन सेंटर ऑफ ट्रेड यूनियन्स (सीटू) के महासचिव तपन सेन ने किया। सम्मेलन में 22 राज्यों से 350 से ज्यादा डेलीगेट्स ने भाग लिया। यह जानकारी देते हुए इलेक्ट्रिसिटी एम्पलाइज फेडरेशन ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुभाष लांबा ने बताया कि सम्मेलन में केन्द्र एवं राज्यों द्वारा बिजली क्षेत्र को निजी हाथों में सौंपने पर घोर निन्दा की। उन्होंने बताया कि सम्मेलन में पावर यूटीलिटीज के निजीकरण के खिलाफ और पूरानी पेंशन बहाली, ठेका आउटसोर्स संविदा कर्मियों को नियमित करने,लेबर कोड्स को वापस लेने, बिजली को मानव अधिकार बनाने आदि मांगों को लेकर 26 जून को राष्ट्रव्यापी हड़ताल करने का फैसला लिया गया। सम्मेलन में उप्र, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, तेलंगाना व महाराष्ट्र सरकारों से निजीकरण करने के तमाम प्रयासों पर तूरंत रोक लगाने की मांग की गई। उन्होंने बताया कि राष्ट्रव्यापी हड़ताल को सफल बनाने के लिए नेशनल कोआर्डिनेशन कमेटी ऑफ इलेक्ट्रिसिटी एम्पलाइज एंड इंजीनियर (एनसीसीओईईई) के आह्वान पर 26 जून की राष्ट्रव्यापी हड़ताल को सफल बनाने के लिए 16 मार्च को चेन्नई,17 मार्च को मुंबई,21 मार्च को कोलकाता,22 मार्च को गुवहाटी व 25 मार्च को देहरादून में मीटिंग आयोजित की जाएगी। ईईएफआई ने इन बैठकों में भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने का फैसला लिया गया। सम्मेलन में 18 मार्च को केन्द्रीय ट्रेड यूनियन के आह्वान पर नई दिल्ली में होने वाले राष्ट्रीय सम्मेलन में हड़ताल सहित अन्य सभी फैसलों में शामिल होने का भी प्रस्ताव पारित किया गया। उन्होंने बताया कि इस सम्मेलन में ऑल हरियाणा पावर कारपोरेशनज वर्कर यूनियन के चेयरमैन देवेन्द्र सिंह हुड्डा व प्रधान सुरेश राठी की अगुवाई में 27 प्रतिनिधियों ने भाग लिया। सम्मेलन में उप्र सरकार द्वारा पूर्वांचल व दक्षिणांचल डिस्कॉम के निजीकरण के खिलाफ उप्र में आयोजित चारों रैलियों का भी पुरजोर समर्थन करने का फैसला लिया गया।
में आयोजित किया गया। जिसका उद्घाटन सेंटर ऑफ ट्रेड यूनियन्स (सीटू) के महासचिव तपन सेन ने किया। सम्मेलन में 22 राज्यों से 350 से ज्यादा डेलीगेट्स ने भाग लिया। यह जानकारी देते हुए इलेक्ट्रिसिटी एम्पलाइज फेडरेशन ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुभाष लांबा ने बताया कि सम्मेलन में केन्द्र एवं राज्यों द्वारा बिजली क्षेत्र को निजी हाथों में सौंपने पर घोर निन्दा की। उन्होंने बताया कि सम्मेलन में पावर यूटीलिटीज के निजीकरण के खिलाफ और पूरानी पेंशन बहाली, ठेका आउटसोर्स संविदा कर्मियों को नियमित करने,लेबर कोड्स को वापस लेने, बिजली को मानव अधिकार बनाने आदि मांगों को लेकर 26 जून को राष्ट्रव्यापी हड़ताल करने का फैसला लिया गया। सम्मेलन में उप्र, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, तेलंगाना व महाराष्ट्र सरकारों से निजीकरण करने के तमाम प्रयासों पर तूरंत रोक लगाने की मांग की गई। उन्होंने बताया कि राष्ट्रव्यापी हड़ताल को सफल बनाने के लिए नेशनल कोआर्डिनेशन कमेटी ऑफ इलेक्ट्रिसिटी एम्पलाइज एंड इंजीनियर (एनसीसीओईईई) के आह्वान पर 26 जून की राष्ट्रव्यापी हड़ताल को सफल बनाने के लिए 16 मार्च को चेन्नई,17 मार्च को मुंबई,21 मार्च को कोलकाता,22 मार्च को गुवहाटी व 25 मार्च को देहरादून में मीटिंग आयोजित की जाएगी। ईईएफआई ने इन बैठकों में भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने का फैसला लिया गया। सम्मेलन में 18 मार्च को केन्द्रीय ट्रेड यूनियन के आह्वान पर नई दिल्ली में होने वाले राष्ट्रीय सम्मेलन में हड़ताल सहित अन्य सभी फैसलों में शामिल होने का भी प्रस्ताव पारित किया गया। उन्होंने बताया कि इस सम्मेलन में ऑल हरियाणा पावर कारपोरेशनज वर्कर यूनियन के चेयरमैन देवेन्द्र सिंह हुड्डा व प्रधान सुरेश राठी की अगुवाई में 27 प्रतिनिधियों ने भाग लिया। सम्मेलन में उप्र सरकार द्वारा पूर्वांचल व दक्षिणांचल डिस्कॉम के निजीकरण के खिलाफ उप्र में आयोजित चारों रैलियों का भी पुरजोर समर्थन करने का फैसला लिया गया।
सम्मेलन में चुनी गई नई राष्ट्रीय कमेटी
सम्मेलन में आगामी तीन साल के लिए सर्व सम्मति से नई राष्ट्रीय कमेटी का चुनाव किया गया। जिसमें ई.करीम प्रधान, सुदीप दत्ता महासचिव,एस राजेन्द्रन कोषाध्यक्ष, प्रशांत नंदी चौधरी,सुभाष लांबा,सुरेश राठी राठी, बेला पात्रा,दीपा के.राजन,टी.जयशंकर, डी.सुरी बाबू,एस.हीरा लाल, हीरा लाल वर्मा, कुलविंद्र सिंह ढिल्लों व जय प्रकाश पी.को उपाध्यक्ष चुना गया। इसके अलावा ई.विजय लक्ष्मी,अरुल सेलवन, अरिंदम राय,अविजीत राय,प्रनय कुमार नायक, हरपाल सिंह,वी.गौवर्धन,प्रदीप सी.श्रीधरन,सुदीन धर सचिव, जय प्रकाश शर्मा को कार्यकारी सचिव चुना गया। इसके अलावा हरियाणा से शब्बीर अहमद गनी व राजेन्द्र राणा के राष्ट्रीय वर्किंग कमेटी सदस्य और सुरेन्द्र यादव, संजीव ढांडा,सरोज व पूनम कुंडू के जरनल काउंसिल सदस्य चुना गया।
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