HEADLINES


More

यूके सरकार की ट्यूरिंग योजना के तहत 50 से अधिक अंतरराष्ट्रीय छात्र और फैकल्टी पहुंचे मानव रचना

Posted by : pramod goyal on : Tuesday, 18 February 2025 0 comments
pramod goyal
Saved under : , ,
//# Adsense Code Here #//

 फरीदाबाद, 18 फरवरी 2025: मानव रचना शैक्षिक संस्थान (MREI) ने यूके सरकार की अंतरराष्ट्रीय गतिशीलता अनुदान योजना ट्यूरिंग स्कीम के तहत हैवंट एंड साउथ डाउंस कॉलेज और पार्क कम्युनिटी स्कूल के 50 से अधिक छात्रों और फैकल्टी के लिए


 खेलसांस्कृतिक और शैक्षणिक आदान-प्रदान का अवसर प्रदान किया।

इस कार्यक्रम के तहत छात्रों और फैकल्टी को इंटरैक्टिव सत्रप्रायोगिक परियोजनाएं और उद्योग से जुड़े अनुभवों से रूबरू होने का मौका मिला। प्रतिभागियों ने विषय विशेषज्ञों से चर्चा कीविशेष कार्यशालाओं में भाग लिया और नवीन समाधानों को समझने का अवसर प्राप्त किया। कार्यक्रम का मुख्य फोकस खेलसतत विकासपर्यावरण विज्ञान और पाक-कला जैसे क्षेत्रों में ज्ञानवर्धन और सांस्कृतिक दृष्टिकोण को व्यापक बनाना था।

मानव रचना के उपाध्यक्ष डॉअमित भल्ला ने कहा, “ऐसे कार्यक्रम छात्रों के अकादमिक अनुभव को समृद्ध करने और उन्हें वैश्विक दृष्टिकोण से जोड़ने में मदद करते हैं। हमारा उद्देश्य उनकी क्षमताओं को बढ़ानानए कौशल विकसित करना और मित्रता को मजबूत करना है। मानव रचना में हम परिवर्तनकारी शिक्षण अनुभव प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैंजो छात्रों को व्यापक ज्ञान और नए दृष्टिकोणों से सशक्त बनाते हैं।

HSDC के ट्यूरिंग समन्वयक और टीम लीडर जूलियो कैरिलो ने कहा, “मानव रचना और हमारी संस्था के बीच इस शैक्षणिक आदान-प्रदान का हिस्सा बनकर मैं बेहद उत्साहित हूं। हमारे छात्रों और फैकल्टी को भारत की अकादमिक और सांस्कृतिक विविधता से जुड़ने का यह अवसर वास्तव में अनमोल है। इस कार्यक्रम की उत्कृष्ट संरचना देखकर मैं प्रभावित हूं और मुझे विश्वास है कि यह अनुभव छात्रों के व्यक्तिगत और व्यावसायिक विकास में सहायक होगा।

इस एक्सचेंज प्रोग्राम के माध्यम से छात्रों को विविध शिक्षण वातावरण में काम करनेव्यावहारिक कार्यशालाओं में भाग लेने और भारत की सांस्कृतिक विरासत को नजदीक से अनुभव करने का अवसर मिला। इस पहल ने पिछले वर्ष के सफल कार्यक्रम को और आगे बढ़ाते हुएमानव रचना की वैश्विक नागरिकों को तैयार करने की प्रतिबद्धता को और मजबूत किया।

No comments :

Leave a Reply