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फरीदाबाद- पुलिस आयुक्त सत्येंद्र कुमार गुप्ता के दिशा निर्देश व पुलिस उपायुक्त साइबर अपराध उषा के मार्गदर्शन में कार्रवाई करते हुए फरीदाबाद पुलिस के साइबर थाना की टीमों ने 27 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि साइबर थानों की टीम ने इस सप्ताह 11 से 17 जनवरी तक 13 मुकदमों को सुलझाते हुए 27 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जिसमें साइबर थाना NIT के 05, साइबर थाना सेंट्रल के 04 और साइबर थाना बल्लबगढ़ के 04 मामले शामिल
है। मामलो में कार्रवाई करते हुए 18,76,200/-₹ बरामद किए गए हैं तथा 1684 शिकायतों का निस्तारण की गई।
है। मामलो में कार्रवाई करते हुए 18,76,200/-₹ बरामद किए गए हैं तथा 1684 शिकायतों का निस्तारण की गई।
गिरफ्तार आरोपी में अमित तुली वासी बेगमपुर दिल्ली, नवनीत कौशिक वासी उत्तम नगर दिल्ली, आशीष शर्मा वासी जगतपुरी दिल्ली, महावीर कारवाल वासी जयपुर राजस्थान, कल्याण वासी गांव बावला मध्यपदेश, मोहम्मद सहिल वासी अमेठी उत्तर पदेश, गौरव वर्मा वास शिव कॉलोनी मोहनपुर ग्वालियर मध्य प्रदेश, हिमांशु मिश्रा वासी गांव लालीपुर जिला अमेठी उत्तर प्रदेश, विजयपताप सिंह वासी गांव मोहकम जिला रायबरेली उत्तर पदेश, राजेश आचार्य वासी चित्तौड़गढ़ राजस्थान, संजीव कुमार वासी अहमदाबाद गुजरात, अंजनी कुमार वासी अहमदाबाद गुजरात, संदेश वासी कापसहेड़ा नई दिल्ली, सुभाष सिंह वासी प्रयागराज उत्तरप्रदेश, उत्कर्ष द्वेदी बासी प्रयागराज उत्तरप्रदेश, अतुल कुमार वासी प्रयागराज उत्तर प्रदेश, हर्षवर्धन सिंह वासी इंदौर मध्य पदेश, मनीष कुमार शर्मा वासी भरतपुर राजस्थान, सोना सिंह उर्फ सनू वासी अलवर राजस्थान, गौरव तिवारी उर्फ रवि वासी गांव हिनौती मध्यपदेश, मनीष रतन शर्मा वासी जयपुर राजस्थान, तेजवीर शर्मा उर्फ छोटू शर्मा वास जयपुर राजस्थान के नाम शामिल हैं।
पुलिस प्रवक्ता ने लोगों को जागरुक करते हुए कहा है कि साइबर फ्रॉड के मामले में पाया गया है कि साइबर फ्रॉड का कारण लोगों के द्वारा लालच दिखाना, भयभीत होना व जागरूक न होना है। साइबर ठग कम समय में पैसे कमाने का लालच देकर शेयर मार्केट में निवेश कराना, लक्की ड्रा या लॉटरी निकलना, खाते में पैसे जमा होने बारे लिंक भेजकर गुमराह करना इत्यादि के माध्यम से साइबर ठगी करते हैं। इसके अतिरिक्त आजकल डिजिटल अरेस्ट की धमकी देकर साइबर ठगी की जा रही है, जिसमें ठग पुलिस, कस्टम विभाग, आयकर विभाग, सीबीआई इत्यादि सरकारी विभागों के अधिकारी बनकर लोगों को किसी न किसी झूठे मामले में फंसा होने या किसी मामले में गिरफ्तारी वारंट (Arrest warrant) जारी होने की सूचना देते हैं और किसी से भी बात न करने और घर पर ही रहने के लिए कहते हैं, फिर वह आपसे पैसे ट्रांसफर करवा लेते हैं, अगर किसी के साथ साइबर ठगी हो जाती है तो तुरंत Golden hours (अपराध के 6 घंटे के अंदर) में 1930 पर कॉल कर शिकायत दर्ज करें तथा ऑनलाइन भी वेबसाइट www.cybercrime.gov.in पर शिकायत कर सकते हैं साथ ही संबंधित साइबर थाना में लिखित शिकायत करें। किसी भी कानून में डिजिटल अरेस्ट का कोई भी प्रावधान नहीं है।
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