फरीदाबाद 19 दिसंबर - आंगनवाड़ी वर्कर और हेल्पर यूनियन की सैकड़ो कार्यकर्ताओं ने अपनी मांगों की प्राप्ति के लिए उपायुक्त कार्यालय के सामने जोरदार प्रदर्शन किया।इस प्रदर्शन के फौरन बाद माननीय महिला एवं बाल विकास मंत्री हरियाणा, सरकार, चंडीगढ़ को मांगों का ज्ञापन एसडीएम फरीदाबाद के मार्फत दिया गया। प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व जिला प्रधान मालवती ने किया। जबकि कार्यक्रम का संचालन जिला सचिव देवेंद्री शर्मा कर रही थी।
यह प्रदर्शन राज्य कमेटी के आह्वान पर किया गया। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार जिले की सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में कार्यरत वर्कर और हेल्पर अच्छी संख्या में सेक्टर 12 जिला मुख्यालय के सामने एकत्रित हुई। यहां पर हुई सभा को सीटू के जिला सचिव वीरेंद्र सिंह डंगवाल, सीटू के उप प्रधान विजय झा , आंगनवाड़ी वर्कर हेल्पर यूनियन के कोषाध्यक्ष नवल सिंह, उप प्रधान कमलेश, वरिष्ठ प्रधान सुरेंद्ररी आदि ने भी संबोधित किया। इस मौके पर सीटू के जिला प्रधान निरंतर पराशर विशेष रूप से उपस्थित रहे। इस विरोध सभा में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए जिला सचिव देवेंद्री शर्मा ने बताया कि लंबे समय से हमारी मांगों और समस्याओं का समाधान नहीं हो रहा है। सरकार टाल मटोल की नीति अपनाती है। अब नया पोषण ट्रैकर एप को सरकार ले आई है। इसमें काम करने में बहुत सारी परेशानियां आ रही हैं। जब हम टी एच आर भरते हैं। तो बेनिफिसियरीज की फोटो भी मांगी जा रही है। साथ ही एक महीने जो टीचीआर लेकर जाएगा लगातार फिर वही व्यक्ति इसे लेकर ही जाएगा। उसी की फोटो देनी होगी। अगर कोई और लाभार्थी का टीचीआर लेने आएगा तो यह सबमिट नहीं होगी ।जो की बिल्कुल संभव नहीं है। इस तरह से सभी वर्कर और हेल्पर इस पोषण ट्रैक्टर में काम नहीं कर सकते हैं। इस नए पोषण ट्रैकर ऐप को सरकार को तुरंत बंद करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारी अन्य मांगों में हड़ताल के दौरान बर्खास्त वर्कर और हेल्परों का मानदेय का भुगतान किया जाए। जिन-जिन जिलों में अभी तक उक्त अवधि का वेतन नहीं मिला है। वहां तुरंत भुगतान के आदेश जारी किए जाएं। इसके अलावा गुड़गांव, दादरी आदि जिलों में आंदोलन के दौरान बने मुकदमे रद्द किए जाएं। उन्होंने आंगनबाड़ी केंद्रों में राशन बनाने के लिए जो गैस इस्तेमाल होती है। उसका पूरा पैसा नहीं देने का भी आरोप लगाया ।उन्होंने कहा कि सिलेंडर विभाग द्वारा भरवा कर आंगनबाड़ी केंद्रों में भिजवाए जाएं। ताकि राशन आसानी से बनाया जा सके। जिला सचिव ने उचाना जींद की आंगनवाड़ी वर्कर सुमन को तुरंत बहाल करने की मांग की ।उन्होंने कहा कि वर्षों से वर्कर से सुपरवाइजर की पदोन्नति नहीं हो रही है। इस पर लगाई रोक को तुरंत हटाया जाए। सभी हेल्पर और वर्कर्स के खाली पदों को तुरंत भर्ती से भरा जाए। आंगनबाड़ी केंद्रों को यदि क्रेच में तब्दील किया जाता है। तो केवल क्रेच का ही काम उनसे लिया जाए। आंगनवाड़ी वर्कर को तीसरे और हेल्पर को चौथे दर्जे का कर्मचारी घोषित किया जाए। तथा जब तक रेगुलर नहीं किया जाता तब तक न्यूनतम वेतन 26000 पर प्रतिमाह संशोधित किया जाए। आज के प्रदर्शन को अनीता, सविता, अंजू रानी,शशि, ममता, बाला , मीनू, चारु मेहंदी रत्ता, यासमीन आदि ने भी संबोधित किया।
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