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फरीदाबाद 3 दिसंबर आल इंडिया मिड डे मील वर्कर्स फेडरेशन के आवाहन पर आज 3 दिसंबर को संसद मार्च में भाग लेने के लिए फरीदाबाद की वर्कर दिल्ली के लिए रवाना हुई । सरकार की नीतियों से नाराज़ वर्करों ने रेलवे स्टेशन पर जमकर सरकार विरोधी नारे लगाए।यह जानकारी सीटू के जिला सचिव वीरेंद्र सिंह डंगवाल ने दी। वर्करों का नेतृत्व जिला सचिव गीता ने
किया। उन्होंने बताया कि संसद मार्च मिड डे मिल वर्करों की राष्ट्रीय फैडरेशन के आवाहन पर उनकी मांगों और समस्याओं पर सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सरकार के द्वारा वर्करों से स्कूलों में विद्यार्थीयों के लिए दिन का पोषाहार बनाने का काम लिया जाता है। इसके बावजूद भी इनके मानदेय का भुगतान कई महीनों तक नहीं किया जाता है। जबकि महंगाई लगातार बढ़ रही है।अभी तक 6 महिने का वेतन नहीं मिला है। उन्होंने बताया कि मिड डे मील वर्करों की मांगों में न्यूनतम वेतन 26 हजार रूपए प्रतिमाह संशोधित करने, वेतन का भुगतान साल के 12 महीनों में लगातार करना। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को रद्द करना, नई शिक्षा नीति को लागू करने के नाम पर मिड डे मील वर्करों की छंटनी को बंद करना, मिड डे मील वर्करों को रिटायरमेंट बेनिफिट देना। सामाजिक सुरक्षा के लाभ प्रदान करना। इसके साथ-साथ 12वीं क्लास तक के बच्चों को मिड डे मील स्कीम के तहत कवर करना। फेडरेशन ने मिड डे मील के कार्य को एनजीओ और प्राइवेट कंपनीयों को देने पर रोक लगाने की मांग की है। यूनियन ने इस क्षेत्र में ठेका प्रथा पर रोक लगाने के खिलाफ जोरदार आंदोलन करने की चेतावनी दी है।
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