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अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस - जेआरसी का बालिकाओं के सशक्तिकरण का संदेश

Posted by : pramod goyal on : Saturday, 12 October 2024 0 comments
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 गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल सराय ख्वाजा फरीदाबाद में जूनियर रेडक्रॉस, स्काउट्स, गाइड्स और सैंट जॉन एंबुलेंस ब्रिगेड ने प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचंदा के निर्देशानुसार अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस पर बालिकाओं के सशक्तिकरण से देश की उन्नति विषय पर विशेष कार्यक्रम आयोजित किया। विश्व में महिलाओं के प्रति बढ़ते अत्याचारों और असमानताओं जै


से भ्रूण हत्या, दहेज प्रथा, बाल विवाह एवं अशिक्षा को देखते हुए और उन्हें इन सभी समस्याओं और चुनौतियों से स्वयं को तैयार करने के उद्देश्य से ही हर वर्ष अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जाता है। इस वर्ष का थीम बालिकाओं के अधिकारों में निवेश हमारा नेतृत्व और हमारा कल्याण रखा गया है। इस दिवस पर सेव द गर्ल चाइल्ड, चाइल्ड सेक्स अनुपात और बालिकाओ के लिए स्वास्थ्य और सुरक्षित वातावरण बनाने सहित जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। भारत सरकार ने समाज में समानता लाने के लिए राष्ट्रीय बालिका दिवस की शुरुआत भी की है। इस अभियान का उद्देश्य देश की लड़कियों को जागरूक करना है। सामान्य जनों को यह बताना है कि समाज के निर्माण में महिलाओं का समान योगदान है इसमें सभी क्षेत्रों के लोगों को बताया गया है कि लड़कियों को भी निर्णय लेने का अधिकार होना चाहिए। एक्टिविटीज कॉर्डिनेटर पूनम ने बताया कि समाज में लड़कियों की स्थिति में सुधार के लिए यह दिवस मनाया जाता है। महिलाओ को अपने घरों, कार्यस्थलों और दैनिक जीवन में कई प्रकार के भेदभाव का सामना करना पड़ता है। बालिकाओं में जागरूकता पैदा करने के लिए एवम किशोरियों के कल्याण के लिए सरकार ने समग्र बाल विकास सेवा, धनलक्ष्मी, सबला जैसी योजनाएँ चलाई हैं। इन सबका उद्देश्य लड़कियों, विशेषकर किशोरियों को सशक्त बनाना है ताकि वे आगे चलकर एक भविष्य के समाज के निर्माण में योगदान दे सकें। शिक्षा के असीमित अवसर मिलने के पश्चात बालिकाओं के भविष्य में बहुत परिवर्तन आया है और भविष्य में और भी अधिक उन्नति के पथ पर अग्रसर होंगी। आज की बालिका जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में आगे बढ़ रही है चाहे वो क्षेत्र खेल हो या राजनीति, घर हो या उद्योग। खेल हो या मुख्यमंत्री और राष्ट्रपति के पद पर आसीन होकर देश सेवा करने का काम हो सभी क्षेत्रों में लड़कियाँ समान रूप से भागीदारी कर रही है। जूनियर रेडक्रॉस और ब्रिगेड सदस्य बालिकाओं और अध्यापिका पूनम और गीता ने अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस पर सुंदर पेंटिंग बनाने के लिए सभी बालिकाओं को सम्मानित किया और उच्च स्तर पर अध्ययन करके सशक्त होने के लिए प्रेरित किया।

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