डॉ सुषमा गुप्ता, वाईस चेयरपर्सन और डॉ मुकेश अग्रवाल महासचिव भारतीय रैड क्रॉस सोसाइटी हरियाणा राज्य शाखा चंडीगढ़ के आदेशानुसार तथा जिला उपायुक्त एवं अध्यक्ष विक्रम सिंह एवं सचिव बिजेन्द्र सोरौत के मार्गदर्शन में जिला रैड क्रॉस सोसाइटी फरीदाबाद के द्वारा राजकीय बाल वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय एन आई टी 5 फरीदाबाद, के प्रांगण में दिनांक 21.10.2024 से 25.10.2024 तक जूनियर रेडक्रॉस प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। शिविर संयो
जक डॉ ऍम पी सिंह ने पांच दिवसीय विद्यालय स्तरीय जूनियर रेड क्रॉस कार्यक्रम की अंतिम दिन रूपरेखा स्पष्ट की तथा विभिन्न विद्यालय से आए प्रतिभागियों का मार्गदर्शन किया।
इस पाँच दिवसीय शिविर के समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि पदम सिंह ढांडा, समाज कल्याण अधिकारी, एम सी एफ, जैड टी ओ मुख्यालय ऍन आई टी, फरीदाबाद उपस्थित रहे, उन्होंने जूनियर रेडक्रॉस शिविर के समापन समारोह के अवसर पर विभिन्न विद्यालयों से आए प्रतिभागियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया। मुख्य अतिथि द्वारा बताया कि जूनियर रेड क्रॉस स्वयंसेवक हर कठिन समय में बढ़-चढ़कर भाग लेते हैं। समाज में लोगों की सहायता के लिए तत्पर मौजूद रहते हैं। लोगों को समय-समय पर हर प्रकार की कुरीतियों से अवगत कराते रहते हैं और विभिन्न प्रकार की सामाजिक बुराइयों तथा नशे आदि से दूर रहने के लिए जागरूकता अभियान चलाते हैं।
जिला रैड क्रॉस सोसाइटी फरीदाबाद के सचिव बिजेंद्र सौरोत ने उपस्थित मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि ,विद्यालय अध्यापक, एवं विद्यार्थियों जिनके द्वारा इस शिविर में प्रशिक्षण लिया गया उनको धन्यवाद करते हुए बताया कि प्रशिक्षण शिविर के माध्यम से विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिये रैडक्रॉस के इतिहास, जूनियर रेडक्रॉस की गतिविधियों, राज्य एवं जिला स्तर पर मानव हित में संचालित गतिविधियों, प्रतिभागियों के आत्मविश्वास एवं इच्छा शक्ति को जगाने, रैड क्रॉस के चिन्ह प्रयोग एवं दुरुपयोग, राष्ट्रीय एकता, महिला सशक्तिकरण, वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांगजन के सम्मान, नशा मुक्त भारत के सपने को साकार बनाने, संतुलित आहार, व्यक्तिगत साफ सफाई, समाज की सेवा, बेहतर स्वास्थ्य, पौधारोपण, हरित क्रांति, जल संरक्षण, 2025 तक टी0बी0 मुक्त भारत, हेपेटाइटिस बी0 व सी०, एच0आई0 वी0, सड़क सुरक्षा - जीवन रक्षा, आपदा प्रबंधन, ट्रैफिक नियमों की पालना, बेहतर स्वास्थ्य रखने आदि बारे विशेषज्ञयों के माध्यम से जागरूक किया।
दर्शन भाटिया, मास्टर ट्रेनर प्राथमिक चिकित्सा प्रवक्ता एवं सरोज बाला अध्यापिका के द्वारा प्रतिभागियों को विभिन्न प्रकार के प्राथमिक चिकित्सा के बारे में जानकारी दी जिसमे उनके द्वारा प्रतिभागियों को चोट लगने पर पट्टी करने में बारे बताया गया कि पट्टी को ढकें ड्रेसिंग के ऊपर तथा घाव के चारों ओर रोलर गौज या कपड़े की पट्टियाँ कई बार लपेटें। पट्टी को ड्रेसिंग के दोनों ओर से कम से कम एक इंच आगे तक फैलाएं। पट्टी को इतना कसकर न लपेटें कि स्वस्थ ऊतकों में रक्त प्रवाह में बाधा उत्पन्न हो तथा डूबने पर प्राथमिक उपचार प्रदान के बारे में बताया कि नाक को बंद करें और अपना मुंह बच्चे के मुंह पर रखें, ताकि मुंह कसकर बंद हो जाए, और एक सेकंड तक लगातार उसके मुंह में फूंकें। दूसरी बार दोहराएं। छाती को दबाने की शुरुआत अपने हाथ की एड़ी को उनकी छाती के बीच, निप्पलों के बीच रखकर करें, तथा अपना दूसरा हाथ ऊपर रखें।
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