देश के शहरों की आबोहवा में जहर घुला हुआ है। इस बीच एक रिपोर्ट आई है इसमें हरियाणा को लेकर चौंकाने और डरावने वाले फैक्ट सामने आए हैं। देश के सबसे प्रदूषित 100 शहरों में हरियाणा के 24 में से 15 शहर शामिल हैं।
जनवरी से जून तक के वायु गुणव
त्ता आंकड़ों की बात करें तो पता चला कि हरियाणा के हर शहर में एनएएक्यूएस और डब्ल्यूएचओ पीएम 10 का स्तर मानकों से ज्यादा है। फरीदाबाद हरियाणा का सबसे प्रदूषित शहर रहा है। यहां औसत पीएम 2.5 स्तर 103 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर रहा, जो कि एनएएक्यूएस और विश्व स्वास्थ्य संगठन के दिशानिर्देशों से काफी ज्यादा है।
राज्य के केवल तीन शहर पलवल, अंबाला और मांडीखेड़ा पीएम 2.5 के स्तर को एनएएक्यूएस सीमा से कम रखने में कामयाब रहे। गुरुग्राम में पीएम 10 की सांद्रता सबसे अधिक 227 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर रही. वहीं, अंबाला में यह सबसे कम 79 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज की गई।
एनएएक्यूएस (भारत के राष्ट्रीय परिवेशी वायु गुणवत्ता मानक) के मुताबिक, पीएम (पार्टिकुलेट मैटर) 2.5 और पीएम 10 के सालाना स्तर की सुरक्षित सीमा 40 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर और 60 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर है। ये लिमिट डब्ल्यूएचओ के 2021 दिशानिर्देशों से काफी ज्यादा है, जो पीएम 2.5 के लिए पांच माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर और पीएम 10 के लिए 15 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर की सिफारिश करते हैं।
No comments :