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अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस - युवा राष्ट्रहित को सर्वोपरि मान कर कार्य करें

Posted by : pramod goyal on : Sunday 11 August 2024 0 comments
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 राजकीय आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सराय ख्वाजा फरीदाबाद की जूनियर रेडक्रॉस गाइड्स और सैंट जॉन एंबुलेंस ने प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचन्दा की अध्यक्षता में  अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस पर युवाओं को राष्ट्रहित को सर्वोपरि मानने के लिए प्रेरित


किया। प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचन्दा ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा 17 दिसंबर 1999 को प्रत्येक वर्ष 12 अगस्त को अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस मनाने का निर्णय लिया गया था। जूनियर रेडक्रॉस और सैंट जॉन एंबुलेंस ब्रिगेड प्रभारी प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचन्दा ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस का प्रथम आयोजन वर्ष 2000 में किया गया था। संयुक्त राष्ट्र संघ ने 1985 में अंतरराष्ट्रीय युवा वर्ष घोषित किया था। इस वर्ष अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस का विषय मेरा भारत-विकसित भारत@2047- युवाओं द्वारा, युवाओं के लिए। एक अध्ययन के अनुसार 15 से 17 आयु वर्ग के बच्चे इस बारे में सबसे अधिक आशावादी हैं। प्राचार्य मनचंदा ने बताया कि विश्व में अधिकांश व्यक्ति इस  तथ्य से सहमत हैं कि राजनीति में आयु का संतुलन ठीक नही है। सभी आयु समूहों के दो तिहाई से अधिक उन्नहत्तर प्रतिशत व्यक्ति सहमत हैं कि युवा लोगों को नीति और  विकास परिवर्तन में अपनी बात रखने के अधिक अवसर मिलने से राजनीतिक व्यवस्था बेहतर हो जाएगी। विश्व स्तर पर मात्र 2.6% सांसद 30 वर्ष से कम आयु के हैं और इनमें से 1% से भी कम युवा सांसद महिलाएँ हैं। युवा दिवस मनाने का उद्देश्य यह बताना है कि वैश्विक प्रयास की सफलता युवा लोगों की सार्थक भागीदारी के बिना प्राप्त नहीं की जा सकती। इसके माध्यम से हम स्वीकार करते हैं कि यह सुनिश्चित करने के लिए समावेशी समर्थन तंत्र की आवश्यकता है कि युवा भाग लेते रहें और विश्‍व को आगे बढ़ाने के लिए व्यक्तिगत या सामूहिक रूप से स्वयंसेवा करें। यह भी बहुत आवश्यक है कि खाद्य प्रणालियों के परिवर्तन में जैव विविधता को एकीकृत करना भी महत्वपूर्ण है। अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस का उद्देश्य युवाओं की सोच, कार्यों और मुख्यधारा की गतिविधियों को ऊपर उठाना है। इसमें उनकी वास्तविक, समावेशी और समान भागीदारी सम्मिलित है। राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक जीवन और प्रक्रियाओं में युवाओं की भागीदारी के मूल्य को पहचानना इस दिन के उद्देश्यों में से एक है। बच्चों को प्रभावित करने वाले सांस्कृतिक और कानूनी मुद्दों पर प्रकाश डालने के साथ साथ अंतर्राष्ट्रीय दिवस बड़े पैमाने पर समाज को आगे बढ़ाने में विश्व भर के युवाओं की उपलब्धियों का सम्मान करता है। जनसंख्या बढ़ती रहती है और अगले 30 वर्षों में इसके 2 अरब तक बढ़ने की संभावना है। आज प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचन्दा ने युवाओं से अपील की कि वे राष्ट्र हित को सर्वोपरि रखते हुए सभी कार्य संपादित करें।

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