//# Adsense Code Here #//
वर्षा के मौसम में जल जनित बीमारियों जैसे डेंगू, मलेरिया और चिकुनगुनिया फैलाने वाले मच्छरों से बचाव हेतु जूनियर रेडक्रॉस और सेंट जॉन एंबुलेंस ब्रिगेड के सौजन्य से राजकीय आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सराय ख्वाजा फरीदाबाद में प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचंदा की अध्यक्षता में प्रार्थना सभा में जागरूकता कार्यक्रम चलाया गया। जूनियर रेडक्रॉस और सैंट जॉ
न एंबुलेंस ब्रिगेड अधिकारी प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचंदा ने कहा कि जल जनित मलेरिया, चिकुनगुनिया, डेंगू जैसी बीमारियों को रोकने और नियंत्रित करने के लिए निरंतर निवेश और निरंतर प्रतिबद्धता की आवश्यकता होती है। इस बीमारी के बारे में लोगों में जागरूकता बढ़ाने के लिए यह आवश्यक है कि जल बहुत समय पर स्थिर अथवा जमा न हो जिस से मच्छरों के प्रजनन के लिए अनुकूल स्थिति उत्पन्न न होने पाए।मानव जाति के लिए यह खतरा बना हुआ है। इस वर्ष विश्व स्वास्थ्य संगठन डब्ल्यू एच ओ ने विश्व में मलेरिया, चिकुनगुनिया और डेंगू रोग के बोझ को कम करने और जीवन बचाने के लिए नवाचार का उपयोग विषय के तहत चिह्नित किया है। प्राचार्य मनचंदा ने कहा कि ये वाटर बॉर्न डिजीज है और यह मलेरिया मादा मच्छर एनोफिलीज के काटने से फैलता है। इन मच्छरों में प्लास्मोडियम पैरासाइट पाया जाता है जो व्यक्ति के रक्त से होकर शरीर में फ़ैल जाता है। विशेष कर लीवर में पहुंच कर यह स्थायी हो जाता है। इसके बाद वह लाल रक्त कोशिकाओं को संक्रमित करने लगता है। इस से लाल रक्त कोशिकाओं के परजीवी कई गुना बढ़ जाते हैं। रविंद्र कुमार मनचंदा ने कहा कि हर वर्ष पूरे विश्व में इस रोग से बहुत व्यक्ति जीवन खो देते हैं तथापि इसके प्रति आज भी जागरूकता नहीं है। मरने वालों में ग्रामीण और अविकसित क्षेत्र के लोगों की संख्या अधिक होती है। उन्होंने बताया कि चिकुनगुनिया, डेंगू और मलेरिया के कुछ लक्षण कोरोना से मिलते जुलते हैं मलेरिया होने पर बुखार आना, घबराहट होना, सिरदर्द, हाथ पैर में दर्द और कमजोरी आदि लक्षण दिखाई देते हैं। इन लक्षणों का अधिक समय तक उपचार न करना स्थिति को गंभीर कर सकता है। मच्छरों के कारण फैलने वाली इन बीमारियों से प्रत्येक वर्ष कई लाख व्यक्ति मृत्यु के मुख में समा जाते हैं। मलेरिया प्रोटोजुअन प्लाज्मोडियम नामक कीटाणु मादा एनोफिलीज मच्छर के माध्यम से फैलता है। पूरे विश्व की 3.3 अरब जनसंख्या में लगभग 106 से देश हैं जिनमें मलेरिया का प्रकोप है। वर्षा के तुरंत पश्चात चिकुनगुनिया और डेंगू का प्रकोप भी बढ़ जाता है। प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचंदा ने आज प्रकाश झा, जितेंद्र चोपड़ा सहित सभी अध्यापकों, छात्र और छात्राओं का मलेरिया, चिकुनगुनिया और डेंगू की गंभीरता को समझने और इस से बचाव का संदेश देने हेतु सराहना करते हुए आभार व्यक्त किया तथा सभी से आग्रह किया किया कि हॉफ स्लीव्स के स्थान पर फुल स्लीव्स कपड़े तथा सॉक्स व शूज अवश्य पहने तथा पानी को एकत्रित होने देने से रोकें ताकि मच्छरों के प्रजनन को सीमित किया जा सके।
No comments :