फरीदाबाद।
हरियाणा पंजाबी संस्कृति संघ के प्रदेश अध्यक्ष हरीश चन्द्र आज़ाद ने कहा कि हमारी माँग है कि हरियाणा सरकार में पंजाबी वैलफेयर बोर्ड का गठन हो जिसका चेयरमैन पंजाबी होना चाहिये ताकि इस बोर्ड के तहत रिफूज़ी कानून, नोकरियों में भागीदारी व अन्य पंजाबी समाज की समस्याओं को समाधान निकाल सके। उन्होंने कहा कि प्रदेश की राजनितिक पार्टियों से हम माँग करते हैं कि आने वाले हरियरणा के विधानसभा चुनावों में जो पार्टी अपने चुनावी घोषणपत्र में हमारी पंजाबी वैलफेयर बोर्ड की माँग को शामिल करेगी हमारा समाज उसी पार्टी का साथ देगा।
आज़ाद ने कहा कि पंजाबी समाज को किसी भी राजनितिक पार्टी से परहेज नहीं है हमारा उद्वेश्य अपने समाज के हितों की रक्षा करना और अपनी माँगों को मनवाना है। उन्होंने कहा कि पहले पंजाबी समाज कांग्रेस पार्टी का वोट बैंक हुआ करता था लेकिन वहाँ अपनी राजनितिक अन्देखी के चलते पंजाबी समाज भाजपा के पास खिसक गया और भाजपा ने पंजाबी समाज का मुख्यमंत्री व ग्रहमंत्री बनाया लेकिन फिर अचानक ही भाजपा ने यह दोनों पद पंजाबी समाज से छीन लिये जिसे पंजाबी समाज बहुत आहत हुआ इसलिये पंजाबी समाज अब उसी पार्टी का साथ देगा जो हमारी माँग पंजाबी वैलफेयर बोर्ड के गठन को अपने चुनावी घोषणपत्र में लिखेगा।
हरीश आज़ाद ने कहा कि 1991 में स्व. भजनलाल की सरकार में करीब 14 पंजाबी विद्यायक व मंत्री रहे लेकिन पंजाबी समाज का कुछ भला नही हुआ, उसके बाद 2014 से लगातार 10 साल भाजपा सरकार में पंजाबी मुख्यमंत्री व ग्रहमंत्री रहे लेकिन पंजाबी समाज आज भी वहीं का वहीं खड़ा है और उसके बाद पंजाबी समाज इसका कारण सोचने लगा कि पंजाबी समाज की इतनी ज्यादा सरकार में भागीदारी व पंजाबी मुख्यमंत्री होने के बाद भी पंजाबी समाज वही खडा़ है तो कारण जानना पड़ेगा तब विचार विर्मश के बाद पंजाबी समाज ने पाया कि अगर सरकार में पंजाबी वैलफेयर बोर्ड का गठन हो और उसका चेयरमैन कोई विद्यायक न होकर पंजाबी समाज साधारण व्यक्ति हो तभी पंजाबी समाज का भला हो सकता है इसलिये पंजाबी समाज किसी भी राजनितिक पार्टी से परहेज़ किये बिना अपनी पंजाबी वैलफेयर बोर्ड वाली माँग को मानने वाले का साथ देगा और यह माँग उस पार्टी के चुनावी घोषणपत्र में लिखी होगी चाहिये तब पंजाबी समाज उसी पार्टी का साथ देगा।
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