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फरीदाबाद 4 अगस्त *ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन कल 5 अगस्त को केबिनेट मंत्री श्री मूलचंद शर्मा के आवास पर जिला स्तरीय प्रदर्शन करेगी।*
लम्बे समय से अपनी मांगों को लेकर आंदोनलरत ग्रामीण सफाई कर्मचारी कल 5 अगस्त को कैबिनेट मंत्री श्री मूलचंद शर्मा के सेक्टर 8 स्थित कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन करेंगें।यह प्रदर्शन ग्रामीण सफाई कर्मचारी संघ हरियाणा और ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन हरियाणा के संयुक्त आवाहन पर किया जायेगा।इसकी तैयारी को लेकर जिला कमेटी ने बैठक की। जिसमें बड़ी संख्या में ग्रामीण सफाई कर्मचारी शामिल हुए। यूनियन के राज्य प्रधान देवी राम, जिला सचिव दिनेश पाली और जिला सीटू के सेक्रेटरी वीरेंद्र सिंह डंगवाल ने बताया कि 2 जुलाई को मुख्यमंत्री द्वारा ग्रामीण सफाई कर्मियों के मानदेय में की गई एक हजार रुपये की बढ़ौतरी को नाकाफी करार देते हुए इसे सफाई कर्मियों के साथ धोखा बताया। उन्होंने कहा कि हरियाणा की भाजपा सरकार सफाई कर्मियों के साथ दुश्मनों जैसा व्यवहार कर रही है। ग्रामीण सफाई कर्मचारी पिछले 17 सालों से कच्ची नौकरी की मार झेल रहे हैं। सफाई कर्मियों को आगे आने वाले विधान सभा चुनावों से पहले पक्का होने की उम्मीद थी। लेकिन हरियाणा सरकार ने सफाई कर्मियों को पक्का करने के बजाय जहां एक तरफ केवल 1000 रुपये की मामूली सी बढ़ौतरी करके जले पर नमक छिड़कने का काम किया है। वहीं दुसरी तरफ सरकार ने सफाई कर्मचारी पोर्टल बनाने की घोषणा करके अपनी मंशा साफ कर दी है। की ये सफाई कर्मचारी आगे भी पक्के नहीं होंगें और जीवनभर कच्ची नौकरी की मार झेलते रहेंगें।
सफाई कर्मचारी नेताओं ने कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा कच्चे कर्मियों को पक्का करने के लिए बनाई जा रही पॉलिसी में ग्रामीण सफाई कर्मियों को कवर करना चाहिए और एक कलम से हरियाणा के सभी ग्रामीण सफाई कर्मियों को स्थाई कर्मचारी का दर्जा दिया जाए। अगर हरियाणा सरकार ने ग्रामीण सफाई कर्मियों को इस पॉलिसी में नियमित नहीं किया तो प्रदेश भर के ग्रामीण सफाई कर्मचारी सड़कों पर उतरकर आंदोलन को तेज करेंगे ।
सफाई कर्मचारी नेताओं ने कहा कि यूनियन की मुख्य मांगों में सभी ग्रामीण सफाई कर्मचारियों को रेगुलर करना।जब तक पक्के नहीं होते हैं। तब तक न्यूनतम वेतन 26 हजार रुपये लागू करने, ऑनलाइन हाजरी का प्रस्ताव रदद् करने और सुपवाईजर भर्ती करके ऑफ़लाइन हाजरी लगाने, बीमारी या दुर्घटना में मौत होने पर कर्मचारी के परिवार के एक सदस्य को उसकी जगह नौकरी देने तथा कर्मचारी की मौत होने पर 10 लाख रुपए का मुआवजा राशि देने, नाजायज रूप से हटाए गए सभी सफाई कर्मियों को वेतन सहित तुरन्त काम पर वापिस लेने, बदले की भावना से रोके गए वेतन का भुगतान करने सहित 10 सूत्री मांगपत्र को 17 जुलाई को माननीय मुख्यमंत्री और पंचायत मंत्री के पास ज्ञापन भेजा था। लेकिन सरकार ने अभी तक कोई समाधान नहीं किया। सरकार के पास हर वर्ग के कर्मचारी से वार्ता करने का समय है। लेकिन सफाई कर्मियों के साथ वार्ता करने का समय इसलिए नहीं है। क्योंकि ये दलित वर्ग से हैं।
सफाई कर्मचारी नेताओं ने कहा कि अब हरियाणा के 11 हजार ग्रामीण सफाई कर्मचारी चुप नहीं बैठेंगे और संयुक्त बैनर पर इस अन्याय और शोषण के खिलाफ आगामी 11 अगस्त को राज्य भर के सफाई कर्मी अपनी मांगों को लेकर सीएम सिटी करनाल में हल्ला बोल रैली करने पर मजबूर होंगे।
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