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विश्व पेपर बैग दिवस - जेआरसी की क्लॉथ बैग के अधिकाधिक उपयोग की अपील।

Posted by : pramod goyal on : Friday, 12 July 2024 0 comments
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 विश्व पेपर बैग दिवस के अवसर पर गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल सराय ख्वाजा फरीदाबाद की जूनियर रेडक्रॉस, गाइड्स और सैंट जॉन एंबुलेंस ब्रिगेड ने प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचंदा की अध्यक्षता में क्लॉथ बैग के अधिकाधिक उपयोग तथा प्लास्टिक बैग का बहिष्कार करने की अपील करते हुए पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रेरित किया। विद्यालय की एस जे ए बी और जे आर सी काउंसलर प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचंदा ने कहा कि हमारे देश में सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध लग गया है तो हमें सब से अधिक प्रयोग में लाई जा रहे प्लास्टिक बैग के प्रचलन को समाप्त करना हैं। यह दिवस प्लास्टिक के स्थान पर कपड़े के बैग या पेपर बैग के उपयोग के बारे में जागरूकता अभियान चलाने और सभी को जा


गरूक करने का दिवस है। निरंतर कभी न समाप्त होने वाला प्लास्टिक प्रदूषण चरम पर है चाहे वायु प्रदूषण हो या जल प्रदूषण। यह हमारे पर्यावरण के लिए सबसे ज्यादा हानिकारक कारकों में से एक है। पर्यावरण पर प्लास्टिक की थैलियों के प्रतिकूल प्रभावों ने ही पेपर बैग के उपयोग को बढ़ावा दिया है। प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचंदा ने कहा कि विश्व में बहुत से संगठनों ने जिन्होंने प्लास्टिक बैग को छोड़ पेपर बैग और ओर जूट के बैग को बढ़ावा दिया है फिर भी अभी करोड़ों व्यक्ति प्लास्टिक की थैलियों आदि का धड़ल्ले से प्रयोग करते आ रहे हैं। यही कारण है कि आज बारह जुलाई को पेपर बैग दिवस मनाकर इसके उपयोग के बारे में लोगों में जागरूकता बढ़ाई जाती है। पेपर बैग पर्यावरण के अनुकूल हैं तथा ये पर्यावरण प्रदूषण को कम करने में सहायता करते हैं। पेपर बैग सौ प्रतिशत री साइकिल किए जा सकते हैं और सब से विशेष बात कि ये मात्र एक महीने में ही विघटित हो सकते हैं। प्राचार्य मनचंदा ने कहा कि प्लास्टिक बैग बनाने की तुलना में पेपर बैग बनाने में कम ऊर्जा खपत होती है। पेपर बैग पालतू या अन्य जानवरों के लिए उतने हानिकारक नहीं है, जितने कि प्लास्टिक बैग हैं। पेपर बैग का उपयोग खाद बनाने के लिए भी किया जा सकता है। जे आर सी सदस्य छात्राओं ने प्लास्टिक बैग के स्थान पर पेपर, कपड़े अथवा जूट से बने बैग का उपयोग कर के पर्यावरण को संरक्षित करने का सुझाव दिया। प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचंदा, प्राध्यापिका गीता, ममता, सरिता और सोनिया ने सभी छात्राओं का प्लास्टिक बैग के बहिष्कार करने और उन के उपयोग में न लाने के लिए प्रेरित करने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद प्रकट करते हुए अभिनंदन किया उन्होंने स्मरण दिलाया कि हमारे जल स्त्रोत्र प्लास्टिक कचरे से भरे पड़े हैं इसलिए हमें प्लास्टिक बैग्स और प्लास्टिक की डिस्पोजेबल वस्तुओं का बहिष्कार करने की आवश्यकता है। विद्यालय में समर कैंप के माध्यम से भी कपड़ों के थैलों का अधिकाधिक उपयोग  करने के लिए जागरूक किया।


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