//# Adsense Code Here #//
फरीदाबाद,3 जुलाई।
सेक्टर -3 के लापता छात्र की गंभीरता से तलाश करने की बजाय तलाशी की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे नागरिकों के खिलाफ रास्ता रोकने व सरकारी काम में बाधा पहुंचाने के आरोप में पुलिस द्वारा मुकदमा दर्ज करना तानाशाही की परिकाष्ठा है। पुलिस अपनी नाकामी को छिपाने के लिए नागरिकों के खिलाफ मुकदमे दर्ज कर प्रदर्शनों को रोकने का प्रयास कर रही है। यह आरोप सेक्टर तीन रेजिडेंट वेलफेयर फेडरेशन के सचिव रतनलाल राणा ने लगाया। उन्होंने कहा कि इन मुकदमों से शांतिपूर्ण प्रदर्शनों को पुलिस रोक नहीं पाएंगी। उन्होंने आरोप लगाया एसीपी ने प्रदर्शन में शामिल रेखा व अन्य महिलाओं के साथ बदतमीजी की और रेखा को माइक दे मारा। उल्लेखनीय है कि कि लापता छात्र संजय पाल की बरामदगी को लेकर सेक्टर 3 के नागरिकों ने मंगलवार को दस से बारह बजे तक सांकेतिक रोष धरना प्रदर्शन किया था। इस संबंध में थाना सेक्टर 8 पुलिस द्वारा एसीपी की शिकायत पर रतनलाल राणा रेखा, अनीता अरोड़ा, सत्यम, लखपत राय व अन्य 20-25 के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत किया है।
रेजिडेंट वेलफेयर फेडरेशन के प्रधान सुभाष लांबा, सेक्टर तीन आवास कल्याण समिति के प्रधान राजेंद्र सिंह भाटी व उप प्रधान रामनिवास शर्मा ने जोर देकर कहा कि नागरिक इन झुठे मुकदमों से डरने वाले नहीं हैं और जबतक 16 जून से गुमशुदा छात्र संजय पाल की सकुशल घर वापसी नहीं होगी तब तक नागरिकों का शांतिपूर्ण संधर्ष जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि शीघ्र नागरिकों की बैठक की जाएगी। जिसमें लापता छात्र संजय पाल की सकुशल वापसी और नागरिकों के खिलाफ दर्ज मुकदमे वापस लेने की मांग को लेकर संधर्ष तेज करने का फैसला किया जाएगा। रेजिडेंट वेलफेयर फेडरेशन के प्रधान सुभाष लांबा ने कहा कि पुलिस का यह कहना कि प्रदर्शन के चलते हुए जाम के कारण दोपहर में नौनिहालों को स्कूल से अपने घरों के लिए जाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा, पूरी तरह सच्चाई से परे है। क्योंकि नागरिकों का सांकेतिक रोष धरना सुबह दस से बारह बजे तक था और उस दौरान स्कूल की कोई भी बस सड़क से नहीं गुजरती। उन्होंने कहा कि जब रोष प्रदर्शन के समापन पर एसीपी प्रदर्शनकारियों को संबोधित कर रहे थे, उस समय एक खाली स्कूल बस आई थी, जिसको प्रदर्शनकारियों ने साइड होकर जाने दिया। उन्होंने कहा कि नागरिकों के शिष्टमंडल के साथ एसीपी के साथ अत्यंत सौहार्दपूर्ण वातावरण में बातचीत हुई है। जिसमें उन्होंने नागरिकों को बड़ी गंभीरता एवं ध्यान से सुना और 16 जून को कोचिंग सेंटर सेक्टर 16 जाते समय लापता छात्र संजय पाल को तलाशने के लिए एसआईटी गठित की मांग को माना । श्री लांबा ने बताया कि हमने ही एसीपी को प्रदर्शनकारियों को संबोधित करने के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने कहा कि जब हमें मुकदमा दर्ज होने की जानकारी समाचार पत्रों से मिली तो हम हैरान रह गए। उन्होंने कहा कि नागरिकों में 17 दिन बाद भी पुलिस संजय पाल का सुराग लगाने में विफल रहने से भारी नाराजगी है। उन्होंने कहा कि इसके विपरित प्रदर्शनकारियों के खिलाफ मुकदमे दर्ज करना तानाशाही की परिकाष्ठा है। पुलिस का यह कदम नागरिकों के आक्रोश को बढ़ाने का ही काम करेगा।
No comments :