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फरीदाबाद, 24 जून। प्राचीन पथवारी माता मंदिर मैन बाजार ओल्ड फरीदाबाद की शहर में भारी मान्यता है लेकिन माता का पंखा जल्दी उतार लेने से श्रद्धालुओं में भारी नाराजगी है। श्रद्धालुओं का यह भी कहना है कि मंदिर में इस तरह के कार्यकलाप बार-बार किये जा रहे हैं जिसके गंभीर परिणाम हम सभी को भुगतने होंगे। इसलिए इसका समाधान करते हुए जल्द से जल्द माता का पंखा स्थापना की जाए। करीब पांच दशक पहले शहर में चेचक की महामारी फैलने पर मंदिर में पांच पीरों की परिक्रमा उपरांत पंखा चढ़ाया था, तब माता के आशीर्वाद से बीमारी से छुटकारा पाया गया। श्रद्धालुओं द्वारा तभी से हर वर्ष यहां पंखा चढ़ाया जाता है तथा इसके बाद पंखा मेले का भव्य आयोजन किया जाता है।
सेवादार टेकचंद नंदराजोग (टोनी पहलवान) ने यह बात उठाते हुए कहा है कि राजनीति के चक्कर में प्राचीन पथवारी माता मंदिर से इस बार पंखा जनवरी महीने में ही उतार लिया जबकि पंखे को सावन के महीने में उतारना चाहिए और सावन के महीने में ही पंखा चढ़ाना चाहिए। उन्होंने कहा कि लगभग 200 वर्षों से भी ऊपर हो गये तब से यही परिपाटी चली आ रही थी, लेकिन इस बार राजनीति के चक्कर में परंपरा को तोड़कर प्राचीन पथवारी माता मंदिर से पंखा जनवरी माह में ही उतार लिया, जिससे मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं में भारी रोष है। उन्होंने कहा कि रक्षाबंधन पंखा मेला को सुचारू रखने के लिए प्रशासन एवं समाज के लोगों को आगे आना चाहिए। उन्होंने नाराजगी जताते हुए कहा कि अगर ऐसा ही होता रहा तो फरीदाबाद की जनता को बहुत सारी परोशानियां झेलनी पड़ेंगी। सेवादार टोनी पहलवान ने कहा कि वे प्रशासन एवं समाज के लोगों से अपील करते हैं कि जल्द से जल्द इस बारे में विचार करें ताकि पथवारी माता नाराज न हो और सभी पर माता की कृपा बनी रहे।
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