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बुजुर्ग वर्ग के मतदाताओं ने किया प्रशासन के आह्वान को सफल साबित

Posted by : pramod goyal on : Saturday 25 May 2024 0 comments
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 फरीदाबाद, 25 मई। जिला निर्वाचन अधिकारी और उपायुक्त विक्रम सिंह बीते कुछ दिनों से आम लोकसभा चुनावों के लिए शहरवासियों को मतदान करने के लिए प्रेरित कर रहे थे और आज 25 मई को बुजुर्गो ने भी प्रशासन के आह्वान को सिरे चढ़ा दिया है। ऐसे ही कुछ चुनावी रुझान आज मतदान के दिन सामने आए है। रणवीर सिंह जो शारीरिक रूप से दिव्यांग है लेकिन मतदान के लिए सबसे आगे आए।  ऐसे ही कई बुजुर्ग शारीरिक कठिनाइयों के बावजूद इस चुनाव में मतदान में हिस्सा लेने को उत्साहित नजर आ रहे हैं। इन मतदाताओं का साफ कहना है कि वे सरकार के निर्वाचन में मत के रूप में भूमिका अवश्य निभाएंगे। यह उनका अधिकार है और भली-भांति निर्वहन करना उनकी जिम्मेदारी भी है। ये बुजुर्ग मतदाता युवा समेत अन्य आयु वर्ग के मतदाताओं के लिए प्रेरणा बन रहे हैं।


पृथला बूथ नंबर 154 पर मतदान करने आए रणवीर सिंह ने बताया कि दिव्यांगता व अन्य कोई भी परेशानी आपको मतदान करने से नहीं रोक सकती। लोकतंत्र के महापर्व में हिस्सा लेना हमारा अधिकार है। लोगों को बढ़चढ़कर इस पर्व में हिस्सा लेना चाहिए। दूसरे कामों को छोड़कर मतदान करना बहुत जरूरी है। मेरी सभी से यही अपील है कि लोकतंत्र के महापर्व में जरूर शामिल हों। वोट डालने में किसी तरह का आलस न करें, सभी काम छोड़ कर पहले वोट डालने जाएं।

सेक्टर-15 स्थित विद्या मंदिर स्कूल में मतदान करने आए बुजुर्ग दंपति ने वोट देने के बाद अपनी स्याही लगी उंगली दिखाई और बूथ के बाहर अपनी खुशी जाहिर करते हुए तस्वीरें खिंचवाईं। 76 वर्षीय प्रेम लता ने कहा कि उम्र के इस पड़ाव में भी उनमें वोट डालने का जज्बा कायम है और उन्होंने कहाकि हर नागरिक का कर्तव्य है कि लोकतंत्र के इस महापर्व में बढ़चढ़ कर हिस्सा ले। आपका एक वोट देश के भविष्य को तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। हर नागरिक की जिम्मेदारी है कि लोकतंत्र के इस महापर्व में वह भी मतदान के रूप में भागीदारी निभाएं, ताकि एक सशक्त सरकार निर्वाचित हो सके। 

इस अवसर पर उनके साथ वोट डालने आए उनके जीवनसाथी अजित पटवा ने कहाकि उम्र के इस पड़ाव में भी उनमें पहले जैसा जज्बा आज भी है। उम्र चाहे कितनी भी हो, लोकतंत्र में हर व्यक्ति की भागीदारी आवश्यक है और हर वोट की कीमत होती है। मतदान हमारा अधिकार तो है ही, साथ ही दायित्व भी है। मेरी सभी लोगों से अपील है कि मतदान जरूर करें। 

फरीदाबाद गांव मंधावली के निवासी पुरुषोत्तम कहते हैं, मेरी उम्र 66 वर्ष हो गई है, लेकिन मैं लोकतंत्र के महापर्व में उत्साह के साथ हिस्सा लेता हूं। चुनाव चाहे लोकसभा, विधानसभा का हो या फिर नगर निकाय का, मैं हर चुनाव में मतदान करने जाता हूं। हर नागरिक को मतदान करना चाहिए। इसके माध्यम से मजबूत सरकार को चुनना चाहिए, जो जवाबदेह भी हो। मतदान से लोकतंत्र की जड़ें मजबूत होती है। नागरिकों को अपने इस अधिकार को दायित्व के रूप में पूरा करना चाहिए। योग्य प्रत्याशी को ही वोट डालना चाहिए।

गांव पृथला से श्रीमती फूलवती देवी जिनकी आयु 90 वर्ष की उम्र में अपनी वोट डालने के पश्चात अपने पोत्र के साथ अपनी ख़ुशी को जाहिर करते हुए आपनी स्याही लगी उंगली दिखते हुए फोटो करवाई। उन्होंने कहाकि हम हमेशा लोकतंत्र के पर्व में हिस्सा बनते आ रहे है।पिछले विधानसभा निर्वाचन में भी मतदान केन्द्र में जाकर सबसे जल्दी वोट दिया था। लोकतंत्र के महापर्व में एक मतदाता के रूप में मेरी प्रथम सहभागिता राष्ट्र को समर्पित है। मेरा एक मतदान लोकतंत्र के स्तंभ को मजबूत करेगा। मतदान मेरा प्रथम कर्तव्य और अधिकार है।  

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