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ग्रामीण सफाई कर्मचारियों एवं पंचायती पंप ऑपरेटरों ने दूसरे दिन भी लघु सचिवालय के सामने जोरदार प्रदर्शन किया

Posted by : pramod goyal on : Tuesday 5 March 2024 0 comments
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 फरीदाबाद 5 मार्च  ग्रामीण सफाई कर्मचारियों  एवं पंचायती पंप ऑपरेटरों ने आज दूसरे दिन भी लघु सचिवालय के सामने जोरदार प्रदर्शन करके ऑनलाइन हाजिरी का डटकर विरोध किया। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार दोनों यूनियनों के कार्यकर्ता सेक्टर 12 में उपायुक्त कार्यालय के सामने धरने पर बैठ गए। आज के धरने की अध्यक्षता ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन के जिला प्रधान महेंद्र सिंह माडोतिया और ट्यूबवेल


आपरेटर यूनियन के प्रधान भगतसिंह ने  संयुक्त रूप से की। इस धरने को सीटू के जिला सचिव वीरेंद्र  सिंह डंगवाल ‌ने संबोधित किया। अपने  संबोधन में उन्होंने कहा  कि आंनलाइन हाजरी की  प्रणाली को लागू करने से ग्रामीण सफाई कर्मचारी, ग्रामीण चौकीदार, तथा पंचायती पंप आपरेटर में  काफी रोष व्याप्त है। उन्होंने बताया कि जिन गांवों में ये कर्मचारी काम करते हैं। उन गांवों की पंचायतें इन कर्मचारियों से गांव में किसी भी प्रकार के ब्याह शादी या गमी का कोई भी काम हो उसको कभी भी बुला लेते हैं। उसके काम को करने का कोई समय तय नहीं होता है। जब ट्यूबवेल ऑपरेटर सवेरे 4 बजे पानी की आपूर्ति कर देता है। और ग्रामीण चौकीदार रात भर गांव में खड़े होकर ड्यूटी देता है। इसके साथ-साथ ग्रामीण सफाई कर्मचारी गांव की गलियों में सफाई और कूड़ा करकट उठाने का काम नित्य  रोज करते रहते हैं। तो ऐसे में पंचायत विभाग इन कर्मचारियों की ऐप से  ऑनलाइन हाजिरी लगाने की योजना क्यों बना रहा है। सरकार जानबूझकर इन कर्मचारियों को मानसिक रूप से प्रताड़ित करना चाहती है। यूनियन इस तकनीकी का डटकर विरोध करेगी। जिला सचिव दिनेश पाली ने बताया कि   सरकार इस एप से ग्रामीण चौकीदारों, ग्रामीण, सफाई कर्मचारियों और पंचायती ट्यूब वेल ऑपरेटर की मोबाइल से हाजिरी लगा कर  उसे तीन दिन बाद   पंचायत सेक्रेटरी से  सत्यापित करवाएगी।उसके बाद  सरपंच वेतन /मानदेय के भुगतान की ऑनलाइन सिफारिश करेगा। यह कार्य निजी बैंक के द्वारा करवाया जाएगा।  जबकि पहले वेतन बीडीपीओ का कार्यालय बना कर  ट्रेजरी ऑफिस को भेजता था। खजाने के कार्यालय से बिल पास होने के बाद ही बैंक के द्वारा कर्मचारियों के खातों में वेतन डाला जाता था। अब उस कार्य को सरपंचों के माध्यम से करवाया जा रहा है। इसलिए ऑनलाइन हाजिरी की नई व्यवस्था से सरपंच कर्मचारियों के साथ न्याय नहीं करेंगे। उनसे बेगार करवाई जाएगी। उनका शोषण बढ़ेगा। इतना ही नहीं काम करवाने के बाद भी चुनावों के दौरान रंजिश रखते हुए मनमाने ढंग से कर्मचारियों के वेतन में कटौती की जाएगी। इसके साथ-साथ प्रतिदिन लगाने और हटाने का नया खेल भी शुरू होगा। अधिकतर ग्रामीण सफाई कर्मचारी, चौकीदार और जल कर्मियों के पास स्मार्टफोन नहीं है। जिन लोगों के पास एंड्रॉयड फोन है। उन्हें इनका संचालन करना भी नहीं आता है। इसलिए सरकार को ऑनलाइन हाजिरी की व्यवस्था पर रोक लगाकर पांच और छह गांव का एक जोन बनाकर उसमें एक सुपरवाइजर की नियुक्ति करने का प्रावधान बनाना चाहिए ।जो इन कर्मचारियों की हाजिरी उनके रजिस्टर पर लगाएगा। जिससे तीनों विभागों का काम ठीक तरह से चल सकेगा। आज के प्रदर्शन को विनीत प्रधान बल्लभगढ़ ब्लॉक, नरेश प्रधान फरीदाबाद ब्लॉक, राजू प्रधान तिगांव ब्लॉक, विनोद मझवली धीरज सिंह तिगांव, धीर सिंह रायपुर कलां, कंवर भगत ,  संजय, गुलाब राजू सतपाल अटेरणा, जगदीश तिलोरी सुंदर सीडाक, जितेंद्र सरूरपुर वीरपाल किडावली, राजू सनपेड़, रोहतास ने भी संबोधित ।

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