फरीदाबाद 24 जनवरी हरियाणा गवर्नमेंट पीडब्ल्यूडी मैकेनिकल वर्कर्स यूनियन के सैकड़ो कर्मचारी सर्व कर्मचारी संघ के आवाहन पर आगामी 4 फरवरी को रोहतक में होने वाली आक्रोश रैली में भाग लेंगे। यह निर्णय आज स्थानीय कैनाल कॉलोनी परिसर में संपन्न हुई यूनियन की जिला स्तरीय कन्वेंशन में लिया गया। कन्वेंशन की अध्यक्षता जिला प्रधान जगदीश चंद्र ने की। जबकि कार्यवाही का संचालन जिला सचिव राजकुमार कर रहे थे। कन्वेंशन को यूनियन के राज्य के वरिष्ठ उपप्रधान राकेश लाकड़ा, उप प्रधान राकेश तंवर, उप कोषाध्यक्ष राजेश धनखड़ और राज्य कमेटी के सदस्य हितेश शर्मा ने भी संबोधित किया। इस कन्वेंशन में यूनियन के पूर्व राज्य प्रधान वीरेंद्र सिंह डंगवाल विशेष रूप से उपस्थित रहे। अपने संबोधन में उन्होंने राज्य सरकार पर तीनों विभागों का निजीकरण करने का आरोप लगाया। उन्होंने बताया कि प्रदेश की जनता को सुगम यातायात प्रदान करने के लिए सड़कों का निर्माण करने में लोक निर्माण विभाग के कर्मचारियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। इसके साथ-साथ प्रदेश के सिंचाई विभाग के कर्मचारियों ने रात दिन मेहनत करके प्रत्येक जिले में नहरों का जाल बिछाया । इसके साथ साथ-साथ प्रदेश की शहरी और ग्रामीण आबादी को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध करवाने में जन स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने महत्वपूर्ण भूमिका अदा की। अब सरकार धीरे-धीरे इन तीनों विभागों के आकार को घटाने में लगी हुई है। इनके पहले से मंजूर सुदा पदों को समाप्त किया जा रहा है। जबकि सड़कों,नहरों और जल घरों का निर्माण स्थाई रूप से किया गया है। जो ह
मेशा बरकरार रहेंगे। लेकिन इनके संचालन और रखरखाव के लिए नियमित कर्मचारी रखने पर सरकार दुविधा में रहती है। रेगुलर कर्मचारी भर्ती करने के बजाय इनके संचालन और मेंटेनेंस का काम ठेके पर दिया जा रहा है। बी एंड आर के कर्मचारियों से पैंच वर्क,रोड पर खड्डे होने पर थेकड़ी लगाने का कार्य भी ठेकेदारों को दिया जा रहा है। इसी तरह से नहरों के तटबंधों की देखरेख का कार्य भी कर्मचारियों से करवाने के बजाय ठेकेदारों से निविदा आमंत्रित की जा रही हैं। जबकि जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के जल वितरण का तमाम कार्य ग्रामीण क्षेत्र में पंचायतों के हवाले कर दिया गया है। सरकार इन तीनों विभागों को मजबूत बनाने पर निवेश नहीं करना चाहती है। आज तीनों विभागों में लगभग 25 हजार कर्मचारी ठेके पर या कौशल रोजगार के तहत कार्य कर रहे हैं। इन कर्मचारियों की सेवाएं सरकार कभी भी रेगुलर नहीं करना चाहती है। सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा राज्य सरकार से एक मुश्त नीति बनाकर सभी विभागों के कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने की मांग को लेकर रैली कर रहा है। क्योंकि सरकार सभी विभागों में डिमिनिशिंग कैडर बनाकर पदों को समाप्त कर रही है। जिसकी वजह से रोजगार के अवसर लगभग समाप्त हो रहे हैं। कन्वेंशन में 15 फरवरी को प्रमुख अभियंता जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग और सिंचाई विभाग के मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन करने का प्रस्ताव भी पास किया गया। इसके अलावा 21 फरवरी को निर्देशक विकास एवं पंचायत विभाग के चंडीगढ़ स्थित कार्यालय पर पंचायती ट्यूबवेल ऑपरेटरों जलकर्मियों की मांगों को लेकर मांस डेपुटेशन जाएगा। इसके साथ-साथ 28 फरवरी को चंडीगढ़ में प्रमुख अभियंता बी एंड आर के कार्यालय में भी यूनियन का मांस डेपुटेशन भेंट वार्ता करने के लिए जाएगा। यदि तीनों विभागों के अधिकारियों ने सेवानियमों में संशोधन करने, कच्चे कर्मचारीयों विशेष रूप से टर्म एपार्टमेंट पर कार्यरत जन स्वास्थ्य विभाग के ऑपरेटरों की सेवाओं को नियमित करने, कर्मचारियों की एलटीसी का भुगतान करने, चिकित्सा प्रतिपूर्ति बिलों का समय पर भुगतान करने , और तीनों विभागों में रिक्त पदों पर एस एस बोर्ड से कर्मचारियों की नियमित भर्ती करने जैसी मांगों को लागू नहीं किया। तो यूनियन आंदोलन को और तेज करेगी। आज की कन्वेंशन को सिंचाई ब्रांच के प्रधान देवी सिंह, कोषाध्यक्ष दीपक, पब्लिक हेल्थ के प्रधान कुंवरपाल, सचिव अजीत सिंह, कोषाध्यक्ष राकेश कुमार, बी एंड आर के कोषाध्यक्ष बिशन सिंह और मैकेनिकल ब्रांच के प्रधान अमित कुमार सचिन राजपाल नागर, कोषाध्यक्ष अजय कुमार, के अलावा जयपालसिंह मोहनलाल , राकेश कुमारआदि नेताओं ने भी संबोधित किया।
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