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फरीदाबाद 29 - वाईएमसीए वर्कर यूनियन संबंधित सीटू ने विश्व विद्यालय प्रशासन पर उनकी मांगों की अनदेखी करने का आरोप लगाया। अपनी मांगों पर प्रबंधकों का ध्यान आकर्षित करने के लिए यूनियन ने आज विश्वविद्यालय के मुख्य गेट पर मीटिंग की। इसकी अध्यक्षता प्रधान लेखराज ने की।गेट मीटिंग को सीटू के जिला सचिव वीरेंद्र सिंह डंगवाल ने संबोधित किया। अपने संबोधन में उन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन पर कौशल रोजगार निगम के तहत विश्वविद्यालय में काम कर रहे ग्रुप डी के कर्मचारियों को
58 वर्ष की उम्र में सेवानिवृत्ति करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार के सेवा नियमों के अनुसार क्लास फोर्थ के कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति की आयु 60 वर्ष है। लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन हरियाणा सरकार के सेवा नियमों के विपरीत कार्य कर रही है। कई वर्षों तक विश्वविद्यालय प्रशासन में कार्यरत श्री रविंद्र कुमार स्वीपर को 31 दिसंबर 2023 को जबरन सेवानिवृत्ति किया जा रहा है। सेवा निवृत्त होने वाले कर्मचारियों को किसी भी प्रकार का लाभांश नहीं दिया जाता है। यूनियन ने 19 नवंबर को प्रशासन को पत्र लिखा था। जिसमें विश्वविद्यालय से रिटायर होने वाले अस्थाई कर्मचारियों को ग्रेजुएटी और लीवर इन कैशमैंट का लाभांश देने की मांग की गई थी। लेकिन अभी तक विश्वविद्यालय प्रशासन ने यूनियन के पत्र का कोई नोटिस नहीं लिया है। इसलिए यूनियन ने चेतावनी दी है। कि यदि विश्वविद्यालय प्रशासन ने अस्थाई कर्मचारियों को रिटायरमेंट के समय किसी भी प्रकार का लाभांश नहीं दिया गया तो यूनियन आंदोलन करने पर मजबूर होगी। गेट मीटिंग में 41 कर्मचारियों की 3 महीने के वेतन में की गई कटौती के मामले पर श्रम न्यायालय द्वारा दिए गए निर्णय को शीघ्र लागू करने की मांग की गई। गेट मीटिंग को दीपक, मुकेश, गोपाल, और दयाल ने भी संबोधित किया।
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