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फरीदाबाद, 28 दिसम्बर - जे.सी. बोस विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद के संकाय सदस्यों का चयन हरियाणा राज्य विज्ञान, नवाचार और प्रौद्योगिकी परिषद द्वारा अनुसंधान अनुदान के लिए किया गया है तथा उनकी अनुसंधान और विकास (आरएंडडी) परियोजनाओं के लिए 70 लाख रुपये की राशि स्वीकृत की है। हरियाणा विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के अंतर्गत संचालित परिषद् प्रदेश में विज्ञान, नवाचार और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अनुसंधान को प्रोत्साह
न के लिए वैज्ञानिकों एवं शोधकर्ताओं से अनुदान हेतु आवेदन आमंत्रित करती है जिसका उद्देश्य युवा वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं के ऐसे नवीन अनुसंधान कार्यों को प्रोत्साहित देना है जोकि प्रदेश के सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए प्रासंगिकता रखते हो। कुलपति प्रो. सुशील कुमार तोमर ने संकाय सदस्यों को उनके शोध अनुदान के लिए चयन पर बधाई दी है और कहा है कि अनुदान निश्चित रूप से विश्वविद्यालय में अनुसंधान गतिविधियों को बढ़ावा देगा और प्रदेश की सामाजिक-आर्थिक समस्याओं को तकनीकी समाधान प्रदान करने में मददगार होगा। कुलसचिव डॉ. मेहा शर्मा ने भी चयनित संकाय सदस्यों को बधाई दी है। अनुदान के लिए चयनित संकाय सदस्यों को उनकी अनुसंधान और विकास परियोजनाओं के लिए क्रमशः 40 लाख और 30 लाख की अनुदान राशि प्रदान की जायेगी।
जिन संकाय सदस्यों को अनुदान के लिए चुना गया है, उनमें इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. प्रीत कौर को प्रधान अन्वेषक के रूप में नैनो एंटीना सेंसर का उपयोग करके स्मार्ट कृषि पर उनके प्रोजेक्ट के लिए 40 लाख रुपये का अनुदान प्राप्त होगा, जिसमें भौतिकी विभाग में प्रोफेसर डॉ. सोनिया बंसल सह-प्रधान अन्वेषक के रूप में कार्य करेंगी।
इसी प्रकार, पर्यावरण विज्ञान विभाग में सहायक प्रोफेसर डॉ. सोमवीर बजाड़ को प्रधान अन्वेषक के रूप में वायु प्रदूषण के वाष्पशील कार्बनिक स्रोतों पर उनकी शोध परियोजना के लिए 30 लाख रुपये का अनुदान प्राप्त होगा। इस परियोजना में रसायन विज्ञान विभाग में सहायक प्रोफेसर डॉ. अनुराग प्रकाश सुंडा को सह-प्रधान अन्वेषक कार्य करेंगे।
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