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फरीदाबाद 11 नवंबर ग्रामीण सफाई कर्मचारियों की हड़ताल आज 33 वें दिन भी लगातार जारी रही । आज शनिवार को गुस्साये हड़ताली कर्मचारियों ने अपनी मांगों के समर्थन में लघु सचिवालय के सामने जोरदार प्रदर्शन करके मुख्यमंत्री का पुतला फूंका। और जमकर सरकार के मुर्दाबाद के नारे लगाए। प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व जिला प्रधान महें
द्र सिंह मंढोतिया ने किया। जबकि संचालन जिला सचिव दिनेश पाली कर रहे थे। प्रदर्शनकारियों को सीटू के जिला सचिव वीरेंद्र सिंह डंगवाल ने सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि हरियाणा की सरकार ग्रामीण सफाई कर्मचारियों की हड़ताल की अनदेखी कर रही है। हरियाणा के इन 11 हजार ग्रामीण सफाई कर्मचारियों को काम करते हुए आज 17 साल हो गए हैं। इतने लंबे अरसे के बाद भी ग्रामीण सफाई कर्मचारियों का आर्थिक और सामाजिक शोषण समाप्त नहीं हुआ है। ग्रामीण अंचलों में सफाई का काम पक्का है। और लेकिन इस कार्य को अंजाम देने वाले कर्मचारी कच्चे हैं। जब काम स्थाई प्रवृत्ति का है। तो उस कार्य को करने वाले कर्मचारियों को पक्का क्यों नहीं किया जाता है? क्या ये कर्मचारी सारी जिंदगी कच्चे ही रहकर इस शोषण और बेगार की मार को झेलते रहेंगे? यूनियन के मुख्य भागों में एक नीति बनाकर ग्रामीण सफाई कर्मचारियों को रेगुलर किया जाए। इनको पंचायत के बजाय बीडीपीओ के रोल पर रखा जाए। मृतक कर्मचारियों के परिवार के सदस्य को अनुग्रह पूर्वक अनुदान नीति के तहत नौकरी प्रदान की जाए। ठेकेदारी प्रथा के तहत लगाए गए डोर टू डोर के कर्मचारियों को विभाग के रोल पर लिया जाए और उनको पहले से कार्यरत ग्रामीण सफाई कर्मचारियों के बराबर वेतन और भत्ते दिए जाएं। ग्रामीण सफाई कर्मचारी के बच्चों को पढ़ाई के लिए 1125 रुपए मासिक शिक्षा भत्ता दिया जाए ग्रामीण सफाई कर्मियों के लिए साल में काम से कम कर वर्दी दो जोड़ी जूते के लिए₹8000 मासिक वर्दी भत्ता तथा ₹500 मासिक धुलाई भत्ता निर्धारित किया जाए। ग्रामीण सफाई कर्मचारी के वेतन में महंगाई भत्ते को जोड़कर भुगतान किया जाए। आज की प्रदर्शन को ब्लॉक फरीदाबाद के प्रधान नरेश पावटा, तिगांव ब्लॉक के प्रधान राजू, सचिव सुनील पारछा, बल्लभगढ़ के प्रधान मनोज हंस, राजू नारावली, आदि ने भी संबोधित किया।
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