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फरीदाबाद 1 नवंबर ग्रामीण सफाई कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री की घोषणा से नाखुश होकर आज हरियाणा दिवस का अवकाश होने के बावजूद भी अपनी हड़ताल जारी रखी। सभी कर्मचारी कल 2 नवंबर से जिला मुख्यालय पर उपायुक्त कार्यालय के सामने 24 घंटे का महापड़ाव डालेंगे। आज हड़ताल को 23 दिन हो गए हैं। लेकिन सरकार ने मांगों को
लागू करना तो दूर की बात रही यूनियन को बातचीत के लिए भी आमंत्रित करना मुनासिब नहीं समझा। आज की हड़ताली सभा की अध्यक्षता जिला प्रधान महेंद्र सिंह माडोतिया ने की। जबकि संचालन जिला सचिव दिनेश पाली ने किया। इस अवसर पर सीटू के जिला सचिव वीरेंद्र सिंह डंगवाल विशेष रूप से उपस्थित रहे। उन्होंने हरियाणा सरकार पर ग्रामीण सफाई कर्मचारियों की हड़ताल की उपेक्षा करने का आरोप लगाया। उन्होंने बताया कि ग्रामीण सफाई कर्मचारियों को शहरी क्षेत्रों के कर्मचारियों की तुलना में बहुत कम सुविधाएं मिलती हैं। उनके वेतनमानों में भी भिन्नता है। इन्हें त्योहारों पर किसी प्रकार का एडवांस भी नहीं मिलता है। आज भी कर्मचारियों को पंचायतों पर आश्रित रहना पड़ रहा है। यूनियन की मांग है कि पंचायत के बजाय ग्रामीण सफाई कर्मचारियों को बीडीपीओ के पे रोल पर रखा जाए। मृतक कर्मचारियों के परिवार के एक सदस्य को एक्सग्रेशिया नीति के तहत नौकरी प्रदान की जाए। यूनियन की मांग है। कि ग्रामीण सफाई कर्मचारियों के बच्चों को पढ़ाई के लिए न्यूनतम 1125 रुपए मासिक भत्ता दिया जाए। ग्रामीण सफाई कर्मियों के लिए साल में कम से कम चार वर्दी, दो जोड़ी जूते-चप्पलों के लिए₹8000 वार्षिक भत्ता तथा ₹500 धुलाई भत्ता निर्धारित किया जाए। लेकिन सरकार की तरफ से इन मांगों पर कोई सकारात्मक पहल कदमी नहीं दिखाई दे रही है। यूनियन ने निर्णय लिया है। कि जब तक 16 सूत्री मांगों को सरकार लागू नहीं करती तक हड़ताल जारी रहेगी। आज की सभा को राजू ब्लॉक प्रधान तिगांव, मनोज हंस ब्लॉक प्रधान बल्लभगढ़, नरेश ब्लॉक प्रधान फरीदाबाद धर्मवीर वैष्णव आदि ने भी संबोधित किया।
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