फरीदाबाद। हरियाणा लोक प्रशासन संस्थान की महानिदेशक चंद्रलेखा मुखर्जी ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा लांच किया गया मिशन कर्मयोगी हरियाणा (एमकेएच) राज्य सरकार के करीब 3 लाख से ज्यादा कर्मचारियों को प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए एक अभूतपूर्व पहल है। इससे राज्य सरकार के कर्मचारियों और हितधारकों को शासन में नैतिक व्यवहार के महत्व पर जोर दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि एमकेएच कार्यक्रम हब-एंड-स्पोक मॉडल को अपनाएगा। हरियाणा सरकार के अनुभवी अधिकारियों से मास्टर ट्रेनर के रूप में काम लिया जाएगा। पहले ये मास्टर ट्रेनर खुद हिपा, हरियाणा पुलिस अकादमी और डिविजनल ट्रेनिंग सेंटर पंचकूला में गहन प्रशिक्षण से गुजरेंगे।
हिपा की महानिदेशक चंद्रलेखा मुखर्जी ने आज शुक्रवार को विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश जिला उपायुक्तों तथा जिलों में मिशन कर्मयोगी हरियाणा के सभी नोडल अधिकारीयों के साथ बैठक की अध्यक्षता करते हुए यह बात कही।
मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव राजेश खुल्लर ने विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अधिकारीयों व कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा संचालित इस पहल का उद्देश्य नैतिक शासन को विकसित करना और सरकारी कर्मचारियों के कौशल और दक्षताओं को बढ़ाना है। इस कार्यक्रम का लक्ष्य हरियाणा के नागरिकों को ठोस लाभ पहुँचाते हुए सार्वजनिक सेवा वितरण और जवाबदेही को बढ़ाना है। इस कार्यक्रम के माध्यम से आपस में ज्ञान साझा करने और सीखने की संस्कृति को बढ़ावा मिलेगा तथा युवा अधिकारियों और प्रशिक्षुओं के साथ अपने मूल्यवान अनुभव साझा करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। सुशासन पुरस्कारों के लिए उम्मीदवारों को नामांकित करते समय युवा अधिकारियों द्वारा राज्य की प्रमुख योजनाओं को लागू करने में दिए गए असाधारण योगदान पर भी विचार किया जाएगा।
बैठक में फरीदाबाद के नगराधीश हरी राम उपस्थित रहे व उन्होंने सभी विभाग के अधिकारीयों व कर्मचारियों को दिशा-निर्देश देते हुए जिला में 22 नवंबर से शुरू इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए कार्य करने को कहा। उन्होंने कहा कि ‘मिशन कर्मयोगी हरियाणा’कार्यक्रम से राज्य सरकार के सभी कर्मचारियों और हितधारकों को शासन में नैतिक व्यवहार, मूल्यों और सिद्धांतों के महत्व पर ज़ोर दिया जाएगा।
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